पेल्विक इन्फ्लेमेटरी बीमारी (पीआईडी) लक्षण और उपचार

जानिये पेल्विक इन्फ्लेमेटरी बीमारी (पीआईडी) के बारे में जैसे की इसके लक्षण, इलाज, श्रोणि सूजन बीमारी किस वजह से होती है?। Pelvic inflammatory disease diagnosis, infection symptoms, treatment. How much time it take develop PID?

पेल्विक इन्फ्लेमेटरी बीमारी (पीआईडी) Pelvic inflammatory disease (PID) एक संक्रमण हैं जिसे हिंदी में श्रोणि सूजन बीमारी कहते हैं, जिसमें महिला प्रजनन अंगों (गर्भाशय, अंडाशय, और अन्य महिला प्रजनन अंगों) में सूजन हो जाती है। इससे इन अंगों में घाव हो जाता है जिससे बांझपन, अस्थानिक गर्भावस्था, पैल्विक दर्द, फोड़े और अन्य गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। गोनोरिया और क्लैमाइडिया (यौन संचारित बीमारियां), पीआईडी के सबसे सामान्य कारण हैं। यह अन्य बैक्टीरिया के कारण भी हो सकता है।

यौन रूप से सक्रिय 25 से कम उम्र की फीमेल्स में, एक से अधिक सेक्स पार्टनर होने पर इस रोग के होने का खतरा बढ़ जाता है। कुछ महिलाओं में श्रोणि सूजन बीमारी का कोई लक्षण नहीं होता जबकि कुछ में निचले पेट में दर्द, बुखार, बदबूदार योनि स्राव, अनियमित रक्तस्राव, और संभोग या पेशाब के दौरान दर्द होता है। डॉक्टर फिजिकल परीक्षा, प्रयोगशाला परीक्षण और इमेजिंग परीक्षणों के साथ पीआईडी का निदान करते हैं। एंटीबायोटिक्स पीआईडी का इलाज कर सकते हैं प्रारंभिक उपचार महत्वपूर्ण है बहुत देर तक प्रतीक्षा करने से बांझपन का खतरा बढ़ जाता है।

  • पर्याय: Pelvic Inflammatory Disease
  • रोग का प्रकार: बैक्टीरियल इन्फेक्शन
  • कारण: प्रजनन अंगों में बैक्टीरियल संक्रमण
  • लक्षण: नाभि के नीचे दर्द, योनि से बदबूदार स्राव
  • संचार: यौन रोग, प्रजनन अंगों में बैक्टीरियल इन्फेक्शन
  • इलाज: एंटीबायोटिक दवाएं
  • रोकथाम: संक्रमित व्यक्ति के साथ संबंध न बनाएं

Pelvic inflammatory disease is an infection of a woman’s reproductive organs. It is a complication often caused by some STDs, like chlamydia and gonorrhea. Other bacterial infections that are not sexually transmitted can also cause PID. Many women do not know they have PID, because they do not have any signs or symptoms. When symptoms do happen, they can be mild or more serious. Pain in the lower abdomen, Fever (100.4° F or higher), Vaginal discharge that may smell foul, Painful sex, Pain when urinating, Irregular menstrual periods are the symptoms of PID. The treatment is done using antibiotics. Most of the time, at least two antibiotics are used that work against many different types of bacteria.

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पेल्विक इन्फ्लेमेटरी बीमारी (पीआईडी) क्या है?

What is Pelvic inflammatory disease?

पेल्विक इन्फ्लेमेटरी बीमारी, स्त्री प्रजनन अंगों के इन्फेक्शन को कहते हैं। इसमें पेल्विस में सूजन और दर्द रहता है।

पेल्विक इन्फ्लेमेटरी बीमारी कैसे होती है? इसके संचरण का माध्यम क्या है?

How is Pelvic inflammatory disease spread?

पेल्विक इन्फ्लेमेटरी बीमारी, मुख्य रूप से यौन संक्रमण से होती है। यह गोनोरिया या क्लैमाइडिया से ग्रस्त व्यक्ति के साथ सेक्स करने से होता है। क्लैमाइडिया, गोनोरिया, बैक्टीरियल वेजिनोसिस का संक्रमण जब बढ़ जाता है तो पेल्विक इन्फ्लेमेटरी बीमारी हो जाती है।

यह किसी अन्य बैक्टीरियल संक्रमण के कारण भी हो सकता हैं जो यौन रूप से संचारित न हो।

श्रोणि सूजन बीमारी (पीआईडी) होने कि संभावना बढ़ जाती है, यदि:

  1. एसटीडी है और इलाज नहीं होता
  2. एक से अधिक सेक्स पार्टनर हैं
  3. पहले पीआईडी था
  4. यौन सक्रिय हैं और उम्र 25 वर्ष या उससे कम है;
  5. ड्यूश करना Douche
  6. जन्म नियंत्रण के लिए एक अंतर्गर्भाशयी डिवाइस (आईयूडी) का प्रयोग।

मुझे कैसे पता चलेगा कि मुझे पेल्विक इन्फ्लेमेटरी बीमारी है? पेल्विक इन्फ्लेमेटरी बीमारी के लक्षण क्या हैं?

What are the symptoms of Pelvic inflammatory disease?

  1. निचले पेट में दर्द
  2. बुखार
  3. योनि से खराब गंध के साथ एक असामान्य निर्वहन
  4. जब आप सेक्स करते हैं तो दर्द और / या रक्तस्राव;
  5. जब आप पेशाब करते हैं तो जलन या
  6. मासिक के बीच रक्तस्राव

मेरे चिकित्सक को कैसे पता चलेगा कि मुझे पेल्विक इन्फ्लेमेटरी बीमारी है? श्रोणि सूजन बीमारी के लिए कौन सी जांचे उपलब्ध हैं?

What are the tests available?

पीआईडी के लिए कोई अलग से परीक्षण नहीं है और निदान diagnosis आमतौर पर मेडिकल इतिहास, शारीरिक परीक्षा, लक्षण और अन्य परीक्षण के परिणाम पर होती हैं।

क्या होगा अगर मैं श्रोणि सूजन बीमारी का उपचार न कराऊँ?

What happens if I don’t get treated?

अगर इसका जल्द इलाज़ न कराया जाए तो इनफर्टिलिटी हो सकती है।

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यदि निदान और इलाज जल्दी किया जाता है, तो पीआईडी की जटिलताओं को रोका जा सकता है। श्रोणि सूजन बीमारी (पीआईडी) की कुछ जटिलताओं में शामिल हैं:

  1. फैलियोपियन ट्यूब का ख़राब होना
  2. ट्यूबल का बंद होना
  3. एक्टोपिक गर्भावस्था (गर्भ के बाहर गर्भधारण);
  4. बांझपन (गर्भवती होने की अक्षमता);
  5. दीर्घकालिक श्रोणि / पेट दर्द

क्या पेल्विक इन्फ्लेमेटरी बीमारी ठीक हो सकता है? क्या यह क्योरेबल है? Is it curable?

हां, यदि श्रोणि सूजन बीमारी (पीआईडी) का जल्दी से पता चल गया हो तो इसका इलाज किया जा सकता है। हालांकि, उपचार प्रजनन अंगों को हुए किसी प्रकार के नुकसान को दूर नहीं कर पायेगा।  इलाज़ शुरू करने में जितनी देर होगी नुकसान का खतरा उतना बढ़ जाएगा।

  1. एंटीबायोटिक लेने से संक्रमण के लक्षण दूर हो सकते हैं। अगर लक्षण दूर जाते हैं, तो भी एंटीबायोटिक का कोर्स पूरा करें।
  2. सेक्स पार्टनर को बता दें जिससे दोनों का साथ ही परीक्षण और इलाज किया जा सके।
  3. किसी भी तरह का सेक्स करने से पहले उपचार करें ताकि आप एक-दूसरे को फिर से संक्रमित न करें।
  4. यदि आप एक एसटीडी से संक्रमित हो जाते हैं तो आपको पीआईडी फिर से हो सकता है।

पेल्विक इन्फ्लेमेटरी बीमारी के लिए कौन सी दवाएं उपलब्ध हैं?

What medicines are available?

श्रोणि सूजन बीमारी एक बैक्टीरियल संक्रमण है और इसके लिए मुख्य रूप से दो प्रकार की एंटीबायोटिक दी जाती हैं जो कई प्रकार के बैक्टीरिया पर काम करती हैं।

पेल्विक इन्फ्लेमेटरी बीमारी के लिए प्रयुक्त कुछ एंटीबायोटिक के नाम निम्न हैं:

  1. Ofloxacin
  2. Metronidazole
  3. Ceftriaxone
  4. Doxycycline

एंटीबायोटिक की शुरुवात अक्सर इंजेक्शन से होती है और इसके बाद 14 दिन के लिए एंटीबायोटिक का कोर्स दिया जाता है। बहुत अधिक दर्द और सूजन में अस्पताल में भर्ती कर इंट्रावीनस दवा दी जाती है।  यदि दर्द अधिक होता है तो पेरासिटामोल और ब्रूफेन दी जाती है।

यह भी ज़रूरी है की पार्टनर का भी साथ में इलाज़ हो जिससे रोग दुबारा न हो। दवा के पूरे कोर्स से पहले किसी भी प्रकार का यौन सम्बन्ध न बनाएं।

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पेल्विक इन्फ्लेमेटरी बीमारी न हो, इसके लिए क्या कर सकते हैं? श्रोणि सूजन बीमारी बचाव के क्या तरीके हैं?

How to prevent or reduce risk of getting Pelvic inflammatory disease?

  • संक्रमित व्यक्ति के साथ योनि, गुदा, या ओरल सेक्स नहीं करना ही एसटीडी से बचने का एकमात्र तरीका है।
  • यदि आप यौन सक्रिय हैं, तो इसके लिए निम्नलिखित बातों को कर सकते हैं:
  • Monogamous रिश्ते में रहें।
  • हर यौन संबंध के दौरान लेटेक्स कंडोम का प्रयोग करें।

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