इंटरनेट पर आजकल ऐसी गोलियों, लोशन, यह डिवाइस के एड की भरमार है जो की दावा करते हैं उनके प्रयोग से पेनिस के आकार और लम्बाई को बढ़ाया जा सकता है। लेकिन क्या ये उपचार काम करते हैं? क्या यह संभव है कि किसी व्यक्ति के पेनिस में इन दवाओं के प्रयोग से सचमुच जादुई असर हो जाएगा। क्या इन प्रोडक्ट्स का प्रयोग लाभप्रद है? ऐसे बहुत से प्रश्न हैं। और सबसे बड़ा, प्रश्न तो यह है कि, क्या आपके पेनिस का साइज़ वाकई छोटा है?
बहुत से पुरुष हैं जो अपने पेनिस के आकार के बहुत अधिक सोचते हैं और ऐसा विश्वास करते हैं कि यह सही साइज़ नहीं है और उन्हें दवा, लोशन या अन्य तरीके से इसके साइज़ को बड़ा करना चाहिए। पुरुषों की इसी चिंता या एंग्जायटी ने दुनिया भर में इस तरह Penis Enlargement Products की बाढ़ ला दी है। इन प्रोडक्ट्स का बाज़ार मल्टी-मिलियन डॉलर्स है। लोग इनको खरीद रहे हैं और प्रयोग भी कर रहें। लेकिन क्या यह बहुत फायदेमंद हैं।
अनुसंधान दिखाते हैं कि जो पुरुष सोचते हैं कि उनका ऑर्गन साइज़ छोटा है वे गलत होते हैं। उनके ऑर्गन का साइज़ बिलकुल नार्मल होता है और उन्हें चिंतित होने की आवश्यकता नहीं होती है। यदि पुरुष को अपने पेनिस के आकार के बारे में चिंता है तो उसे इसके किसी भी तरह के ट्रीटमेंट से पहले किसी डॉक्टर, सेक्सोलोजिस्ट से संपर्क करना चाहिए और सलाह लेनी चाहिए।
इन्टरनेट या ऐसे ही किसी कंपनी के प्रोडक्ट को क्रीड कर प्रयोग करना नहीं शुरू देना चाहिए क्योंकि यह अप्रभावी, महंगी और संभावित रूप से हानिकारक है। इन दवाओं का कोई भी ट्रायल नहीं हुआ है, कोई वैज्ञानिक अध्ययन नहीं है और इन्हें कोई बड़ी फार्मा कंपनी बना भी नहीं रहीं। यदि इसी दवाएं और लोशन बन सकते तो सबसे पहले उन्हें जानी-मानी फार्मसी बनाती और मेडिकल स्टोर्स पर उपलब्ध कराती।
ज्यादातर मामलों में जो पुरुष इन दवाओं को खरीदने का विचार बनाते हैं, उन्होंने मन में अपने पेनिस के आकार के प्रति एक गलत धारणा बना ली होती है। ऐसा वो इन्टरनेट पर उपलब्ध सामग्रियों को देख तुलना करके कर रहे होते हैं। दुनिया भर में किये गए अध्ययन दिखाते हैं, कि इरेक्ट पेनिस का साइज़ अलग-अलग रेस के अनुसार अलग हो सकता है। यूरोपियन और अफ्रीकन के साइज़, एशियाई से अधिक हो सकते हैं।
पेनिस की लम्बाई को नापने के लिए, शिश्न के टिप से वहां तक नापा जाता है जहाँ पेनिस प्यूबिक बोन से जुड़ा होता है। मापने के दौरान प्यूबिक बोन के आस-पास यदि फैट जमा हो प्रेस करके नाप लिया जाता है। इरेक्ट पेनिस का औसत साइज़ 4.8 से 6.3 इंच या 12-16 सेंटीमीटर हो सकता है।
अगर आपको अपने ऑर्गन का साइज़ कम लगता हो तो आप निम्न कर सकते हैं:
- प्यूबिकहेयर | बाल ट्रिम करें – बहुत अधिक बाल होने पर साइज़ छोटा लग सकता है।
- वजन कम करें – एक्स्ट्रा बेली फैट होने से आकार कम लग सकता है।
- फिट रहें: फिट रहना ज़रूरी है।
नीचे विभिन्न प्रकार के पेनिस इज़ाफ़ी उत्पादों और उपचारों के सबूत, प्रभावशीलता और सुरक्षा के बारे में कुछ महत्वपूर्ण तथ्य दिए गए हैं।
गैर-सर्जिकल उपचार Non- Surgical Methods
गोलियां और लोशन Medicines and Lotions
इस प्रकार की गोलियों में आम तौर पर विटामिन, खनिज, जड़ी-बूटियों या हार्मोन होते हैं जो पेनिस का का आकार बढ़ा करने का दावा करते हैं।
इन प्रोडक्ट्स के ऊपर कोई शोध उपलब्ध नहीं है। यह उत्पाद काम कैसे करते हैं यह भी पता नहीं है। इन में से बहुत से प्रोडक्ट तो सेहत के लिए हानिकारक भी हो सकते हैं। कुछ पर एक विश्लेषण करने पर उनमें और सीसा, कीटनाशक, बैक्टीरिया आदि पाए गए है। यह दवाएं खाद्य विभाग या दवा विभाग द्वारा भी प्रमाणित नहीं होती।
इनका सेवन पूरी तरह से स्वास्थ्य, पैसे और समय की बर्बादी हैं। गोलियां और लोशन का का कोई लाभ नहीं है, यदि वे प्रभावी होते तो वे दवा की दुकानों में बिक्री के लिए उपलब्ध होते। उन्हें इस प्रकार छुपकर नहीं बेचा जाता।
लोशन के उपयोग करने से पुरुष अपने पेनिस से अधिक परिचित हो सकता है और अपने को लेकर और कम्फ़र्टेबल हो सकता है।
वैक्यूम डिवाइस Vacuum Device
शिश्न पंपों में शिश्न पर एक ट्यूब लगाई जाती है और फिर एक वैक्यूम बनाने के लिए हवा को बाहर निकाल जाता है। वैक्यूम पेनिस में खून खींचता है और इसे यह बड़ा होता है। वैक्यूम उपकरणों का इस्तेमाल कभी-कभी नपुंसकता के अल्पकालिक उपचार में किया जाता है । लेकिन बहुत अधिक प्रयोग करने पर पेनिस के ऊतक को नुकसान पहुंच सकता है, और इरेक्शन में प्रॉब्लम हो सकती है।
यह तरीका लम्बे समय तक प्रयोग नहीं किया जा सकता।
पेनिल एक्सटेंडर्स Penile Extenders
इस तकनीक में एक वजन या एक छोटे से विस्तारित फ़्रेम, ट्रैक्शन फ्रेम traction frame को बिना इरेक्ट पेनिस पर लगाया जाता है।
इस प्रकार के डिवाइस के प्रयोग से पेनिस को स्थायी नुकसान पहुंच सकता है। हालांकि, ट्रैक्शन फ्रेम का प्रयोग कुछ पुरुषों में पेनिस के साइज़ को 1-2cm बढ़ा सकता है। लेकिन यह उपचार एक डॉक्टर की देखरेख के बिना शुरू नहीं किए जा सकता है।
जेल्किंग Jelqing
जेलक्विंग एक व्यायाम है जिसमें अंगूठे और तर्जनी का उपयोग करते हुए फ्लेसिड पेनिस को बार-बार खींचा जाता है।
यह तकनीक कुछ पुरुषों को बेहतर ढंग से इरेक्शन पाने में मदद कर सकती है, जिनके फ्लेसिड और एरेक्टेड पेनिस साइज़ में बहुत अंतर देखा जाता है। ,
पेनिस सर्जरी Surgical Methods
पेनिस परिधि सर्जरी Penis girth surgery
पेनिस परिधि बढ़ाने के लिए कुछ सर्जिकल तकनीकों में शरीर के दूसरे हिस्से से पेनिस में वसा इंजेक्ट किया जाता है। कुछ अध्ययनों ने 1.4-4cm कीपरिधि में वृद्धि दिखाई लेकिन, लंबे समय में अध्ययन करने पर निराशाजनक परिणाम मिले। कुछ समय बाद पेनिस में विरूपता, जलन, ढीलापन और संक्रमण आदि हो गए।
पेनिस लंबाई सर्जरी Penis length surgery
इस सर्जरी में लिगामेंट जो की पेनिस को प्युबिक बोन से अटैच कर रहा होता है उसे काट दिया जाता है और वहां पर स्किन ग्राफ्ट कर दिया जाता है। इससे लेंग्थ में 2 सेंटीमीटर की बढ़ोतरी हो सकती है। लेकिन इस सर्जरी के बाद पेनिस का इरेक्शन वैसा सीधा नहीं पायेगा जैसा पहले होता था क्योंकि लिगामेंट जो इसे सपोर्ट करता था उसे हटा दिया गया है।
इस प्रकार यह तरीका 2 सेंटीमीटर की लम्बाई तो दे देगा लेकिन सेक्स करना पहले जैसा नहीं रह जाएगा। यह तरीका भी लाभ न करके नुकसानदायक ही है।
लिपोसक्शन Liposuction
पेट के नीचे के हिस्से से वसा को निकालने से पेनिस को आकार बड़ा लग सकता है। लेकिन वसा के फिर जमने पर इसका भी कोई लाभ नहीं दिखाई देगा।
कोई भी सर्जरी शरीर करवाने से लॉन्ग टर्म साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं जो की समय के साथ ठीक भी नहीं होते। इसलिए इस तरह की कोई भी सर्जरी केवल पेनिस को बढ़ा दिखाने के लिए न करवाएं।
आप स्वयं ही सोचे क्या पेनिस साइज़ को बढ़ाना वाकई संभव है।
पेनिस में ऊतक के तीन कॉलम होते हैं। दोनों साइड्स पर कोर्पस कैवर्नोसा और सामने के साइड कोर्पस स्पोंजिओसम होता है। कोर्पस स्पोंजिओसम का सिरा शिश्नमुंड या ग्लांस होता है और फोरस्किन से कवर रहता है। फोरस्किन, ढीली त्वचा है जिसे पीछे खींचा जाये तो शिश्नमुंड दिखने लगता है।
पेनिस की एनाटोमी से पता चलता है यह कोई मसल्स नहीं है। इसमें जो टिश्यू हैं वे ही जब रक्त से भर जाते हैं तो इरेक्शन होता है। इसलिए क्रीम लगाने या मालिश करने से इसके साइज़ में वृद्धि कर पाना संभव नहीं है। इसी प्रकार दवाएं भी इसके साइज़ को किसी प्रकार से बढ़ा नहीं सकती। जो दवाएं वेसोडाइलेशन कर खून का फ्लो ज्यादा करती हैं जैसे वियाग्रा, वे इरेक्शन पाने में मदद कर सकती हैं लेकिन पेनिस साइज़ बढ़ाने में नहीं। किसी भी प्रकार पेनिस में इरेक्टाइल टिश्यू को बढ़ाने संभव नहीं और इसलिए पेनिस के साइज़ को बढ़ाने वाली दवाओं का प्रयोग पेनिस के साइज़ को तो नहीं बढ़ाएगा पर इसका स्वास्थ्य पर क्या हानिप्रद असर होगा कोई नहीं कह सकता।
Very good information. Thanks