टेस्टोस्टेरोन की कमी बहुत सारी सेक्सुअल बीमारिया हो जाती है जैसे की सेक्स की इच्छा में कमी। इसकी कमी से स्तम्भन दोस ( erectile dysfunction) भी हो सकता है और erectile dysfunction के और भी कारण हो सकते हैं।
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Testosterone replacement therapy (TRT) के द्वारा टेस्टोस्टेरोन स्तर को सुधार जा सकता है जो की सेक्स की इच्छा की कमी को दुबारा से सही कर देता है।
लेकिन Testosterone replacement therapy (TRT) का एक बहुत बुरा साइड इफ़ेक्ट होता है जिसकी वजह से पुरुषों की सेक्स लाइफ ठीक तो हो जाती है लेकिंग उनके पिता बनने की क्षमता में बहुत कमी हो जाती है। इस थेरेपी के कारण पिता बनाने की क्षमता लगबग ख़तम हो जाती है इसलिए इसे बहुत सोच समझ कर करना चाहिए।
Testosterone replacement therapy (TRT) को पुरुषों के लिए यह गर्भ निरोधक की तरह से इस्तेमाल किया जाता है क्यों की यह स्पर्म काउंट को शून्य कर देता है। इसलिए यह समझाना बहुत जरूरी हो जाता है की टेस्टोस्टेरोन बढ़ाने से आप की नपुंसकता भी बढ़ेगी।
टेस्टोस्टेरोन Testosterone and Fertility
टेस्टोस्टेरोन का स्पर्म बनाने में बहुत योगदान होता है।
दिमाग एक बिशेष प्रकार का हार्मोन बनता है जिसे gonadotropin-releasing hormones कहा जाता है। ये हरमों अन्डकोशों की ज्यादा टेस्टोस्टेरोन बनाने का संकेत देते हैं, जो की healthy sperm count के लिए बहुत हो आवश्यक होता है।
जब कोई ब्यक्ति Testosterone replacement therapy करता है तो खून में यह हरमों जेल या और तरीके से मिलाया जाता है। और दिमाग को लगता है की शरीर में जरूरी Testosterone का लेवल है और दिमाग अन्डकोशों की Testosterone बनाने का साकेत देना बंद कर देता है जिसकी वजह से testes Testosterone बनाना कम कर देते है जिससे की sperm production कम हो जाता है और low स्पर्म काउंट की वजह से बच्चे पैदा करने की क्षमता में बहुत कमी हो जाती है।
इसलिए यदि आप को पिता बनना है तो आप को TRT नहीं कराना चाहिए।
टेस्टोस्टेरोन की कमी में Fertility कैसे बढ़ाएं
यदि आप का टेस्टोस्टेरोन लेवल कम है तो आप को gonadotropin injections से sperm count बढ़ने की कोशिश करनी चाहिए। यह स्पर्म का बनान बढाता है। यह एक स्पर्म काउंट बढ़ाने का सही तरीका हो सकता है। लेकिन इसके लिए किसी बिशेसज्ञ डॉक्टर की मदद लेनी चाहिए।
इसके अलावा रोजाना कसरत करनी चाहिए और अच्छा खाना खाना चाहिए, अगर कोई बच्चा चाहता है तो उसे अपना मोटापा कम करना चाहिए क्योंकि जिसके पेट पर चर्बी जमा होती है उसका Testosterone लेवल कम होता है क्योंकि पेट की चर्बी Testosterone को estrogen में बदलती है। अगर कोई अपना वजन कुछ किलो कम करे तो उसकी firtility पर इसका बहुत अच्छा असर पड़ता है।
एक्सपर्ट बताते हैं की वजन कम करने से Testosterone का लेवल बढ़ता है, वजन कम करना मुश्किल काम होता है लेकिन जिसको बच्चा चाहिए उसे जरूर ही वजन कम करना चाहिए।
टेस्टोस्टेरोन सम्बंधित प्रश्न और उनके उत्तर
१. पुरुष टेस्टोस्टेरोन कैसे बनाते हैं ?
पुरुषों के अंडकोष कोलेस्ट्रोल को टेस्टोस्टेरोन में बदलते हैं
२. क्या मुझे टेस्टोस्टेरोन बनाने की लिए ज्यादा कोलेस्ट्रोल खाना चाहिए?
नहीं , लीवर टेस्टोस्टेरोन बनाने के लिए जरूरी कोलेस्ट्रोल बनता है।
३. क्या मुझे ज्यादा टेस्टोस्टेरोन बनाने के लिए ज्यादा वसा खानी चाहिए?
ज्यादा फैटी फ़ूड खाने से पेट की चर्बी बढाती है और यह मर्दों की भूख को बढ़ता है। फैटी खाना पुरुषों का दुश्मन नहीं है अगर वे गहरा तला हुआ, पस्त, ब्रेड पर लगा मक्खन, processed cheese, प्याज के छल्ले, फ्रेंच फ्राइज़ नहीं हैं।
४. टेस्टोस्टेरोन की कमी का पता कैसे लगते हैं?
अगर आप का टेस्टोस्टेरोन नार्मल से कम हो गया है तो सबसे पहले आप का सेक्स करने का मन कम होने लगेगा और इसके साथ आप का लिंग या तो खड़ा नहीं होगा या ज्यादा देर तक खड़ा नहीं रह पायेगा।
इसकी कमी से मांसपेसियों के घनत्व में कमी आती है और पुरुषों की छातियाँ बढ़ जाती है
शरीर पर बालों की कमी होने लगाती है टेस्टोस्टेरोन (Testosterone) की कमी के कारण osteoporosis(एक प्रकार की arthritis) हो सकती है।
इसके अलावा आप को डॉक्टर को दिखा कर जांच करनी चाहिए।
५. टेस्टोस्टेरोन कहाँ बनता है?
पुरुष की अंडग्रंथि या टेस्टिकल के अन्दर कई सेल्स पायी जाती हैं, जिनमें से सेरेटोली सेल शुक्राणु तैयार करने के लिए और लेडिग टेस्टोस्टेरोन के उत्पादन के लिए जिम्मेदार है।
६. कम टेस्टोस्टेरोन के क्या कारण हैं?
- मस्तिष्क में ग्रंथियों कि हार्मोन का उत्पादन पर नियंत्रण के साथ कोई समस्या
- कम थाइरोइड
- बहुत ज्यादा शरीर पर चर्बी (मोटापा)
- अन्य विकार, रोग, चिकित्सा उपचार या संक्रमण
- 30-40 की उम्र के बाद से
- दवा के दुष्प्रभाव, जैसे रसायन चिकित्सा
- अंडकोष की चोट या कैंसर
७. टेस्टोस्टेरोन की रक्त में सामान्य रेंज क्या है?
सामान्य टेस्टोस्टेरोन रेंज 300 नैनोग्राम प्रति डेसीलीटर (एनजी / डीएल) से 1000 ग्रा / डीएल 300 and 1,000 nanograms per deciliter है। सामान्य से कम के टेस्टोस्टेरोन के कई कारण हो सकते है जैसे अंडकोष की चोट।