यौन संचारित एसटीडी रोग क्या है? (यौन संचारित संक्रमण/रोग STI OR STD) को इंग्लिश में सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिसीज़ (Sexually Transmitted Disease) को कहा जाता है। यह उन संक्रमणों का सामूहिक नाम है जो की मैथुन के द्वारा फैलते हैं। जानिये एसटीडी रोग के लक्षण और ये कैसे होते हैं?
यौन संचारित संक्रमण एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक सेक्सुअल कांटेक्ट के दौरान फैलते हैं। यह फिजिकल रिलेशन वेजाईनल, एनल या ओरल हो सकता है। यह महिला से पुरुष, पुरुष से पुरुष अथवा महिला से महिला तक जा सकता है। कई बार लोगों में एसटीडी रोग के लक्षण नहीं देखे जाते। लेकिन, यदि आपको कभी भी ऐसा अंदेशा हो की आपको यह हो सकता है तो कृपया जांच ज़रूर कराएं जिससे उपचार जल्दी से शुरू किया जा सके।
बहुत से एसटीआई को एंटीबायोटिक के प्रयोग द्वारा ठीक किया जा सकता है। कुछ ऐसे एसटीआई भी हैं, जिनका कोई उपचार ही नहीं है जैसे ही HIV।
असुरक्षित रूप से सम्बन्ध बना हो, और एसटीआई की संभावना हो तो कृपया जांच करा कर उपचार कराएं।
अन्य नाम: यौन संचारित रोग (sexually transmitted disease (STD), रतिरोग (Venereal Diseases), यौन जनित बीमारी
परिभाषा: एसटीडी रोग क्या है? संक्रमण या रोग जो, यौन संपर्क द्वारा एक व्यक्ति से दूसरे में संचारित होते हैं उन्हें सेक्सुअली ट्रांसमिटेड इन्फेक्शन STI अथवा सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिसीज़ STD कहते हैं।
कारण: यौन संपर्क जैसे की योनि सम्भोग, मुख-मैथुन, तथा गुदा-मैथुन आदि।
रोकथाम: इसका सबसे अच्छा उपाय है कि संभोग न किया जाए या फिर एक साथी के साथ ही संबंध रखा जाए जिसे यह बीमारी नहीं है।
यौन संचारित रोग के उदाहरण
- उपदंश Syphilis
- सुजाक Gonorrhoea
- लिफोग्रेन्युलोमा बेनेरियम Lyphogranuloma Vanarium
- रतिज व्राणाभ Chancroid
- एड्स AIDS
एसटीडी रोग के लक्षण STDs Symptoms
बहुत से लोग एसटीआई के लक्षणों को नोटिस ही नहीं करते जैसे की क्लैमाइडिया। क्लैमाइडिया ट्रैकोमैटिस (Chlamydia trachomatis) यौन संचारित रोग (sexually transmitted disease) है, जिसे सामान्यतः कलैमाइडिया के रूप में जाना जाता है। यह महिला के प्रजनन अंगों को नुकसान पहुंचाता है। यदि किसी महिला को क्लैमाइडिया है तो भविष्य में उसे गर्भ ठहरने की सम्भावना कम हो सकती है।
क्लैमिडिया योनि, गुदा मैथुन या मुख मैथुन से संचारित हो सकता है। क्लैमिडिया संक्रमित मां से उसके बच्चे में योनि से जन्म लेते समय लग सकता है। महिलाओं में इसके लक्षण हैं, योनि से असामान्य रूप से स्राव, पेट-कमर में दर्द, मिचली, बुखार, संभोग के समय दर्द अथवा मासिक धर्म के बीच में खून जाना आदि।
पुरुषों में क्लैमिडिया के लक्षण हैं लिंग से स्राव, पेशाब करते समय जलनतथा लिंग के मुंह के आसपास जलन या खुजली हो सकती है।
इसी प्रकार, गोनोरिया से भी प्रजनन क्षमता प्रभावित हो सकती है लगभग 50% महिलाओं और 10% पुरुषों में गोनोरिया के कोई लक्षण नहीं होते हैं। यौन संचारित रोग आपके स्वास्थ्य को बुरी तरह से प्रभावित कर सकते हैं। इसलिए यदि नीचे दिया गया कोई भी लक्षण हो तो जांच कराएं।
यौन संचारित रोग के सामान्य लक्षण
महिलाओं और पुरुषों में:
- पेशाब के दौरान दर्द
- जननांगों के आसपास खुजली, जलन या झुनझुनी
- गुप्तांगों के आस-पास छाले, लम्प्स, फोड़े-फुंसी
- अंडरवियर में काले-सफेद छोटे डॉट्स
- रात को पसीना
- वजन का घटना
महिलाओं में:
- पीला या हरा योनि स्राव
- बदबूदार योनि स्राव
- पीरियड्स के बीच में खून जाना
- सेक्स के बाद रक्तस्राव
- सेक्स के दौरान दर्द
- निचले पेट में दर्द
- योनि के आसपास खुजली
पुरुषों में:
- पेनिस से डिस्चार्ज होना
- मूत्रमार्ग की जलन
- जननेन्द्रिय के आसपास पीड़ाविहीन लाल जख्म
यदि आपने किसी के साथ असुरक्षित सम्बन्ध बनाएं है और उसके बाद ऐसे लक्षण प्रकट हुए हैं तो निश्चित ही किसी चिकित्सक को दिखाएँ और जांच करा कर पता करें की आप को कौन सा std रोग है।
एसटीआई के लिए परीक्षण यौन स्वास्थ्य क्लिनिक, sexual health clinic or genitourinary medicine clinic अस्पताल के रतिरोग (Venereal Diseases) में कराए जा सकते हैं।
अब तक आप जान गए होंगे की एसटीडी रोग क्या है। यौन संचारित रोगों के सम्पर्क में आने से बचने के लिये, कभी भी किसी अनजान व्यक्ति या एक से ज्यादा पार्टनर के साथ सेक्स नहीं किया जाना चाहिए और मैथुन के दौरान कंडोम्स को पूरी एक्ट के दौरान पहने रखना चाहिए।
Std kya hasthmainthun se bhi hoti hai kya yeh bimari plz reply