वीर्य में खून (ब्लड इन सीमन) देख कर कोई भी आदमी परेसान हो जाएगा। जबकि ऐसा हमेशा किसी बड़ी बीमारी की वजह से नहीं होता है। ४० साल से कम उम्र के लोगों में ऐसा होना किसी बीमारी की वजह से नहीं होता है और सामान्य तौर पर यह अपने आप ठीक हो जाता है।
लेकिन ४० साल से ज्यादा उम्र के लोंगों को सीमेन में रक्त की जांच कराकर इलाज करना चाहिए। ऐसा जरूर करना चाहिए अगर नीचे लिखी बाते होंतो
- सीमेन में रक्त का बार बार आना
- अगर ऐसा पेसब करते समय भी हो तो
- अगर कैंसर होने की संभावना होतो तो
वीर्य में खून आने की बीमारी को hemospermia कहते हैं। जब पुरुषों का स्खलन होता है तो वो रक्त आने पर ध्यान नहीं देते हैं इस लिए ऐसा कहना मुश्किल है की ऐसा क्यों होता है।
वीर्य में खून आने के कारण Blood in semen reasons
वीर्य में रक्त कई जगहों से आ सकता है:
इन्फेक्शन और सूजन। ये सबसे बड़ा कारण होता है वीर्य में खून आने का। किसी भी इन्फेक्टेड या सूजी हुई ग्रंथि से सीमेन में खून आ सकता है।
- Epididymis and vas deferens
- Prostate ( पेसब का पानी बनाने वाली ग्रंथि)
- Seminal vesicles( वो ग्रंथि जो वीर्य में पानी मिलाती है)
- Urethra ( नस जो की सीमेन और पेसब लिंग में ले जाती है )
वीर्य में खून STI (sexually transmitted infection) से भी आ सकता है जैसे की सुजाक। सिफलिस या कोई और बैक्टीरियल इन्फेक्शन। 40% केसेस में इसका कारण इन्फेक्शन और सूजन ही होती है।
चोट या कोई ऑपरेशन: किस मेडिकल प्रोसीजर के बाद वीर्य में खून आना बहुत ही सामान्य बात होती है। 90% लोगों को प्रोस्टेट prostate biopsy के बाद थोड़े समय के लिए सीमेन और पेसाब में खून आता है।
पेसाब की बिमारियों के ऑपरेशन के बाद थोड़े समय के लिए वीर्य और पेसाब में खून आना आम बात होती है। यह कुछ हप्तों बाद ठीक हो जाती है। कोई भी लिंग। अंडकोष या उसके आस पास लगी चोट के कारण की वीर्य में ख्हों आ सकता है। ऐसा नहुत ज्यादा और जोर लगाकर सेक्स। मैथुन करने से भी अंगों में चोट लग सकती है और सीमेन में खून आ सकता है।
कोई भी सेक्सुअल अंगों की नली में अगर रुकावट होती है तो वो रास्ता ब्लाक हो जाता है और इसकी वजह से खून की धमनियां फट सकती हैं और खून आ सकता है।
Tumors और polips : कुछ्ह लोगों को वीर्य में खून की वजह tumor हो सकता है। प्रोस्टेट में सबसे ज्यादा tumor होते हैं। कैंसर भी सीमन में खून की वजह हो सकता है।
जननांगों में पोलिप होते रहते हैं जिससे कोई परेसानी नहीं होती है लेकिन इसकी वजह से भी खून आ सकता है।
खून की धमनियां सभी पप्रजनन अंगों में होती हैं अगर उनमें कोई समय है तो उसकी वजह से भी खून आ सकता है
और दूसरी बिमारिय जैसे हाई ब्लड प्रेशर। एड्स। लीवर की बीमारी। लुकेमिया की वजह से भी सीमन में खून आ सकता है।
लेनिक 15% वीर्य में खून की वजह का पता नहीं लगाया सा सका है। बहुत सारे मामले ने यह अपने आप कुछ दिनों में ठीक हो जाता है।
वीर्य में खून की जांच Blood in semen test
इस जांच में डॉक्टर मरीज से पूरी जानकारी इकठ्ठा करने के बाद शरीर का निरिक्षण करता है जिनमे को किसी चोट। सूजन। प्रोस्टेट की बीमारी इथादी शामिल होते हैं। इसके अलवा डॉक्टर निम्न टेस्ट करा सकता है
- संक्रमण के लिए पेसाब की पूरी जांच
- सेक्स अंगों में फैल्सने वाली बीमारी की जांच
- कंडोम टेस्ट जिसमें की कंडोम में बिरय इकठ्ठा किया जाता है। जिससे खून का पता लगाया जा सके
- प्रोस्टेट के कैंसर का टेस्ट
- अल्ट्रासाउंड। CT स्कैन। MRI
वीर्य में खून आने का इलाज
जांच से कारण पता लगाने के हिसाब से इजाज किया जाता है
- अगर इन्फेक्शन है तो डॉक्टर Antibiotics दवाइयां देता है
- अगर कोई सूजन है तो सूजन कम करने की दवा
- अगर को छोट की बीमारी है तो उस बीमारी को ठीक करने की दवा
- अगर high blood pressure या लीवर की बीमारी है तो उस बीमारी को ठीक करने की दवा
- यदि की ऑपरेशन या को अन्य मेडिकल प्रोसीजर की वजह से खून अ रहा है तो वो अपने आप कुछ दिनों में ठीक हो जाएगा
कम उम्र के युवकों में ऐसा एक दो बार हो सकता है जो की सामान्य बात है और यह अपने आप बिना इलाज के ठीक हो जाता है। अगर ऐसा बार बार हो रहा है और पेसब करने में दिक्कत हॉट रही है तो डॉक्टर को दिखाना चाहिए।