Nil Sperm Count – निल शुक्राणु कारण, उपचार और जानकारी

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निल शुक्राणु, निल स्पर्म, शुक्राणुहीनता, नो स्पर्म, वीर्य में शुक्राणु का न होना, टोटल कंसंट्रेशन निल, आदि को मेडिकल भाषा में एजोस्पर्मिया Azoospermia कहते हैं। यह पुरुषों में बाँझपन का एक प्रमुख कारण है। इस स्थिति में पुरुष के वीर्य में शुक्राणु नहीं पाए जाते। फर्टिलिटी ट्रीटमेंट के लिए पहुँचने वाले करीब 10 प्रतिशत मामलों में बच्चा न होने का कारण एजोस्पर्मिया हो सकता है।

शुक्राणु अत्यंत ही सूक्ष्म, जीवित पुरुष जनन कोशिकाएं हैं। एक काशाभिक कोशिका Flagellated Cell है जिसमें शिर, ग्रीवा, मध्य भाग और पूँछ होती है।

शुक्राणु का उत्पादन हार्मोनली संचालित होता है। मस्तिष्क हार्मोन द्वारा शुक्राणु उत्पादन को नियंत्रित करता है जबकि शुक्राणुओं का निर्माण पुरुष जननांग के अंदर होता है ।

मस्तिष्क के भीतर, हाइपोथैलेमस और एंटीरियर पिट्यूटरी, शुक्राणु उत्पादन को नियंत्रित करते हैं। हाइपोथैलेमस गोनैडोट्रोपिन-रिलीजिंग हार्मोन (जीएनआरएच GnRH) का स्राव करता है, जो एंटीरियर पिट्यूटरी ग्रंथि पर काम करता है,उसे उत्तेजित करता है और फोलिकल स्टिमुलेटिंग हार्मोन (एफएसएच) और लूटिनिंग हार्मोन (एलएच) follicle stimulating hormone (FSH) and leutinizing hormone (LH) को स्रावित करने के लिए प्रेरित करता है। एफएसएच और एलएच खून में जाकर केवल टेस्ट्स की वीर्यकारक नलिकाओं seminiferous tubules पर काम करते हैं और स्पर्म के निर्माण को शुरू कराते हैं। यही टेस्ट्स की लेडिग सेल्स से टेस्टोस्टेरोन का निर्माण भी कराते हैं।

एजोस्पर्मिक पुरुषों को मुख्य रूप से तीन केटेगरी में बांटा जा सकता है,

  1. प्री टेस्टिकुलर एजोस्पर्मिया Pre-testicular azoospermia जिनमें हाइपोथैलमस या पिट्युटरी सही से काम नहीं कर रही (हाइपोगोनेडोट्रोपिक) होती। यह एजोस्पर्मिया के करीब 2 प्रतिशत मामलों में कारण हो सकता है।
  2. नॉन-ऑब्सट्रक्टिव एजोस्पर्मिया या टेस्टिकुलर फेलियर Testicular failure or non-obstructive azoospermia नॉन-ऑब्सट्रक्टिव एजोस्पर्मिया जिसमें टेस्टीकुलर फेलियर है (Sertoli-cell only syndrome) जिसमें स्पर्म का निर्माण ही नहीं होता। यह एजोस्पर्मिया के करीब 49% से 93% मामलों में कारण हो सकता है।
  3. ऑब्सट्रक्टिव एजोस्पर्मिया या पोस्ट-टेस्टिकुलर एजोस्पर्मिया Post-testicular causes for azoospermia | Obstructive azoospermia | Retrograde ejaculation ऑब्सट्रक्टिव एजोस्पर्मिया में स्पर्म तो बनते हैं लेकिन एजाकुलेशन के दौरान बाहर नहीं आ पा रहे, यह एजोस्पर्मिया के करीब 7 प्रतिशत मामलों में कारण हो सकता है।
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यूरोलोजिस्ट, प्रजनन विशेषज्ञ स्पर्म एनालिसिस के बाद आगे जांचों के द्वारा कारण का पता लगाते हैं और उसी के अनुसार आगे ट्रीटमेंट करते हैं या उचित सलाह देते हैं।

Azoospermia is the medical condition of a man whose semen contains no sperm(nil sperm). It is defined as the complete absence of spermatozoa upon examination of the semen. This condition affects 1% of all men, and in approximately 15% of infertile men.

It is very important to confirm complete absence of with a repeat test after a long time, because many external factors (e.g., febrile episodes and some therapies) may cause transient azoospermia

Azoospermia can be due to a lack of spermatozoa production in the testes (secretory or Non-Obstructive Azoospermia, NOA), or from an inability of produced spermatozoa to reach the emitted semen (excretory or Obstructive Azoospermia, OA).  Both the causes, Obstructive and Non-Obstructive, are sometimes present in a single patient.

एजोस्पर्मिया क्या है? निल शुक्राणु (Nil Sperm) का क्या मतलब है?

एजोस्पर्मिया, एक मेडिकल टर्म है जिसका मतलब हैं कि स्खलन में कोई शुक्राणु नहीं (Nil sperm) हैं।

यह ऑब्सट्रक्टिव, जिसमें शुक्राणु बन तो रहे हैं लेकिन वे स्खलन में नहीं जा पा रहे या नॉन-ऑब्सट्रक्टिव हो सकता है, जिसमें वृषण | टेस्ट्स के द्वारा शुक्राणु का उत्पादन नहीं हो रहा।

क्या एजोस्पर्मिया कॉमन है?

हाँ। लगभग 10% इनफर्टाइल पुरुषों, और सभी पुरुषों में करीब को 1% एजोस्पर्मिया हो सकता है।

निल शुक्राणु का पता कैसे लगाते हैं?

नील शुक्राणु को पता लागने के लिए विशेषज्ञ टेस्ट कराते हैं।

  1. कम्पलीट मेडिकल हिस्ट्री
  2. शारीरिक परीक्षण
  3. होर्मोन लेवल टेस्ट
  4. बचपन में हुआ प्रजनन अंगों सम्बंधित रोग या चोट या इन्फेक्शन orchitis or cryptorchidism, genital trauma or prior pelvic/inguinal surgery; infections
  5. पारिवारिक इतिहास’
  6. टेस्टिस का साइज़
  7. सेकेंडरी सेक्स कैरेक्टरिस्टिक
  8. वासा डेफेरेंस की जांच
  9. वरिकोसेल पता करना
  10. सीरम टेस्टोस्टरोन
  11. फोलिकल स्टिमुलेटिंग होर्मोन (FSH) लेवल
  12. सेमन वॉल्यूम

एजोस्पर्मिया का क्या कारण है? निल शुक्राणु क्यों होता है?

हम कई संभावित कारणों के बारे में जानते हैं, जैसे क्लाइनफेल्टर सिंड्रोम, चिकित्सा उपचार जैसे किमोथेरेपी या विकिरण, कुछ नशीले पदार्थों जैसे ड्रग्स,  शारीरिक विकृतियों जैसे वैरोकेलिस या वास डिफरेंस की अनुपस्थिति और कुछ आनुवंशिक कारण और पुरुष नसबंदी।

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ऑब्सट्रक्टिव एजोस्पर्मिया Obstructive Azoospermia

ऑब्सट्रक्टिव एजोस्पर्मिया (ओए): ओए का अर्थ है कि अंडकोष के अंदर सामान्य रूप से शुक्राणु का उत्पादन होता है, लेकिन प्रजनन टयूबिंग में रुकावट है जो शुक्राणुओं को बाहर की दुनिया में बहने से रोक रही है।

ऑब्सट्रक्टिव एजोस्पर्मिया के कारण

ऑब्सट्रक्टिव एजोस्पर्मिया के कारण आनुवंशिक, जन्मजात या अक्वायर्ड हो सकते हैं:

पुरुष नसबंदी: यह सबसे आम कारण है।  इसमें सर्जिकल तरीके से शुक्राणुओं के वीर्य में शामिल होने को रोक दिया जाता है।

संक्रमण: ऑस्टस्ट्रक्टिव एजोस्पर्मिया अंडकोष, प्रोस्टेट या प्रजनन पथ के संक्रमण के कारण हो सकता है जैसे की एपीडाइडाईमाइटिस, ऑर्काइटिस, प्रॉस्टाटाइटिस, और यौन संक्रमण क्लैमाइडिया, epididymitis/orchitis, prostatitis, and venereal diseases such as Chlamydia।

जन्मजात स्थितियां: कुछ पुरुषों में जन्म से वास डिफरेंस सही से नहीं बना होता। अन्य पुरुष प्रोस्टेट प्रोस्ट्रेट में सिस्ट के साथ पैदा होते हैं जो स्खलन नलिकाओं को ब्लाक कर देता है।

शल्य चिकित्सा संबंधी जटिलताएं: मूत्रजनन अंगों या हर्निया के लिए की जाने वाली शल्य से प्रजनन अंगों में घाव और फिर स्कार हो सकता है जो आगे चल कर प्रजनन अंगों में रुकावट कर देता है। यह मेल बच्चों के इलाज़ के दौरान हो सकता है क्योंकि बच्चों में प्रजनन पथ बहुत छोटा है।

नॉन-ऑब्सट्रक्टिव एजोस्पर्मिया Non-Obstructive Azoospermia

Non-obstructive azoospermia refers to no sperm in the semen because of abnormal sperm due to hormonal problems, testicular failure, or varicocele, or varicose veins in the testicles।

नॉन-ऑब्सट्रक्टिव एजोस्पर्मिया (एनओए): NOA का मतलब है कि ट्यूब खुले हैं, लेकिन शुक्राणु उत्पादन की समस्या है जहां या तो शुक्राणु पैदा होते हैं या शुक्राणु उत्पादन का एक बहुत कम स्तर है। यह स्तर अक्सर इतना कम होता है कि शुक्राणु अंडकोष से बाहर नहीं निकलते हैं और सर्जरी द्वारा अंडकोष के अंदर पाए जा सकते हैं।

नॉन-ऑब्सस्ट्रक्टिव एज़ोस्पर्मिया के कारण

नॉन-ऑब्सस्ट्रक्टिव एज़ोस्पर्मिया का कारण अंडकोष या प्रजनन हार्मोन के बीच असामान्यताएं हो सकता है जो शुक्राणु उत्पादन नियंत्रित करते हैं। यह आनुवांशिक, जन्मजात या अक्वायर्ड हो सकता है।

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आनुवांशिक कारण Genetic: इसमें क्रोमोसोमिक असामान्यताएं chromosomal abnormalitie शामिल हैं, जिसमें  गुणसूत्रों की संख्या उतनी नहीं है जितनी कि यह होना चाहिए (जिसे एनियुप्लोइडी कहा जाता है। पुरुषों में एजोस्पर्मिया होने के कारण सबसे आम क्रोमोसोमल समस्या में एक अतिरिक्त एक्स गुणसूत्र है पाया जाता है जिसे क्लाइनफेल्टर सिंड्रोम Klinefelter Syndrome  कहा जाता है।

वैरिकोसिल Varicocele:  इसमें वैरिकाज़ नसों के कारण इनफर्टिलिटी होती है। यह स्थिति पुरुष बांझपन का सबसे आम कारण है और आसानी से ठीक हो सकती है। अधिकांश वैरिकोसेल्स केवल शुक्राणुओं की संख्या को कम करने के कारण होते हैं, लेकिन कुछ मामलों में एजोस्पर्मिया भी वैरिकोसेले के कारण होता है।

हाइपोस्पर्मेटोजेनिसिस Hypospermatogenesis: इसका मतलब है कि अंडकोष के भीतर शुक्राणु उत्पादन होता है, लेकिन सामान्य की तुलना में कम मात्रा में।

सर्टोली-सेल केवल सिंड्रोम Sertoli-Cell Only Syndrome: इस स्थिति को ठीक नहीं किया जा सकता। इसमें वो जेर्म सेल्स जो विभाजित हो स्पर्म बंटी हैं वे नहीं पायी जाती।

दवाएं: टेस्टोस्टेरोन और दूसरे एनाबोलिक स्टेरॉयड का सेवन एज़ोस्पर्मिया कर सकता है। यह कारण बहुत कॉमन है और ठीक किया जा सकता है।

ज्यादातर मामलों में, एजोस्पर्मिया के संभावित कारणों से पूरी तरह से समझ नहीं आ पाते, जैसे कि आनुवांशिक स्थितियों, भ्रूण / बच्चे के रूप में खराब वृषण विकास, या पर्यावरणीय विषाक्त पदार्थ।

क्या वैरोकोसेल्ज़ varicocele एज़ोस्पर्मिया का कारण हो सकता है?

वैरिकोसील तीन मुख्य समस्याएं पैदा कर सकते हैं: प्रजनन क्षमता की कमी, टेस्टोस्टेरोन की कमी, या सक्रोटम में डिसकम्फर्ट।

कुछ मामलों में, वैरिकोसेल एजोस्पर्मिया पैदा कर सकता है, या स्खलन में शुक्राणुओं की पूर्ण कमी, कर सकते हैं।

एक वीर्य विश्लेषण semen analysis से एजोस्पर्मिया पता चला – मुझे क्या करना चाहिए?

किसी निष्कर्ष पर पहुँचने से पहले दुबारा किसी और अनुभवी लैब से टेस्ट करवा कर देखें क्योंकि परिणाम टेस्ट, एक प्रयोगशाला से  दूसरी प्रयोगशाला में कुछ बदल सकते हैं। साथ ही, यदि कम मात्रा में भी स्पर्म मौजूद हैं तो यह उपचार विकल्पों को काफी बदल सकते हैं, इसलिए सीमेन एनालिसिस के रिजल्ट्स की उचित पुष्टि होनी चाहिए।

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क्या हम बता सकते हैं कि क्या यह स्पर्म न बन पाने की समस्या या स्पर्म के एजाकुलेशन में बाहर न आने की?

100% प्रतिशत सटीकता के साथ यह नहीं बताया जा सकता।

सावधानीपूर्वक प्रजनन संरचनाओं का मूल्यांकन करने, प्रयोगशाला परीक्षण जैसे एफएसएच FSH  और इनबिइन बी inhibin B  testicular फ़ंक्शन का संकेत दे सकते हैं।

क्या एजोस्पर्मिया होने का मतलब है कि वृषण कोई शुक्राणु नहीं बनाता है?

जरुरी नहीं। वृषण शुक्राणु बना सकता है, लेकिन हो सकता है कि इनकी संख्या कम हो इसलिए यह टेस्ट में नहीं आ पारहे हों।

क्या निल शुक्राणु उपचार उपलब्ध हैं? सबसे अच्छा इलाज क्या है?

बेशक, यह कारण पर निर्भर करता है, लेकिन इलाज़ का सबसे अच्छा विकल्प कई कारकों पर निर्भर है जैसे महिला पार्टनर की उम्र और रेप्रोडक्टिव फंक्शन, शारीरिक परीक्षा निष्कर्ष और रक्त परीक्षण रिजल्ट्स, वित्तीय स्थिति आदि।

निल शुक्राणु उपचार के विकल्प कारण पर निर्भर करते हैं।

  1. Hypogonadotropic-hypogonadism or pre-testicular azoospermia, में होर्मोन FSH/LH or gonadotropin-releasing hormone दिए जाते हैं जो की स्पर्म के बनने को उत्तेजित करते हैं।
  2. ऑब्सट्रक्टिव एजोस्पर्मिया Obstructive azoospermia कोई रुकावट है तो उसे दूर करने की कोशिश । microsurgical reconstruction की जा सकती है। इस ट्रीटमेंट को करने के लिए बहुत ही अनुभवी विशेषज्ञ की ज़रूरत है।
  3. नॉन-ऑब्सट्रक्टिव एजोस्पर्मिया Non-obstructive azoospermia, जिसमें स्पर्म के बनने में दिक्कत है, में भी टेस्टिकुलर स्पर्म एक्सट्रैक्शन किया जा सकता है।

अन्य निल शुक्राणु उपचार सम्बन्धी सुझाव

  1. यदि कोई रुकावट (या नसबंदी) है, तो कुछ पुरूषों के लिए सर्जरी सबसे अच्छा इलाज हो सकता है।
  2. दवाएं या ड्रग्स कारण हैं तो उन्हें न लें।
  3. हार्मोनल असामान्यताएं हो तो उसे ठीक किया जाना चाहिए।
  4. शारीरिक विकृतियों, वैरोकॉक्लेस varicocelectomy हो तो सर्जरी की जा सकती है।
  5. अंडकोष में सीधे शुक्राणुओं की पुनःप्राप्ति का प्रयास किया जाए जिससे सहायता प्रजनन तकनीक assisted reproductive techniques  के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
  6. और यदि कोई आप्शन न हो तो डोनर स्पर्म का प्रयोग करने की सलाह दी जाए।
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क्या टेस्टोस्टेरोन टेस्ट्स में नहीं बनते? क्या एक व्यक्ति जिसमें सामान्य टेस्टोस्टेरोन है वह एजोस्पर्मिक हो सकता है?

हाँ टेस्टोस्टेरोन टेस्ट्स में बनते हैं और सामान्य टेस्टोस्टेरोन वाला व्यक्ति एजोस्पर्मिक हो सकता है। यद्यपि दोनों ही टेस्टिस या वृषण में बनते हैं लेकिन दोनों का निर्माण करने वाली सेल्स अलग है। टेस्टोस्टेरोन लेडिग सेल्स Leydig” or “interstitial” cells  में बनता है जबकि स्पर्म्स, जर्म सेल्स “germ cells” in small tubules within the testis। में बनते हैं।

शुक्राणुओं को पुनः प्राप्त करने के लिए किस प्रक्रिया का उपयोग किया जाता है?

पुरुष जिन्हें ऑब्सट्रक्टिव एजोस्पर्मिया  obstructive azoospermia  है और उनकी प्रजनन संरचनाओं के अन्दर शुक्राणु उपलब्ध हैं उनमें, और विभिन्न प्रक्रियाओं के द्वारा शुक्राणु प्राप्त किये जा सकते हैं। इनमें testicular शुक्राणु निष्कर्षण (टीईएसई testicular sperm extraction (TESE), टेस्टिकुलर स्पर्म एस्पिरेशन (टीईएसए), माइक्रोस्कोरिपल एपीडिडायमल स्पर्म एस्पिरेशन (एमईएसए), testicular sperm extraction (TESE), testicular sperm aspiration (TESA),  microsurgical epididymal sperm aspiration (MESA),  और अन्य शामिल हैं।

नॉन-ऑब्सट्रक्टिव एजोस्पर्मिया में अनुभवी विशेषज्ञ टेस्ट्स से स्पर्म्स microdissection testicular sperm extraction (microTESE) पाने की कोशिश की सलाह दे सकते हैं।

निल शुक्राणु की समस्या का उपचार सभी व्यक्तियों के लिए समान नहीं होता। कारण के आधार पर ही इसके उपचार के विकल्प हैं। यदि होर्मोन की कमी है तो दवाएं या इंजेक्शन दिए जा सकते हैं। टेस्टोस्टेरोन, FSH, LH,  की कमी हो तो डॉक्टर उसी के आधार पर इंजेक्शन लगवाने की सलाह दे सकते हैं. कुछ मामलों में, जैसे की स्पर्म्स का निर्माण हो ही न पाना क्योंकि प्रजनन अंगों में कोई कमी हैं, उपचार यदि संभव न हो तो व्यक्ति को स्पर्म डोनर या एडॉप्शन की सलाह भी दी जा सकती है।

21 Comments

  1. shukranu nahi bante uska ilaj bataye please

  2. Jin k sukranu nhi bnte unka ilaj ho skta hai kya

  3. sir mera sparm bilkul nil hai mai bahot sa dawai ka sevan kr chuka but koi sahi result nhi mila so pls koi upay batay

  4. Mere shukranu nil hai Maine 2 Sal se dawa kha raha hu lekin mere koi fayda nhi ho raha hai mai konsi dawa lu

  5. Mere bhi sukardu bilkul nahi he kai bsr checkap karaya lekin har bar nil lol upachar ho to bstaiye pl

  6. MERA SPERM COUNT NILL HAI MAI KYA KARU MUJHE UPAYE BATAE

  7. Mera sperm count nill hai fsh 22.3 hai baki hormonal normal hai mera koi baby nhi hai kiya kro kiya ivf se ho sakta hai

  8. lokendra singh bist

    mere sukranu nil hai mujhe kaunsi dawa lena chaye

  9. Nil sukranu ka ilaj

  10. Mera sperm count nil hai or ling me infection hai
    Shawas ke dauran twacha chhil jati hai.
    Iske upchar kya hai
    Meri ek bhi santan nhi hai
    Koi upai batain

  11. Sparm count kaise chek kare

  12. Viyra bahut patla hai speam count low hai

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