सेक्सुअल प्लीजर के लिए योनि में उंगली का इस्तेमाल को फिन्गरिंग Fingering कहलाता हैं। यह स्त्री हस्तमैथुन का तरीका है। इसमें यौन उत्तेजना के लिए भग, योनि या गुदा पर हाथों का इस्तेमाल होता है।
योनि के बाहर के लिप्स में तंत्रिका तन्त्र होते हैं जो स्ट्रोक होने और रगड़ने पर उत्तेजित होते है और स्त्री को चरम पर पहुंचाते हैं। सेक्सुअल प्लीजर के लिए गीली योनि में एक या एक से अधिक उंगलियों डाली जा सकती हैं और वैसे ही पुश किया जा सकता है जैसे पेनिस को करते हैं। इसे करने में कोई बुराई नहीं है यदि यह स्त्री की मर्जी से किया जाता हो। यदि स्त्री खुद ऐसा चाहती है तो यह गलत नहीं है। लेकिन यदि वह ऐसा नहीं चाहती तो ऐसा करना गलत है, अपराध है और ऐसा कतई नहीं किया जाना चाहिए।
फिंगरिंग Fingering (sexual act) क्या है?
सबसे पहले और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि सुनिश्चित करें कि दोनों पार्टनर इसमें कम्फ़र्टेबल हैं। हर कोई अलग होता है और सभी को एक जैसी चीजें अच्छी लगें, ज़रूरी नहीं है। इसलिए एक दूसरे की पसंद-नापसंद जानना महत्वपूर्ण है।
जननांगों अत्यधिक संवेदनशील और महत्वपूर्ण क्षेत्र हैं। इसलिए सुनिश्चित करें कि हाथ साफ हैं और नाखून कटे हुए हैं। नाखून में कोई गंदगी नहीं है और उँगलियों पर कोई दवा नहीं लगी है।
फिंगरिंग बहुत दबाव के साथ या रगड़ के साथ नहीं होनी चाहिए, खासकर जब क्लाइटोरिस पर। इससे योनि में दर्द और घाव हो सकता है। बहुत ज्यादा दबाव, इसे असुविधाजनक और दर्दनाक कर सकता है। यह बहुत ही जेंटल और माइल्ड तरीके से होनी चाहिए।
धीरे से स्पर्श करें और प्रतिक्रिया देखें। गति को बदलने का प्रयास करें। आप जल्दी ही सीख लेंगे कि पार्टनर को क्या पसंद है।
फिंगरिंग करने का क्या लाभ है?
- इससे प्रेगनेंसी नहीं होती।
- इसे फोरप्ले में करने से उत्तेजना अधिक होती है।
- कई बार फिंगेरिंग से ही ओर्गास्म हो जाता है।
- यह सेक्स में अधिक कम्फ़र्टेबल होने में मदद कर सकता है।
- यदि हाइमन के टाइट होने से सेक्स नहीं हो पा रहा तो इस तरीके से हाइमन को हटाया जा सकता है।
फिंगरिंग के नुकसान या साइड इफेक्ट्स क्या है?
कम उम्र की लड़की के साथ यह अपराध है। किसी भी हालत में ऐसा जबरदस्ती, बिना मर्ज़ी के नहीं किया जाना चाहिए। उंगलियों को योनि में डाला जाना बलात्कार का रूप में माना जा सकता है। यह तभी उचित है जब दो कनसेंटिंग एडल्ट अपनी मर्जी से सब जानते बूझते ऐसा कर रहे हो।
- इससे हाइमन hymen या कौमार्य झिल्ली टूट जाती है।
- इससे योनि में चोट लग सकती है।
- गंदे हाथ से ऐसा करने से संक्रमण होता है।
- इसे करने के बाद योनि में खुजली, जलन या स्राव हो सकता है।
- क्लैमाइडिया या गोनोरिआ जैसी संक्रमण का खतरा हो सकता है। यह जानना जरूरी है कि सीधे ब्लड कांटेक्ट में आने से रोग एक से दूसरे को फ़ैल सकते हैं।
- पारस्परिक हस्तमैथुन और योनी स्राव से एसटीआई STI/STD हो सकता है। संक्रमण का जोखिम अधिक है यदि दोनों के बॉडी फ्लूइड कांटेक्ट में आते हैं।
क्या योनि में ऊँगली डालने से हाइमन टूट जाती है? क्या इससे वर्जिनिटी नष्ट हो जाती है?
हाइमन एक झिल्ली (मेम्ब्रेन) है जो आंशिक रूप से योनि के मुख को बंद कर देती है। बहुत से कल्चर में इसकी उपस्थिति को कौमार्य का प्रमाण माना जाता है।
बहुत से केस में, जैसे साइकिल चलाते समय, घुड़सवारी करने से, योनि में टैम्पून लगाने से या कोई अन्य एक्टिविटी जिससे योनि पर दबाव पड़ता हो, हाइमन झिल्ली फट सकती है।
हस्तमैथुन से, योनि में ऊँगली डालने से हाइमन झिल्ली टूट जाती है। कौमार्य या वर्जिनिटी, सेक्स से जुड़ा है। इसलिए जब तक सेक्स नहीं होता, पेनिस का इस्तेमाल नहीं किया जाता कोई लड़की वर्जिन ही है।
क्या फिंगरिंग से hiv एड्स हो सकता है?
- एसटीडी – hiv एड्स, संचरण के लिए फिंगरिंग जोखिम कारक है या नहीं, इस सवाल के लिए बहुत कम प्रकाशित शोध है। फिर भी, तर्क कहता है कि ऐसा होने की संभावना है।
- गुदा या महिला फिंगरिंग करने से एचआईवी संचरण का नगण्य जोखिम Negligible Risk होता है जब तक उंगलियों पर खुली चोट, ब्लीडिंग घाव, या अन्य घाव नहीं होता है।
- कुछ जोखिम है कि नाखूनों से मलाशय या योनि को चोट लग सकती है और संभोग जैसे यौन गतिविधियों के माध्यम से रक्त के संपर्क में आने से संक्रमण होने का खतरा बढ़ जाता है।
- घाव या खुली चोट से ब्लड के डायरेक्ट कांटेक्ट में आने से यौन संक्रमण-एड्स हो सकता है।
- पीरियड के दौरान भी ऐसा करने से खतरा कई गुना अधिक रहता है।
फिस्टिंग के परिणामस्वरूप एचआईवी संक्रमण का एक मामला देखा गया है। एक गे व्यक्ति जिसने गुदा या मौखिक संभोग कई वर्षों तक नहीं किया, दूसरे व्यक्ति, जिसे इन्फेक्शन था, के साथ यौन सम्बन्ध शुरू करने के बाद एचआईवी संक्रमित हो गया। उनके यौन व्यवहार में केवल चुंबन, पारस्परिक हस्तमैथुन और फिस्टिंग शामिल थे। रिपोर्ट में बताया गया की संक्रमित होने वाले पुरुष के उँगलियों में लगातार अल्सर होता था, और घाव को कवर किए बिना संक्रमित पार्टनर की गुदा में फिंगरिंग करता था। एचआईवी-पॉजिटिव समलैंगिक पुरुषों (सम्मिलित और ग्रहणशील) में हेपेटाइटिस सी होने के जोखिम भी देखे गए हैं। लेटेक्स दस्ताने पहनकर खतरे को कम किया जा सकता है।
इस तरीके को आम तौर पर सुरक्षित सेक्स माना जाता है, जब तक उंगलियों पर कोई खुला घाव नहीं हो। नाखून कटे हुए, छोटे और नुकीले नहीं होने चाहिए। लंबे, तेज या फटे हुए नाखून, ऊँगली में घाव, फंगस से चोट या गंभीर संक्रमण हो सकता है।
यदि उंगलियों पर संक्रमण, या खुले घाव हैं, तो अत्यधिक सुरक्षा और देखभाल आवश्यक है। उंगली से बैक्टीरिया योनि से स्त्री प्रजनन अंगों में जा सकते हैं और कोई रोग विकसित कर सकते हैं। जीवाणु या जीवाणुओं को फैलाने से बचने के लिए पहले हाथों को साबुन और गर्म पानी से अच्छी तरह से धोया जाना चाहिए। गुदा और योनि दोनों को उत्तेजित करते समय योनि में गन्दी ऊँगली नहीं डाली जानी चाहिए।
इसे सुरक्षित बनाने के तरीके हैं। आप दस्ताने या पहन सकते हैं। आप अपने स्वयं के जननांगों को छूना अवॉयड कर सकते हैं। यदि साफ़ सफाई का ध्यान रखा जाए तो है सेक्स का बहुत ही सुरक्षित तरीका है।
Kya hymen tutne pr turant blood aata h ya kx der bad ata h