पहली बार सेक्स और ब्लीडिंग (कौमार्य) First night and Bleeding

क्या पहली बार सेक्स करने में योनी से ब्लड आना जरूरी होता है? जानिये ऐसा होना क्यों जरूरी नहीं है और योनी की झिल्ली (seal) किन किन कारणों से टूट सकती है? क्या कोई जान सकता है की लड़की ने पहले सेक्स किया है की नहीं?

बहुत से पुरुषों को लगता है कि पहले इंटरकोर्स से हमेशा ब्लीडिंग होनी चाहिए। वे सोचते हैं कि ब्लीडिंग होना वर्जिनिटी की निशानी है। उन्हें भ्रांति है कि अगर ब्लीडिंग नहीं हुई तो लड़की वर्जिन नहीं है। यह धारणा गलत है। पहले सम्भोग से ब्लीडिंग हो भी सकती है और नहीं भी। ऐसा कोई ज़रूरी नहीं है और यह किसी के चरित्र का प्रमाण भी नहीं है।

पहले सेक्स में ब्लीडिंग होना या नहीं होना, दोनों ही सामान्य हैं।

A girl may or may not bleed in first night. It depends on the presence or absence of hymen. Hymen is a thin membrane present on the vaginal opening. It most often covers part of the opening of the vagina. The hymen can break quite easily before a woman has sex for the first time, through horse riding and other sports, using tampons etc.

पहले सेक्स से ब्लीडिंग का क्या संबध है?

यदि लड़की की हाइमन hymen है यानी लड़की का कौमार्य भंग नहीं हुआ है तो पेनेट्रेटिव सेक्स penetrative sex के कारण ब्लीडिंग होगी। लेकिन ऐसा किसी चोट की वजह से भी हो सकता है जैसे साइकिल चलने, स्पोर्ट खेलने ली वजह से।

पहले सहवास में अक्षत झिल्ली जब फट जाती है तो ब्लीडिंग होती है। इस ब्लीडिंग का रंग एकदम लाल ताज़े खून का होता है। यह पीरियड के आस-पास होने वाली ब्लीडिंग से अलग रंग का होता है।

पीरियड के पहले या दौरान होने वाली ब्लीडिंग का रंग मैरून सा होता है और यह थोड़ा म्यूकस मिला होता है क्योंकि गर्भाशय से आ रहा होता है।

हाइमन के ब्रेक से होने वाला रक्तस्राव चोट लगे खून जैसा होता है।

पहले सम्भोग में खून तभी निकलेगा यदि हाइमन हो। यदि किसी कारणवश हाइमन पहले से ही फट गई है जैसे की एक्सरसाइज़ से, तो  जर्रोरी नहीं है की ब्लीडिंग होगी।

योनी कौमार्य (हाइमन) क्या है?

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हाइमन एक झिल्ली (मेम्ब्रेन) है जो आंशिक रूप से योनि के मुख को बंद कर देती है। बहुत से कल्चर में इसकी उपस्थिति को कौमार्य का प्रमाण माना जाता है।

आजकल के परिवेश में जब लड़कियां भी लड़कों वाले व्यायाम और एक्टिविटीज कर रही हैं तो हाइमन झिल्ली बिना किसी सेक्स के भी फट सकती है।

Hymen is a membrane which surrounds or partially covers the opening of the vagina and whose presence is traditionally taken to be a mark of virginity.

क्या ब्लीडिंग होना वर्जिनिटी का प्रमाण है?

नहीं, ब्लीडिंग होना या न होना किसी के चरित्र का प्रमाण नहीं है। हो सकता है किसी कारणवश हाइमन ब्रेक हो गई हो। टूटी हुई कौमार्य झिल्ली होने का मतलब यह नहीं है कि एक महिला ने अपना कौमार्य खो दिया है।

क्या ब्लीडिंग हुई तभी लड़की वर्जिन है नहीं तो नहीं?

नहीं ऐसा नहीं है। वर्जिन होने का मतलब है लड़की ने कभी सेक्स नहीं किया है। इसका हाइमन होने या होने से सम्बन्ध हो भी सकता है और नहीं भी।

हाइमन ब्रेक कैसे हो सकती है?

हाइमन उस किसी भी कारण से ब्रेक हो सकती हैं जिसमें गुप्तांगों पर सीधा दबाव या प्रभाव पड़ता हो जैसे की:

गतिविधियों द्वारा जैसे

  1. घुड़सवारी, साइकिल चलाना
  2. टैम्पोन का इस्तेमाल करना
  3. सेक्स करने से
  4. किसी प्रकार के ऑपरेशन से
  5. स्त्री रोग के लिए चेकअप से
  6. हस्तमैथुन में उँगलियाँ अंदर डालने से
  7. सेक्स टॉयज का प्रयोग करने से
  8. स्प्लिट करने से
  9. जिमनास्टिक्स

कई बार लड़की को पता भी नहीं चलता कि उसकी हाइमन टूट गई है, क्योंकि यह हमेशा दर्द या ध्यान देने योग्य रक्तस्राव नहीं होता है।

क्या यह जाना जा सकता है की लड़की से पहले कभी सेक्स किया है की नहीं या लड़की वर्जिन है कि नहीं?

ऐसा ठीक-ठीक बता पाना तो डॉक्टरों के लिए भी मुश्किल है कि लड़की कुवारी है कि नहीं। उसने पहले कभी सेक्स किया है कि नहीं।

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सेक्स के दौरान होने वाले दर्द, डिस्चार्ज, वेजिनल टाइटनेस या लूज़नेस, देखने में योनि छिद्र कैसा है और लड़की के बिवेहियर से शायद कुछ अंदाज़ तो लगा सकते हैं लेकिन उसे भी पक्के रूप से वर्जिनिटी का प्रमाण नहीं मान सकते। पहले पहले सेक्स के दौरान ज्यादातर लड़कियों को बहुत अधिक दर्द होता है और पेनेट्रेशन भी कठिन होता है। दर्द के कारण योनि से नार्मल डिस्चार्ज भी नहीं होता जिससे वेजाइनल ड्राईनेस हो जाती है और कोई न कोई ल्यूब इस्तेमाल करना ज़रूरी हो जता है। केवल कुछ महीने के बाद ही सेक्स एन्जॉयेबल हो पाता है।

2 Comments

  1. पहले तो आप अपने ज्ञान में सुधार करें।
    और हायमन को लेकर मिथक न फैलाये
    की पहले संभोग में रक्त स्त्राव हो सकता है।
    रक्त स्त्राव कम से कम तीन कारणों से होता है।
    पहले तो आप ये जान लें कि हायमन कोई झिल्ली नही है ।
    ये एक mucous tissue है।
    यह लगभग सभी लड़कियों में जन्म के साथ होती है।
    नवजात शिशु में यह गूदेदार होती है क्योंकि शिशु को अपने माँ के दूध के साथ एस्ट्रोजन हार्मोन्स की पूर्ति मिलती रहती है।और हायमन एस्ट्रोजन के प्रति बहुत ज्यादा सेंसिटिव होती है। और जैसे ही लड़की pre school age में पहुंचती है। एस्ट्रोजन की कमी के कारण यह पतली , पारभासी और कड़ी( inelastic) हो जाती है। इस स्थिति में योनि में कुछ भी प्रवेश करवाने पर यह आसानी से फट सकती है। साथ ही खेलकूद के समय अगर कोई झटका योनि पर इस तरीके से लगता है कि हायमन प्रभावित होती है।तो वह आसानी से फट जाती हैं। लेकिन जब लड़की किशोरावस्था में प्रवेश करती है अर्थात एस्ट्रोजन का स्तर जब दुबारा लडक़ी के शरीर मे प्रवाहित होता है तब यह मोटी, अपारदर्शी और बहुत ज्यादा लचीली हो जाती है। इस सूरत मे योनि में कुछ भी प्रवेश करवाने पर चाहे वो लिंग हो या कोई अन्य ऑब्जेक्ट हायमन फटती नही है, बल्कि खिंचती है।
    यहां तक कि हायमन की सरंचना हर लड़की में अलग अलग होतीं है। हायमन में पाए जाने वाली दरारें व खाँचे उसकी सामान्य संरचना का ही हिस्सा होती हैं या यूँ कह सकते हैं कि वर्जिन अवस्था में भी यह दरारें आसानी से देखी जा सकती हैं।
    रिसर्च के दौरान एक बात और देखी गई कि किशोरावस्था से पहले हायमन में देखी गई दरारें , एस्ट्रोजन के प्रभाव के कारण किशोरावस्था में गायब हो गयी थी।
    पहले संभोग के दौरान रक्तस्राव होने के कम से कम तीन कारण हैं।
    1) अगर लड़की के साथ किशोरावस्था से पहले संभोग करते हैं तो हायमन आसानी से फट सकती है।
    पुराने समय मे लड़की की विवाह की उम्र कम होती थी इसलिए रक्तस्त्राव जल्दी होता था।
    2) कुछ लड़कियां ऐसी भी होती हैं, जो किशोरावस्था में पहुंच जाती है पर एस्ट्रोजन का प्रभाव उनकी हायमन पर अधूरा ही रहता है। इस कारण से यह पतली व unelastic रह जाती है तथा संभोग के दौरान फट जाती है।
    3) सबसे मुख्य कारण यह है कि लड़की संभोग के दौरान उतेजित नही है बल्कि तनाव में है तो योनि में सूखापन रह जाता है, और इस स्थिति में हायमन आसानी से फट जाती है।
    हाल ही में की गई रिसर्च से यह भी पता चला है कि फ़टी हुई हायमन 24 से 48 घण्टों के भीतर स्वतः सही होने की क्षमता रखती है।

    संदर्भ :—-
    1) RFSU
    2) The university of Utah school of medicine
    3) Plastik Rekonstrüktif ve Estetik Cerrahi AD.
    4)Sexual Assault in Childhood and Adolescence Hakan Kar Mersin University, Faculty of Medicine, Department of Forensic Medicine Turkey
    5) Australian family Physician
    6)Genital injuries following sexual assault of women with and without prior sexual intercourse experience
    7)Approach to the Interpretation of Medical and Laboratory Findings in Suspected Child Sexual Abuse: A 2005 Revision Joyce A. Adams, MD
    8)The Physical Signs of Child Sexual Abuse: an evidence-based review and guidance for best practice (2008)
    9)Virginity and Hymen Testing: No Factual, Scientific, or Medical Basis
    10)Backgrounds of women applying for hymen reconstruction, the effects of counselling on myths and misunderstandings about virginity, and the results of hymen reconstruction

  2. Q.योनिच्छेद/हाइमन क्या है, और यह क्या कार्य करता है?
    A.योनिच्छेद का क्या कार्य है इसपर अभी तक कोई जानकारी नहीं हैं। यह भ्रूण विकास के अवशेष हो सकते हैं।

    Q.क्या योनिच्छेद/हाईमन से पहले संभोग के दौरान हमेशा खून बहता है?
    A.योनि में कुछ भी डाला जाने पर अधिकांश लोगों के रक्त नहीं बहता। यहां से रक्त बहने का कारण पहली बार कुछ प्रवेश करना नहीं होता। संभव है कि श्लेष्मा की परत के हल्का सा फटने से थोड़ा रक्त बहा हो।

    Q.योनिच्छेद/हाईमन से रक्त बहने का क्या कारण हो सकता है?
    A.रक्त बहने का कारण शायद महिला का उत्तेजित नहीं होना अपितु तनाव, बेचैनी, और शुष्क होना है। फिर भी प्रत्येक महिला का योनि कोरोना/हाईमन अलग तरह का होना भी इसका कारन हो सकता है।

    Q.क्या साइकिल चलाने या घुड़सवारी से योनिच्छेद भंग हो सकता है?
    A.अगर लड़की की उम्र बहुत कम है यानी किशोरावस्था से पहले लड़कियों की हायमन बहुत ही पतली और भंगुर होती है। अगर पतली व नाजुक हायमन पर कोई भी सीधा झटका लगता है तो वह खींच या फट सकती है। पर कुछ ही समय मे पुनः सही हो जाती है।
    लेकिन किशोरावस्था तक पहुँचते पहुंचते यह झिल्ली मोटी और इलास्टिक हो जाती है। किशोरावस्था के दौरान या बाद में साइकिल चलाने या अन्य शारीरिक गतिविधियों यहां तक कि प्रवेशित संभोग के चलते भी योनिच्छेद/हाईमन भंग नहीं हो सकता। योनि कोरोना के श्लेष्मा ऊतकों की परत पर पहली बार खिंचाव किसी भी वस्तु के प्रवेशजैसे रूई का फाहा, हस्तमैथुन या वेधनीय संभोग से होता है।

    Q.क्या पहली बार हमेशा दर्द होता है?
    A.योनि कोरोना एक भंगुर झिल्ली नहीं है। यह सिर्फ एक श्लेष्मा ऊतक की परत है और इसके पहली बार खिंचने (रूई के फाहे, हस्तमैथुन या वेधनीय संभोग के चलते) से उत्पन्नउत्तेजना पूर्णतः व्यक्तिगत अनुभव है। कुछ महिलाओं को दर्द का बिल्कुल भी आभास नहीं होता वहीं जिन महिलाओं के योनि कोरोना/हाईमन मोटे हैं उन्हें लिए यह दर्दनाक हो सकता है। इससे श्लेष्मा परत थोड़ा सा फट सकता है जिससे थोड़ा दर्द होना और कभी थोड़ा सा रक्त बहना भी संभव है।
    (संकलन)
    RFSU

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