कैंडिडिआसिस गुप्तांगों में होने वाला एक आम संक्रमण है। यह एक फंगल इन्फेक्शन है। गुप्तांगों private parts में जब यीस्ट (फफूंद) yeast कैंडिडा एल्बिकस, की संख्या अधिक बढ़ जाती है तब यह संक्रमण होता है। अक्सर ऐसा ठीक से साफ़-सफाई न रखने से, किसी अन्य रोग के कारण या योनि के पी एच के बढ़ जाने के कारण होता है।
कैंडिडा scientific name of yeast is candida यीस्ट प्राकृतिक रूप से योनि क्षेत्र में हमेशा रहते हैं लेकिन एसिडिक मीडियम के कारण इनकी संख्या अधिक बढ़ नहीं पाती। लेकिन यदि किसी कारणवश योनि में पीएच में बदलाव आता है और यह कम अम्लीय less acidic हो जाता है या पीएच बढ़ जाता increased pH है तो यीस्ट संक्रमण हो जाता है। एंटीबायोटिक का सेवन और कम रोग प्रतिरोधक क्षमता इसके होने के रिस्क को बढ़ा देते हैं।
कैंडिडा के इन्फेक्शन में योनिछिद्र पर खुजली होने लगती है। यह खुजली बहुत ज्यादा होती है। इसे बार-बार करने की इच्छा होती है। कुछ स्त्रियों में योनि में कुछ दर्द और सूजन भी देखी जा सकती है। योनि डिस्चार्ज जोकि आमतौर पर पानी जैसा होता है उसकी मात्रा और रंग सभी में परिवर्तन दिखता है। यह स्राव अधिक गाढ़ा और दूध जैसा थक्केदार सफ़ेद दिखता है।
यदि योनि में कैंडिडाआसिस संक्रमण है और लक्षण हैं तो इलाज़ ज़रूर कराएं। साफ़-सफाई सम्बंधित बातें ध्यान रखें जिससे यह संक्रमण दुबारा न हो।
- रोग का नाम: कैंडिडिआसिस
- कारण: फंगस का बढ़ जाना
- दवाएं: एंटीफंगल क्रीम, ज़रूरी हो तभ एंटीफंगल गोली
Candidiasis is a Yeast/fungal infection caused by yeasts Candida albicans. Candida yeasts normally reside in the intestinal tract and can be found on mucous membranes and skin without causing infection. Its overgrowth causes symptoms depending on the affected body area.
Candidiasis in the vagina is commonly referred to as a Yeast infection.
Vaginal candidiasis is treated with antifungal medicines, creams and oral medicines if necessary.
योनि का कैंडिडिआसिस संक्रमण क्या है?
कैंडिडिआसिस कॉमन संक्रमण है जो कभी न कभी हर स्त्री को हो सकता है।
यीस्ट जिसका वैज्ञानिक नाम कैंडिडा, के कारण होने वाला रोग कैंडिडिआसिस है।
यह गुप्तांगों में प्राकृतिक रूप से उत्पन्न होने वाले यीस्ट जैसे फफूंद, जिसे कैंडिडा एल्बिकस कहा जाता है, में अधिक संख्या होने के कारण होता है।
क्या योनि के कैंडिडाआसिस का उपचार कराना आवश्यक है?
यदि लक्षण हैं, तो इलाज़ ज़रूरी हो जाता है। कैंडिडिआसिस के कुछ लक्षण निम्न हैं:
- योनिशोथ (वैजिनाइटिस)
- खुजली
- असामान्य स्राव
- पेडू (ग्रॉइन) क्षेत्र में सूजन
- तेज़ दर्द
- सेक्स के दौरान दर्द
यह संक्रमण उपचार के बाद दुबारा हो सकता है।
क्या मेरे जीवनसाथी को किसी उपचार की आवश्यकता है?
यदि जीवनसाथी में भी कॉमन लक्षण दिखाई देते हैं, तो एक दूसरे के संक्रमण से बचने के लिए आप दोनों को उपचार कराना चाहिए।
कैंडिडाआसिस के संक्रमण के खतरे को कौन से कारक बढ़ा देते हैं?
निम्नलिखित कारणों की वजह से कैंडिडा में अधिक बढ़ोतरी हो सकती है:
- एंटिबायोटिक्स का प्रयोग
- गर्भावस्था
- मधुमेह
- कम इम्युनिटी
- गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन
कैंडिडाआसिस का इलाज क्या है?
इसका इलाज़ आप घर पर कर सकती हैं। योनि के आस-पास एंटीफंगल क्रीम लगायें।
डॉक्टर की सलाह पर एंटीफंगल गोली fluconazole की एक गोली Single Dose भी ली जा सकती है।
यदि इन्फेक्शन बहुत अधिक है तो:
- एंटीफंगल गोली fluconazole की और डोज़ दी जाती हैं।
- बोरिक एसिड का प्रयोग बाह्य रूप से होता है।
कैंडिडाआसिस के लिए कौन सी क्रीम लगानी चाहिए हैं?
- Candid V Gel
- Clotrimazole Cream
- Fungal infection cream
- Himalaya V Gel (Ayurvedic)
- Miconazole 7
- Tioconazole 1 Vaginal (imidazole class)
- Vagisil
- Walgreens Clotrimazole Vaginal Cream
योनि के कैंडिडाआसिस संक्रमण की रोकथाम किस प्रकार की जा सकती है? यह फिर से न हो, इसके क्या घरेलू उपाय हैं?
नीचे दिए गए सुझाव योनि के कैंडिडाआसिस संक्रमण होने से अथवा दुबारा होने से रोकने में मदद कर सकते हैं:
- गुप्तांगों को धोने के लिए या केवल पानी का इस्तेमाल करें या बिना ताज गंध वाला माइल्ड साबुन प्रयोग करें।
- खुशबूदार साबुन, डियो, सुगंधित पैड या टॉयलेट पेपर, क्रीम, टब में नहाना, स्प्रे, आदि का इस्तेमाल न करें।
- बार-बार गुप्तांग न धोएं। 1-2 बार धोना ही काफी है।
- साफ़ पैड का इस्तेमाल करें।
- सुगंधित सेनेटरी पैड और खुशबूयुक्त टॉयलेट पेपर का प्रयोग न करें।
- नहाने के बाद गुप्तांगों को पोंछें।
- शौच के बाद गुप्तांगों को साफ़ पानी से रिंस करें।
- बहुत टाइट अंडरवियर न पहने।
- सूती जाँघिया पहनें (कोई कृत्रिम कपड़े नहीं), और हर दिन अपनी अंडरवियर बदलें।
- शिशु लड़कियों के डायपर को नियमित रूप से बदलें।
- प्रजनन अंगों के आस-पास पाउडर न लगाएं।
- टॉयलेट का इस्तेमाल करने के बाद धोते समय योनिमुख से पीछे की ओर धोएं। ऐसा करने से आपकी गुदा में मौजूद कीटाणु योनि तक नहीं पहुंच पाएंगे।
- सेक्स के बाद पानी से धो लें।
- यौन संचारित रोगों को रोकने के लिए संभोग के दौरान कंडोम का प्रयोग करें।
- यदि आप योनि सूखापन का अनुभव कर रहे हैं , तो योनि मॉइस्चराइज़र का प्रयोग करें।
- जब तक आपके लक्षणों में सुधार न हो, तब तक संभोग से बचें।
मैं डॉक्टर से कब संपर्क करूं?
डॉक्टर से मिलें यदि:
- आसामान्य योनि स्राव हो रहा है।
- बुखार है।
- श्रोणि या पेट क्षेत्र में दर्द होता है।
- योनि डिस्चार्ज की मात्रा, राशि, रंग में अचानक परिवर्तन होता है।
- गुप्तांग में खुजली, लाली, और सूजन है।
- आप चिंतित हैं कि आपको एसटीआई हो सकता है।
- लक्षण उपायों के बावजूद 1 सप्ताह में अधिक खराब हो गए हैं।
- आपके योनि या योनी पर फफोले या अन्य घाव हैं।
- पेशाब या अन्य मूत्र सम्बंधित लक्षण हैं।
Mai sexual intimate hui ho aur uske bd sae mere private part m bhut jyda khujli haii mai kya kruuuu
mere private part me khujli, sujan or redness h teen din ho gye h mai v wash use kr rhi hu pr kuch khas asar nhi hua
kisi lady dr ko dikhakar dawa lijiye.
Mere yoni me infections ho gya hai
Or shadi ke bad yoni ke niche jyada
Fat gya hai jo ki 8 mahina ho gya hai kya karen
स्त्री रोग की डॉक्टर को दिखाकर उपचार कराइए