गर्भावस्था में सेक्स सुरक्षित है क्या? Sex during Pregnancy

जानिये क्या गर्भावस्था में सेक्स सही होता है? कितने दिन की प्रेगनेंसी के बाद सेक्स नहीं करना चाहिए? गर्भावस्था के दौरान सेक्स करने से क्या समस्या हो सकती है? गर्भवस्था में कितने दिन तक सेक्स करना सुरक्षित होता है?

गर्भावस्था के दौरान सेक्स किया जाए या नहीं, यह प्रश्न बहुत कॉमन है। पति-पत्नी अक्सर यह पूछते हैं कि सेक्स करना चाहिए या नहीं। नार्मल प्रेगनेंसी करीब 40 सप्ताह की होती हैं और कई कपल को यह लग सकता है कि इतने समय तक इसे नहीं करना ही सही है की नहीं। आइये जानें गर्भावस्था में सेक्स सेफ है की नहीं?

गर्भावस्था के शुरू में जी मिचलाना, उलटी आना, ब्रेस्ट में दर्द होना, मूड स्विंग होना आदि से महिला वैसे ही जूझ रही होती हैं, इसलिए सेक्स उनके लिए उतना आकर्षक और ख़ुशी देने वाला नहीं होता। जैसे जैसे प्रेगनेंसी आगे बढ़ती है, गर्भाशय का आकार बढ़ने लगता है। ऐसे में मिशनरी पोजीशन में सेक्स करने से गर्भस्राव और गर्भपात का खतरा रहता है। इसके अतिरिक्त योनि में सूखापन होने से सेक्स करना कठिनाई भरा और दर्दनाक भी हो जाता है।

भारत में सेक्स वैसे ही टैबू है और इसके बारे में ज्यादा बात नहीं की जाती और प्रेगनेंसी के दौरान सेक्स के बारे में कोई ज्यादा डिस्कस भी नहीं करता।

गर्भावस्था के दौरान सेक्स से क्या समस्याएं हो सकती हैं?

गर्भावस्था के दौरान कुछ कपल सेक्स करते हैं लेकिन बहुत से बिलकुल नहीं करते। इस दौरान सेक्स करने से गर्भावस्था में कुछ जटिलताएं बढ़ने की संभावना हो सकती हैं।

गर्भावस्था में सेक्स से इन्फेक्शन का खतरा

इस समय प्रजजन अंगों में जेनाइटल ट्रैक्ट इन्फेक्शन और बक्टेरियल संख्या अधिक होने की सम्भावना बढ़ जाती है। गुप्तांगों में संक्रमण से समय से पहले प्रसव हो सकता है।

गर्भावस्था में सेक्स से समय पूर्व प्रसव होना (32 सप्ताह से कम दिन की प्रेगनेंसी)

समय पूर्व प्रसव, का रिस्क इसलिए बढ़ सकता है क्योंकि स्तनों और योनि को उत्तेजित करने से ओक्सीटोसिन हॉर्मोन पोस्टीरियर पिट्यूटरी से स्रावित हो सकता है जो गर्भाशय में संकुचन करा सकता है।

इसके अतिरिक्त गर्भाशय ग्रीवा cervix की उत्तेजना से जारी प्रोस्टैग्लैंडीन सर्वाइकल राइपनिंग का कारण हो सकता है। वीर्य में मौजूद प्रोस्टैग्लैंडिन्स से भी सर्वाइकल राइपनिंग हो सकती है। गर्भावस्था में सर्वाइकल राइपनिंग Cervical ripening एक जटिल प्रक्रिया है जिसमें गर्भाशय ग्रीवा / सर्विक्स नरम हो जाती और टूटने लगती है जिसके परिणामस्वरूप अंततः लेबर शुरू हो जाता है।

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गुप्तांगों में कोई इन्फेक्शन और उस दौरान किये गए सेक्स से प्री टर्म लेबर का रिस्क और अधिक बढ़ जाता है।

यह बिलकुल ज़रूरी नहीं है ऐसा सभी के साथ हो लेकिन सेक्स करने से मिसकैरिज के रिस्क फैक्टर्स अधिक हो जाते हैं यदि पहले से ही कोई अन्य स्वास्थ्य समस्या हो, गर्भ में जुड़वाँ बच्चे हों, इन्फेक्शन हो, सर्विक्स कमजोर हो, या प्लेसेंटा प्रेविया हो। प्लेसेंटा प्रेविया placenta previa वह स्थिति है जिसमे प्लेसेंटा बहुत नीचे सर्विक्स के करीब होता होता है। प्लेसेंटा पैन केक जैसा एक ऑर्गन है जो सही स्थिति में गर्भाशय की उपरी पोजीशन में होता है इसी से गर्भनाल जुडी होती है और बच्चे को माँ से ऑक्सीजन और सभी तरह का पोषण मिलता है।

गर्भावस्था के दौरान सेक्स से महिला को सेक्स के तुरंत बाद ऐंठन और गर्भाशय में कॉन्ट्रैक्शन महसूस हो सकते हैं। पेशाब का संक्रमण होने का खतरा भी बढ़ जाता है।

When Sex during Pregnancy is Absolutely NO

  1. गर्भावस्था में सेक्स करने के लिए डॉक्टर पूरी तरह से मना करते हैं, अगर निम्न से कोई स्थिति है:
  2. अस्पष्टीकृत योनि से खून या असामान्य डिस्चार्ज Unexplained vaginal bleeding or abnormal discharge
  3. गर्भाशय ग्रीवा का खुल जाना dilated cervix
  4. गर्भाशय से पानी जाना Ruptured membranes
  5. गुप्तांगों की हर्पिस genital herpes
  6. पेट में दर्द या ऐंठन abdominal pains or cramps
  7. प्लेसेंटा प्रेविया Placenta previa
  8. समयपूर्व प्रसव Premature labor
  9. सरवाइकल अपर्याप्तता Cervical insufficiency

डॉक्टरों के अनुसार सभी महिलाओं को गर्भावस्था के अंतिम सप्ताह के दौरान सेक्स नहीं करना चाहिए। क्योंकि वीर्य में एक रसायन शामिल होता है जो वास्तव में संकुचन को उत्तेजित कर सकता है।

गर्भावस्था के दौरान महिला के शरीर में बहुत अधिक शारीरिक और हार्मोनल बदला हो रहे होते हैं। पहली तिमाही में, जी मिचलाना-उल्टियां, ब्रेस्ट में दर्द, किसी भी गंध का अच्छा न लगना, डॉक्टरी टेस्ट, आदि से सेक्स के लिए महिला का मन नहीं करता। पीठ में रहने वाले दर्द और बहुत अधिक थकावट रहती है। सेक्स के लिए नकारात्मक प्रभाव रहता है और इसे करने से बाद क्या दिक्कत आ सकती है, इसी से कपल परेशान रहते हैं।

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तीसरी तिमाही में, पेट का बढ़ा आकार-वज़न, प्रसव के बारे में सोचने, नींद न आने, कब्ज़, एसिडिटी, आदि से ही महिला परेशान रहती है। उस के लिए उठाना बैठना ही दिक्कत भरा हो जाता है तो सेक्स के बारे में सोच ही क्या जाए।

सब कुछ देखते हुए, गर्भावस्था में सेक्स न ही किया जाए तो बेहतर है। सेक्स से गर्भाशय का संकुचन, लेबर भी शुरू करा सकता है। बहुत सी ऐसी वेबसाइट मिल जायेंगी जो यह कहती हैं कि ऐसा करने से कोई नुकसान नहीं है और आप ऐसा कर सकते हैं। वे आपको इसके बारे में सेक्स पोजीशन के सुझाव भी देती है।

कपल को गर्भावस्था के दौरान सेक्स करने से होने वाले फायदे या नुकसानों को तौलना चाहिए और फिर अपनी समझ से निर्णय लेना चाहिए क्या सही है या क्या गलत। कोई दुविधा लगे तो डॉक्टर से पूछ लेना चाहिए। कोई भी दिक्कत होने पर भुगतान केवल और केवल आपको करना होगा। इसलिए उचित निर्णय लें और भोग से दूर ही रहें। केवल कुछ महीने की ही तो बात है।

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