उम्र के साथ पुरुष के सेक्सुअल अंगों में होने वाले बदलाव

बढाती उम्र के साथ पुरुषों के लिंग में तनाव की कमी हो जाती है और अंडकोष सिकुड़ने लगते हैं और टेस्टोस्टेरोन हार्मोन बनाना काम हो जाती है जिसकी वजह से सेक्स में कमी आ जाती है और पेनिस टेढ़ा हो सकता है। स्पर्म भी बनाने काम हो जाता है। जानिये और क्या बदलाव आता है सेक्स अंगों में।

शिश्न (जिसे इंग्लिश में पेनिस) में भी दुनिया की बाकी चीजों की तरह अलग- अलग उम्र में अलग-अलग बदलाव होते हैं। और ज्यादातर बदलाव Testosterone हार्मोन से कण्ट्रोल होते हैं।

9 से 15 साल की आयु में pituitary ग्लैंड हार्मोन रिलीज़ करती हैं जो की हमारे शरीर को बताता है की testosterone बनाना शुरू करो। गुप्तांग पर बाल आने शुरू  होते हैं और ये बदलाव आता है और उस दौरान अंडकोष पेनिस और वहां पर बाल में ग्रोथ शुरू  होती है। टेस्टोस्टेरोन का लेवल 16 से 20 साल की उम्र में सबसे ज्यादा होता है।

Testosterone का लेवल 25 के बाद और 40 साल तक थोड़ा सा काम होता है। लेकिन ये बदलाव बहुत ही काम होता है।

जैसे जैसे testosterone का स्तर गिरता है, आप अन्य बदलाव भी महसूस करेंगे जैसे की

प्यूबिक हेयर Pubic Hair: शरीर के बाकी बालों की तरह ये बाल भी पतले और सफ़ेद होने शुरू हो जाते हैं।

पेनिस की साइज: 40 के बाद आप महसूस करेंगे की आप का लिंग पहले जितना बड़ा नहीं हो रहा है। लेकिन असल में लम्बाई नहीं काम हुई होती है ऐसा इस लिए होता है की आप के लिंग के एरिया में ज्यादा फैट जमा हो चुका होता है, वो एरिया ढीला हो सकता है और जिसकी वजह से पेनिस की लम्बाई काम लगाने लगाती है।

पेनिस का आकार: कुछ लोगों का पेनिस उम्र के साथ टेढ़ा होता है जो की इसकी लम्बाई क्षमता पर असर कर सकता है। ऐसा पेयरोनी डिसीज़ की वजह से हो सकता है, जिसमें पेनिस के अन्दर स्कार टिश्यू scar tissue जिस प्लाक plaque कहते हैं, बन जाता है। यह प्लाक पेनिस के इलास्टिक मेम्ब्रेन के अन्दर बनता है और या तो शिश्न के टॉप या बॉटम में होता है। यह रोग सूजन के साथ शुरू होता है और फिर एक हार्ड स्कार पेनिस के अंदर बन जाता है। प्लाक के बनने से पेनिस कर्व या मुड़ जाता है जिससे इरेक्शन के दौरान दर्द होता है। कई बार इससे यौन सम्बन्ध बनाना मुश्किल हो जाता है। यह कोई छूत का रोग नहीं है और यौन संपर्क से नहीं फैलता। कुछ पुरुषों जिनमें लिंग का टेढ़ापन होता है उनमें इरेक्टाइल डिसफंक्शन भी देखा जाता है।

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अंडकोष: यह पेनिस के निचे बीर्य बनाने वाला अंग होता है जैसे जैसे testosterone का स्तर काम होता है अंडकोष भी सिकुड़ना सुरु हो जाता है।

Scrotum: यह अण्डकोषों के बहार वाला हिस्सा होता है जो की अण्डकोषों के तापमान को नियंत्रित करता है, यह सिकुड़ कर उन्हें गरम रखता है और ढीला होकर उन्हें ठंढा करता है। जैसे जैसे उम्र बढ़ती है scrotum की मांसपेशिया काम करना काम कराती है और अंडकोष ज्यादा लटके रहते हैं। धीरे धीरे अन्य अंगों की चमड़ी की तरह ये भी बिलकुल ढीला पड़ जाता है।

अगर आप की उम्र ४० साल से ज्यादा है तो hydrocele ली बीमारी आप के Scrotum की ज्यादा ढीला करा सकती है, Hydrocele की बीमारी में अंडकोषों की थैली में तरल भर जाता है, सामान्य रूप से इस बीमारी में कोई दर्द नहीं होता है अगर आप को Hydrocele की वजह से कुछ परेसानी हो रही हो तो तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए।

पेनिस का फंक्शन: उम्र बढ़ाने के साथ साथ लिंग काम सेंसिटिव होता जाता है ऐसा होने पर आनद की कमी हो सकती है और ओर्गेस्म होने में दिक्कत हो सकती है। testosterone का स्तर काम होने से ED होने की संभावना बढ़ जाती है। लिंग की कठोरता भी काम होने लगाती है लेकिन जरूरी नहीं है की आप सेक्स न कर पाएं।

ऐसा लिंग में खून न रूक पाने की वजह से होता है क्यों की उम्र बढ़ाने के साथ साथ लिंग की खून को रोकने की क्षमता काम होने लगाती है जिसकी वजह से लिंग का कड़ापन चला जाता है।

तो सब मिला जुला कर सेक्स करने की क्षमता उम्र के साथ काम होती जाती है ऐसे में आप को किसी अच्छे डॉक्टर को दिखाना चाहिए।

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