एमोक्सिसिलिन एक एलोपैथिक दवाई है। यह पेनिसिलिन ग्रुप की ब्रॉड स्पेक्ट्रम एंटीबायोटिक है और इसे फेफड़ों, निमोनिया, कान, पेशाब-ब्लैडर, गोनोरिया, सैलमोनिला, ईकोलाई समेत बहुत से बैक्टीरियल इन्फेक्शन में दिया जाता है। एमोक्सिसिलिन बैक्टीरियल सेल वाल को तोड़ती है जिससे बैक्टीरिया नष्ट होते हैं। यह नए बैक्टीरिया नहीं बढ़ने देती।
यह दवाई शरीर में बैक्टीरिया को नष्ट करती है और बैक्टीरियल इन्फेक्शन का इलाज करती है। एमोक्सिसिलिन से टोंसिल की सूजन, ब्रोंकाइटिस, गले, चमड़ी के बैक्टीरियल रोगों, गले-कान-नाक के इन्फेक्शन में इलाज़ किया जाता है। एमोक्सिसिलिन कैप्सूल, टेबलेट्स, लिक्विड के रूप में उपलब्ध है। इसे हर 12 घंटे (2 डोज़) या 8 घंटे (3 डोज़) पर लिया जाता है।
अमॉक्सीसिलिन को कई बार प्रेगनेंसी में लेना अनिवार्य हो जाता है। किसी भी बैक्टीरियल इन्फेक्शन में बिना एंटीबायोटिक के इलाज़ नही हो सकता। इसलिए यदि प्रेगनेंसी में कोई भी बैक्टीरियल संक्रमण हो गया है तो माँ और बच्चे दोनों की भलाई के लिए एंटीबायोटिक को देना ही होता है।
Amoxicillin is one of a group of antibiotic medicines called penicillin. Amoxicillin works by interfering with the bacteria that cause the infection. Amoxicillin can treat a wide range of infections including abscesses of gums, bronchitis or pneumonia, endocarditis, sinusitis, septicemia, otitis media, UTIs, gonorrhea, typhoid and paratyphoid and infections associated with pregnancy.
एमोक्सिसिलिन की प्रेगनेंसी केटेगरी क्या है?
केटेगरी बी B – गर्भवती महिलाओं पर कोई पर्याप्त, नियंत्रित अध्ययन नहीं किया गया है। पशु प्रजनन पर किये गए अध्ययन भ्रूण के लिए खतरा failed to demonstrate a risk to the fetus नहीं दिखा सके।
Category B: Either animal-reproduction studies have not demonstrated a fetal risk but there are no controlled studies in pregnant women or animal-reproduction studies have shown an adverse effect (other than a decrease in fertility) that was not confirmed in controlled studies in women in the 1st trimester (and there is no evidence of a risk in later trimesters.
क्या गर्भावस्था में एमोक्सिसिलिन लेने से बच्चे में जन्मजात दोषों हो सकते हैं?
एमोक्सिसिलिन के सेवन से आम तौर पर जन्म दोषों का कोई भी जोखिम नहीं देखा गया है। गर्भावस्था में एमोक्सिसिलिन लिए जाने के16,000 से अधिक बच्चों के छह अध्ययनों ने यह दिखाया गया है।
दो अध्ययनों ने प्रारंभिक गर्भावस्था में एमोक्सिसिलिन लेने से क्लेफ्ट लिप या क्लेफ्ट पैलेट के बीच एक संभावित लिंक का सुझाव दिया गया, लेकिन दो अन्य अध्ययनों ने ऐसा कोई लिंक नहीं दिखाया और इस विषय में अधिक शोध की आवश्यकता है। वर्तमान में कोई मजबूत वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है कि गर्भावस्था में एमोक्सिलिलिन लेने से बच्चे में जन्म दोष होने की संभावना बढ़ जाती है।
क्या गर्भावस्था में एमोक्सिसिलिन के सेवन से गर्भपात हो सकता है?
नहीं। एमोक्सिसिलिन के सेवन से गर्भपात का कोई खतरा नहीं देखा गया है। हालांकि, यह अध्ययन केवल 150 महिलाओं में किया गया है, जो एमोक्सिलिलिन ले रही थीं है, इसलिए पुष्टि करने के लिए अधिक शोध आवश्यक है।
गर्भावस्था में एमोक्सिसिलिन लेने से क्या बच्चा समय से पहले हो सकता है या उसका वज़न कम हो सकता है?
तीन अध्ययनों ने जांच की है कि क्या गर्भावस्था में एमोक्सिसिलिन का उपयोग पूर्व जन्म और कम जन्म के वजन से जुड़ा हुआ है, इनमें से दो अध्ययनों में कोई लिंक नहीं है।
एक अध्ययन में पता चला कि जो महिलाएं गर्भावस्था में अमोक्सिलिलन लेती हैं, उन्हें प्रीटर्म और / या जन्म से कम वजन वाले बच्चे की संभावना हो सकती है। हालांकि, यह अध्ययन इस संभावना से इनकार नहीं कर सकता है कि जो महिला एमोक्सिसिलिन ले रहीं थी उन्हें बैक्टीरियल संक्रमण था और इस कारण से भी बच्चे में वज़न कम या समयपूर्व जन्म हो सकता है।
गर्भावस्था में एमोक्सिसिलिन लेने से क्या बच्चे में में सीखने की समस्याएं हो सकती हैं?
बच्चे का मस्तिष्क गर्भावस्था के अंत तक विकसित होता है। इसलिए संभव है कि गर्भावस्था के किसी भी समय पर कुछ दवाएं लेने से बच्चे के सीखने या व्यवहार पर स्थायी प्रभाव हो सकता है। इसे जांचने के लिए कोई अध्ययन नहीं किया गया है कि क्या गर्भावस्था में बच्चों में सीखने और व्यवहार संबंधी समस्याएं बढ़ने का जोखिम एमोक्सिसिलिन से सम्बंधित है।
क्या मेरे बच्चे को गर्भावस्था के दौरान अतिरिक्त निगरानी की आवश्यकता है?
कोई प्रमाण नहीं है कि गर्भावस्था के दौरान एमोक्सिसिलिन लेने से किसी भी समस्या का कारण बनता है जो गर्भावस्था के दौरान आपके बच्चे के लिए अतिरिक्त निगरानी की आवश्यकता होती है।
गर्भावस्था में किसी भी दवा का सेवन विकसित होते हुए बच्चे में डिफेक्ट कर सकता है। इसलिए विशेष सावधानी की ज़रूरत होती है। किसी भी ओवर द काउंटर दवा को उठा कर ऐसे ही न ले लें। दवाओं को डॉक्टर के निर्देश पर बताई गई मात्रा और इलाज़ के लिए बताई गई अवधि में ही लें।