विटामिन डी 3 या कोलेकैल्सिफेरोल Cholecalciferol (Vitamin D3) सैशे

विटामिन डी 3 जिसे कोलेकैल्सिफेरोल भी कहते हैं क्या होता है, विटामिन डी 3 की कमी के लक्षण और कारण, विटामिन डी 3 की कमी को पूरा करने के सप्लीमेंट्स कौन कौन से हैं?

विटामिन डी 3 या कोलेकैल्सिफेरोल सैशे विटामिन डी 3 का सप्लीमेंट है। यह ग्रेन्युल्स तथा सॉफ्ट जेल में उपलब्ध है व इसका सेवन विटामिन डी की कमी और उसके सामान्य स्तर को बनाये रखने में मदद करता है। विटामिन डी की कमी से होने वाली परेशानियाँ इसके सेवन से दूर होती हैं। इसके सेवन से कैल्शियम के अवशोषण में सहायता होती है और इसलिए मजबूत हड्डियों और दांतों के लिए शरीर में इसकी प्रयाप्त मात्रा ज़रूरी है।

विटामिन डी का प्रयोग रिकेट्स, कमजोर हड्डियों (ऑस्टियोपोरोसिस) और हड्डी में दर्द (osteomalacia) के इलाज के लिए भी किया जाता है। विटामिन डी मांसपेशियों, हृदय, फेफड़े, मस्तिष्क और प्रतिरक्षा प्रणाली के समुचित कार्य के लिए अत्यंत आवश्यक है।

विटामिन डी और विटामिन डी 3 के बीच अंतर क्या है?

विटामिन डी, एक फैट में घुलने वाला विटामिन है। यह दो प्रकार का होता है, विटामिन डी 2 ( एर्गोकलसिफ़रोल) और विटामिन डी 3 ( कोलेकैल्सिफेरोल )।

सूरज की रोशनी में मानव शरीर द्वारा विटामिन डी 3 ( कोलेकैल्सिफेरोल ) का उत्पादन किया जाता है और आहार स्रोतों जैसे मछली जैसे भी उपलब्ध है। बहुत कम खाद्य पदार्थ स्वाभाविक रूप से विटामिन डी की आपूर्ति करते हैं। पनीर, अंडे और फैटी मछली, जिसमें डी 3 की मात्रा बहुत कम है, डी 3 का सबसे अच्छा आहार स्रोत हैं।

इसके विपरीत, विटामिन डी 2 ( एर्गोकलसिफ़रोल) मानव शरीर में नहीं उत्पन्न होता है, लेकिन पराबैंगनी प्रकाशमें यीस्ट, फंगस और मशरूम द्वारा  बनाया जाता है। विटामिन डी 2 फोर्टीफाइड दूध, जूस या ब्रेकफ़ास्ट सीरियल में यह पाया जाता है।

यद्यपि आप दोनों को ही सुरक्षित रूप से ले सकते हैं लेकिन दो रूपों की प्रभावशीलता अलग है। अध्ययन दिखाते हैं कि, कार्यात्मक रूप से, विटामिन डी 3, डी 2 से कम से कम 300% अधिक प्रभावी है । विटामिन डी 2 को आमतौर पर दूध और अन्य खाद्य उत्पादों को फोर्टीफाई करने के लिए प्रयोग किया जाता है, लेकिन यह मनुष्य के लिए विटामिन डी का आदर्श रूप नहीं है। विटामिन डी 3 पूरक लंबे समय तक सीरम विटामिन डी के स्तर को बनाए रखने में मददगार हैं, खासकर सर्दियों के महीनों में जब सूरज कम निकलता है।

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शरीर में विटामिन डी 3 के स्तर को मापने के लिए कौन सा टेस्ट है?

विटामिन डी हमारे शरीर में तब बनता है जब हमारी त्वचा सूरज की पराबैंगनी बी (UVB) ultraviolet B (UVB) किरणों के संपक में आती है। यह यकृत को भेजा जाता है, जहां यह 25(OH) D या, 25-हाइड्रोक्सी-डी, 25-hydroxy vitamin D में बदल दिया जाता है यहाँ से, यह केमिकल सारे शरीर में भेजा जाता है और सक्रिय विटामिन डी में बदल जाता है।

  • शरीर में विटामिन डी के स्तर को मापने के लिए 25-hydroxy विटामिन डी रक्त परीक्षण किया जाता है।
  • 30 nmol/L (12 ng/mL) से कम स्तर नीचे शरीर में विटामिन डी की कमी दर्शाता है।
  • 125 nmol/L (50 ng/mL) का स्तर शरीर में इसकी अधिकता दर्शाता है।
  • 50 nmol/L or above (20 ng/mL or above) ज्यादातर लोगों के लिए पर्याप्त हैं।

विटामिन डी 3 की कमी के लक्षण क्या हैं?

विटामिन डी की कमी के कोई विशेष लक्षण नहीं होते है। कई लोगों में कोई लक्षण नहीं है। लेकिन गंभीर और क्रोनिक मामलों में फ्रैक्चर और हड्डियों की विकृति हो जाते हैं।

विटामिन डी की कमी के कुछ लक्षणों में निम्नलिखित शामिल हैं

बच्चों में

  • देर से खड़ा होना और चलना
  • नरम खोपड़ी या कमजोर घुमावदार पैर bow-legged धनुष की तरह मुड़े पैर
  • बार-बार संक्रमण
  • मांसपेशियों में ऐंठन, चिड़चिड़ापन
  • रिकेट्स, विकास और ऊंचाई में कमी
  • सांस लेने कठिनाइयों

वयस्कों में

  • उच्च रक्तचाप, हृदय रोग
  • एकाग्रता का अभाव, मनोभ्रंश, स्मृति विकार
  • कठिनाई में चलने, सीढ़ियाँ चढ़ने में दिक्कत
  • कब्ज या दस्त
  • कमजोर दांत, कैविटी होना, दर्द
  • कलाई, एड़ियों, का फूला दिखना
  • चक्कर आना
  • चिंता, मनोबल कम होना
  • थकान, सामान्य दर्द और दर्द
  • बहुत ज्यादा पसीना आना, सिर का पसीने में भीग जाना, बेचैनी
  • बार-बार श्वसन संक्रमण
  • बालों का झड़ना, पैच में गंजापन
  • मांसपेशियों का फड़फड़ाना twitching/स्थानीय, अनैच्छिक मांसपेशी का संकुचन और विश्राम जो त्वचा के नीचे दिखाई दे सकता है)
  • मांसपेशियों की कमजोरी
  • मांसपेशियों में दर्द
  • सिर दर्द, माइग्रेन, मस्तिष्क संबंधी विकार, मूड विकार, अवसाद
  • सोरायसिस, मधुमेह
  • हड्डियों में दर्द, आमतौर पर पसलियों, कूल्हों, श्रोणि, जांघों और पैरों में
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कोलेकैल्सिफेरोल के सैशे को क्यों लेते हैं?

कोलेकेल्सीफेरोल को दूध में घुला कर लेते हैं। यह शरीर में विटामिन डी की कमी को ठीक करता है। यह शरीर में कैल्शियम और फास्फोरस के सही अवशोषण और मजबूत हड्डियों के निर्माण और रखरखाव के लिए लिया जा सकता है।  विटामिन डी 3 को हड्डी संबंधी विकारों (जैसे ऑस्टियोपोरोसिस, रिकेट्स , ऑस्टोमालाशिया ) का इलाज करने और रोकने के लिए प्रयोग किया जाता है ।

विटामिन डी 3 का उपयोग अन्य विकारों के लिए भी किया जाता है ताकि कुछ विकारों (जैसे हाइपोपैरैयरायडिज्म , स्यूडोहाइपोपैरैथरायडिज्म , पारिवारिक हाइपोफोस्फेटिया) के कारण कैल्शियम या फॉस्फेट के निम्न स्तर का इलाज किया जा सके।  इसे निम्न के उपचार के लिए इस्तेमाल करते हैं:

  • Dietary intake is insufficient, e।g।, breast-fed infants
  • Familial hypophosphatemia
  • Hypocalcemia
  • Hypoparathyroidism
  • Primary or corticosteroid-induced osteoporosis vitamin d is used in conjunction with calcium)
  • Renal osteodystrophy in patients with chronicrenal failure undergoing dialysis’
  • Rickets

कोलेकेल्सीफेरोल की डोज़ क्या है?

  • कोलेकैल्सिफेरोल को खाने के बाद ले सकते हैं।
  • शुरू में 1 कैप्सूल या पाउच हर सप्ताह। ऐसा 8 सप्ताह तक किया जाना चाहिए।
  • इसके बाद 1 कैप्सूल या पाउच हर महीने के 6 महीने तक लिया जाना चाहिए।
  • दवा का असर एक महीने बाद दिखता है।

 कोलेकेल्सीफेरोल कैसे स्टोर करें?

दवा को  15 से 30oC पर, नमी और धूप से दूर रखें।

कोलेकैल्सिफेरोल के ड्रग इंटरेक्शन क्या है?

  • एंटासिड के साथ लेने से Hypermagnesemia हो सकता है।
  • Anticonvulsants (Phenytoin, Phenobarbital) के साथ लेने पर यह कम प्रभावी होता है।
  • Cholestyramine, Colestipol, Mineral OiI के साथ इसका अवशोषण कम हो जाता है।
  • प्रेगनेंसी के दौरान यदि शरीर में कैल्शियम की मात्रा अधिक मात्रा Hypercalcemia से नवजात में कैल्शियम की कमी,  अतिपेशी उत्तेजना tetany और दौरे seizures हो सकते हैं।

विटामिन डी 3 सप्लीमेंट के साइड इफेक्ट्स क्या हो सकते हैं?

इच्छित प्रभाव के अतिरिक्त, डी 3  60000 IU Granules कुछ अवांछित प्रभाव भी हो सकते हैं। ऐसे मामलों में, डॉक्टर से संपर्क करें।

  • Allergy
  • Constipation
  • Hypercalcemia
  • Hypercalciuria
  • Mental Confusion
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शराब के साथ इंटरेक्शन अज्ञात है। ऐसे में इसे लेने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श करना उचित है। यह साइड इफेक्ट्स की एक विस्तृत सूची नहीं है। कृपया अपने चिकित्सक को सूचित करें यदि आप दवा के प्रतिकूल प्रतिक्रिया अनुभव करते हैं।

जब रक्त में विटामिन डी 3 की मात्रा बहुत अधिक हो जाती है विषाक्तता के लक्षणों में मतली, उल्टी, भूख नहीं लगना, कब्ज, कमजोरी, और वजन घटना हो सकता है।  यह कैल्शियम के रक्तस्तर को बढ़ाकर, भ्रम, और हार्ट बीट के साथ समस्या पैदा कर सकता है। अतिरिक्त विटामिन डी भी गुर्दे को नुकसान पहुंचा सकता है।

विटामिन डी 3 सप्लीमेंट के Contraindications क्या हैं?

विटामिन डी 3 सप्लीमेंट Hypercalcemia और Hypervitaminosis D में इस्तेमाल नहीं किया जाना Contraindications चाहिए। Hypercalcemia, शरीर में कैल्शियम का अधिक स्तर है और Hypervitaminosis D शरीर में विटामिन डी के अधिक स्तर को कहते हैं।

  • Allergy to Vitamin D
  • Hypercalcemia
  • Hypervitaminosis D
  • Malabsorption Syndrome

गर्भावस्था में उपयोग इस दवा का उपयोग तब तक अनुशंसित नहीं है जब तक कि आवश्यक न हो। स्तनपान राते समय उपयोग से पहले डॉक्टर से पूछें। चूंकि अनुसंधान से सबूत की कमी है, इसलिए इसे डॉक्टर से परामर्श करने और उपभोग करने से पहले जुड़े जोखिमों का मूल्यांकन करने की सलाह दी जाती है।

विटामिन डी 3 के ओवरडोज़ के क्या लक्षण है?

यदि विटामिन डी 3 का ओवर ओवरडोज़ हुआ है तो लक्षण तुरंत नहीं दिखते। कुछ समय बाद पता लगते हैं। विटामिन डी 3 की अधिकता से कमजोरी, मांसपेशियों में दर्द, कब्ज़, वज़न गिरना, उलटी, जी मिचलाना और मुंह में मेटालिक टेस्ट आना आदि हो सकते हैं।

ऐसे में दवा का सेवन तुरंत बंद कर देना चाहिए।

कुछ उपलब्ध कोलेकैल्सिफेरोल सप्लीमेंट्स के नाम

  • Alphomax-D IU 60000 Soft Gel
  • Calboss D6 IU 60000 Soft Gel
  • Calcia Sachet
  • Calcicol Sachet
  • Calcirol 60000 IU Granules Cadila Pharmaceuticals Ltd
  • Calcirol sachet Cadila (1gram sachet contains Cholecalciferol 60,000 IU)
  • Calcnon Vitamin D3 Sachet
  • Calnez-D3 IU 60000 Soft Gel
  • Cholecalciferol Soft Gel Capsule MV-D3
  • Colsun-D3 60000 I.U. Soft Gel
  • D3-Core Cholecalciferol 60000 I.U. Soft Gel
  • Dboost Capsules/Sachet
  • Deep Gel IU 60000 Soft Gel
  • Dew-D3 IU 60000 Soft Gel
  • Dvion 60000 IU Sachet Merck
  • EL D3 Sachets (Sachet contains Cholecalciferol 60,000 IU)
  • Fosamax Plus Merck Sharp & Dohme (For Osteoporosis in postmenopausal women)
  • Gen D3 60000 IU Granules Macleods Pharmaceuticals Pvt.Ltd
  • Kalrech IU 60000 Soft Gel
  • Metocal Vit D3 (Calcium carbonate + Vitamin D3; For Vit D3 & Ca deficiency in the elderlY)
  • Milical Glenmark Pharma (Pregnancy & lactation)
  • Osteobis Softgel Capsules
  • Ostigrain D M Pharma
  • Shelcal 500 (Calcium + vitamin D3)
  • SMO-D3 IU 60000 Soft Gel
  • Solgar Vitamin D3 Cholecalciferol Softgels (1 softgel contains Cholecalciferol 10,000 IU)
  • Solshine IU 60000 Soft Gel
  • Torflash 60000 IU Granules Torrent Pharmaceuticals Ltd
  • Vinferol Sachet
  • Vitanova D3 60000 IU Granules Zuventus Healthcare Ltd
  • Vitomin D3 60000 IU Granules Cipla Ltd
  • Walbone-D3 Alaina Pharma
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Cholecalciferol (Vitamin D3) is synthesized in the skin on exposure to ultraviolet radiation. Cholecalciferol is also present in fish liver oils.  Ergocalciferol (Vitamin D2) is produced by ultraviolet irradiation of a provitamin D sterol (ergosterol) which occurs in yeast and fungi.

Cholecalciferol should not be taken during pregnancy unless absolutely necessary. Not much studies are done on humans. Therefore, it is advised to start supplementation a few months prior to plan pregnancy after consulting the doctor and evaluating the benefits and risks.

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