प्रीएपिज़म Priapism (Long lasting Erections)

प्रीएपिजम Priapism क्या होता है और इसके के प्रकार क्या होते हैं? लम्बे समय तक लिंग के खड़ा रहने का इलाज़ Priapism Treatment कैसे करते हैं? प्रीएपिजम Priapism का निदान (डायग्नोसिस) कैसे होता है?

प्रीएपिज़म Priapism, एक मेडिकल टर्म है जो कम ही सुनी जाती है। यह एक रेयर कंडीशन हैं और बहुत ही कम देखी जाती है। इस मेडिकल कंडीशन में पेनिस में इरेक्शन चार घंटे या उससे अधिक समय तक रह सकता है। लम्बे समय तक पेनिस में तनाव रहने से दर्द होता है और यह पेनिस को डैमेज कर सकता है।

इरेक्शन के लिए निस में अच्छा खून का दौरा होना चाहिए। सेक्सुअली एक्साइट होने पर पेल्विस और पेनिस में धमनियां रिलैक्स होकर फैलती हैं, जिससे ज्यादा खून पेनिस के स्पंजी टिश्यू में आ सके। जब पेनिस के स्पंजी टिश्यू रक्त से भर जाते हैं तो इसमें होने वाले वाल्व बंद हो जाते हैं जिससे रक्त इसमें बना रहे। वीर्य निकलने के साथ ही यह वाल्व खुल जाते हैं और रक्त वापस हो जाता है और पेनिस सिकुड़ कर वापस से अपने बिना तनाव की स्थिति में आ जाता है।

कुछ कारणों से जब खून का दौरा सही नहीं होता तो प्रीएपिज़म की स्थिति हो जाती है और पेनिस में तनाव घंटों तक बना रहता है। यह बहुत दर्दनाक है और ऐसा बिना यौन उत्तेजना के होता है। यह समस्या नवजात से लेकर बड़ों तक, सभी में पायी जाती है।

प्रीएपिज़म Priapism के प्रकार

प्रीएपिज़म के दो मुख्य प्रकार हैं:

लो फ्लो या इस्कैमिक प्रीएपिज़म Low-flow or ischemic priapism

लो फ्लो या इस्कैमिक प्रीएपिज़म प्रकार तब होता है जब इरेक्शन चैम्बर में खून फंस जाता है। ज्यादातर केस में इसका कोई स्पष्ट कारण नहीं है, लेकिन यह सिकल सेल रोग, ल्यूकेमिया, या मलेरिया से पीड़ित पुरुषों में देखा जा सकता है । यदि इसका तुरंत उपचार नहीं किया जाता तो पेनिस इससे पेनिस डैमेज हो सकता है और परमानेंट इरेक्टाइल डिसफंक्शन हो सकता है।

हाईफ्लो या नॉनइस्कैमिक प्रीएपिज़म High-flow or non-ischemic priapism

हाईफ्लो या नॉनइस्कैमिक प्रीएपिज़म स्थिति अधिक रेयर है। इसमें कम दर्द होता हैं और अक्सर यह पेनिस में चोट लगने से हो सकती है। इस केस में पेनिस या या अंडकोष और गुदा के बीच पेरिनियम perineum की आर्टरी में चोट लग जाती हैं जिससे पेनिस में खून सही से बहता नहीं है, जैसा इसे नोर्मल्ली होना चाहिए जिससे इरेक्शन बना रहता है।

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प्रीएपिज़म Priapism के कारण

प्रीएपिज़म होने के संभावित कारणों में शामिल है:

सिकल सेल एनीमिया: लगभग 42% पुरुषों जिन्हें सिकल सेल एनीमिया में यह देखा जा सकता है।

दवाएं : कुछ दवाओं का सेवन इस समस्या का कारण हो सकता है,जैसेकि अवसाद की दवाएं trazodone एचसीएल, मानसिक बीमारियों की दवाएं chlorpromazine (Thorazine) आदि। इरेक्शन डिसफंक्शन की दवाओं के कारण भी ऐसा सकता है।

  1. रीढ़ की हड्डी या जननांग क्षेत्र की चोट
  2. मकड़ी के काटने या बिच्छू का डंक से
  3. कार्बन मोनोऑक्साइड विषाक्तता
  4. ड्रग्स मारिजुआना और कोकीन का उपयोग करना

प्रीएपिज़म Priapism का निदान (डायग्नोसिस)

यदि इरेक्शन ठीक नहीं हो रहा, तो आपको तुरंत चिकित्सा की ज़रूरत है तथा चिकित्सक को बताएं:

  1. इरेक्शन कब से है।
  2. दवाएं, जो ली गई है।
  3. यदि चोट के बाद समस्या हुई।

आपको अधिक स्क्रीनिंग टेस्ट के लिए एक यूरोलॉजिस्ट से सलाह लेनी होगी जिसमें शामिल हैं:

  1. रक्त परीक्षण
  2. इमेजिंग टेस्ट, कलर डॉपलर अल्ट्रासाउंड
  3. एक्सरे

लम्बे समय तक लिंग के खड़ा रहने का इलाज़ Priapism Treatment

लम्बे समय तक रहे वाला इरेक्शन नार्मल नहीं है। इसे तुरंत इलाज़ की ज़रूरत होती है जिससे पेनिस को स्थायी नुकसान न हो जाए। उपचार का लक्ष्य इरेक्शन को दूर करना होता है। इसके लिए निम्न उपाय किये जा सकते हैं:

आइस पैक लगाना: तौलिया में आइस क्यूब्स लपेट कर , लगाने से हाई फ्लो प्रीएपिज़म और सूज को कम किया जा सकता है।

आर्टरी को ब्लाक करना: हाई फ्लो प्रीएपिज़म में डॉक्टर आर्टरी एम्बोलाईजेशन कर सकता है जिससे इस कंडीशन के लिए जिम्मेदार आर्टरी को ही ब्लाक कर दिया जाए।

पेनिस से खून निकालना: डॉक्टर पेनिस को सुन्न करके इसमें से नीडल के द्वारा खून को बाहर निकाल सकते हैं जिससे प्रेशर और सूजन कम हो जाए।

सर्जिकल शंट: इसके द्वारा सर्जन पेनिस में खून के लिए एक रास्ते को बनाता है जिससे ख्हों पेनिस में जमा न रहे। यह लो फ्लो केस में किया जाता है। लेकिन यह एक अच्छा विकल्प नहीं कहा जा सकता क्योंकि इससे पेनिस में सही इरेक्शन पाने में दिक्कत हो सकती है और पुरुष को इरेक्टाइल डिसफंक्शन हो सकता है।

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दवाई: लो फ्लो प्रीएपिज़म, में डॉक्टर इंजेक्शन लगाकर अल्फा एगोनिस्ट को पेनिस में डालते हैं। ऐसा करने से ब्लड वेसेल सिकुड़ जाती हैं और कम खून से सूजन भी कम हो जाती है। यह दवा टेबलेट के रूप में भी दी जा सकती है।

किसी भी बच्चे/लड़के/पुरुष को यदि लम्बे समय तक पेनिस में तनाव है तो उसे तुरंत ही डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। पेनिस, मुख्य प्रुरुष प्रजनन अंग है और इसमें डैमेज होने से यौन जीवन, मानसिक स्वास्थ्य और वैवाहिक जीवन सभी प्रभावित हो सकता है। इसलिए होम रेमेडीज या किसी अल्टरनेटिव ट्रीटमेंट से बेहतर होगा किसी अस्पताल में जाकर यूरोलोजिस्ट से कंसल्ट किया जाए और सही सलाह और इलाज़ कराया जाए।

Priapism is defined as persistent and often painful erection lasting for several hours. This type of erection may or may not be related to sexual arousal. Even after ejaculation it does not subside.

  1. In Priapism, penis shaft is rigid and inflexible, but the head of the penis glans is usually soft.
  2. Priapism is a medical emergency, go and seek immediate medical assistance.

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