कान से हमे सुनाई देता है। बाहरी कान को हम देख पाते है। बाह्य कान में कर्णपल्लव ear pinna होता है जो लचीले फाईब्रो कार्टिलेज fibro cartilage और एडिपोज टिश्यू adipose tissue से बना होता है। पिना चपटा, फैला हुआ और कूपीनुमा होता है।
पिना से जुडी हुई नलिका इयर कैनाल ear canal या एक्सटर्नल ऑडीटरी मेटस external auditory meatus कहलाती है। यह पिना के बेस के भीतर जाती हुई एक नली है। इसकी लम्बाई करीब 25 मिलीमीटर की होती है। इसके आंतरिक भाग के छोर पर टिम्पेनिक झिल्ली tympanic membrane होती है। यह झिल्ली पतली, दृढ और तिरछी होती है। इसी झिल्ली को कान का परदा या ear drum कहते हैं। यह त्वचा की एपिडर्मिस में बनी होती है और इसके बाद मध्य कान शुरू हो जाता है।
कभी-कभी कान में बाहरी वस्तु चली जाती है। ऐसा जानबूझ कर भी हो सकता है और किसी बाहरी कारक के कारण भी। कई बार बच्चे अनजाने में ही कान में कुछ डाल लेते है। इन में कुछ वस्तुएं ऐसी होती हैं जो बहुत हार्ड होती है, जैसे की छोटा रबड़, पेपर, खिलौने का टुकड़ा, मोती, आदि। कान में कुछ चले जाने पर कान में दर्द, सूजन आदि लक्षण प्रकट हो सकते हैं। बच्चे यदि बड़े होते हैं तो वो काम में कुछ डले होने के बारे में बता सकते हैं लेकिन छोटे बच्चों के मामले लक्षणों के आधार पर ही इलाज हो पाता है।
कान में कोई वस्तु होने पर निम्न लक्षण हो सकते हैं:
- कान में दर्द
- कान में सूजन और जलन
- कान से पस निकलना
- बच्चे का कान को बार बार खींचना और रोना
- कान का लाल दिखना
यदि आपको शंका है कि बच्चे ने कान में कुछ डाल लिया है तो डॉक्टर को दिखाएँ। डॉक्टर ओटोस्कोप से कान के अंदर चेक करेंगे। बाहरी वस्तु होने पर डॉक्टर विशेष प्रकार की ट्वीजर या फोरसेप्स का सावधानी से प्रयोग कर वस्तु को बाहर निकाल सकते हैं। हल्का सक्शन करके भी कान को साफ़ किया जा सकता है।
कान में कोई सख्त चीज डाल लेने पर Object in the Ear
- कान के पिन्ना को हिलाएं जिससे कान की नली सीधी हो जाए और वस्तु बाहर निकल सके।
- कान को जमीन की तरफ झुकाएं और हिलाएं। कान में ऊँगली नहीं डालें।
- यदि वस्तु दिख रही होती है तो चिमटी tweezers से इसे खींच सकते हैं।
- यदि वस्तु दिखाई नहीं दे रही तो कभी भी चिमटी का इस्तेमाल नहीं करें। आप कान के परदे को नुकसान कर सकते हैं। चिमटी लगने से इयर ड्रम फट सकता है और कान से ब्लीडिंग होने लग सकती है। साथ ही तेज दर्द और सुनाई देना भी बंद हो सकता है।
- कान को नीचे झुका कर ग्रेविटी के असर से वस्तु को निकालने की कोशिश की जा सकती है।
यदि कान में कुछ हार्ड वस्तु डाल ली गई है जिसे आप हटा नहीं सकते तो बिना देरी किए अस्पताल जाएँ। कान की नली सॉलिड बोन की बनी होती है जिस पर बहुत सेंसिटिव त्वचा होती है और दूसरे छोर पर कान का परदा होता है। इसलिए डॉक्टर के पास ले जाएँ जो स्पेशल इंस्ट्रूमेंट का प्रयोग करते हुए वस्तु को हटाने की कोशिश करेंगे।
यदि कान में छोटी बैटरी डाल ली गई है तो तुरंत अस्पताल में दिखाएँ।
कान में कीड़ा Insect in the Ear
कान में यदि कीड़ा चला जाए तो सबसे पहले पैनिक न करें। शांत रहें और सोच समझ कर काम करें। ज्यादा पैनिक होने से समस्या का समाधान तो नहीं होगा लेकिन जल्द बाजी से समस्या बढ़ ज़रूर जायेगी।
कान में कीड़े के होने पर, कॉटन बुड्स, तीली आदि का प्रयोग कतई न करें। यह कीड़े को और अंदर धकेल सकता है। कान में ऊँगली भी नहीं डालें।
कान में अगर कीड़ा घुस गया हो तो तेज़ रौशनी में जाएँ। यदि दिन का समय है तो धूप में जाएँ नहीं तो कमरे में अँधेरा करके कान पर टोर्च की रौशनी करें। लाइट से हो सकता है कीड़ा अपने आप बाहर निकल जाए।
कीड़े को बाहर निकालने के लिए व्यक्ति का सिर ऐसे रखें जिससे प्रभवित कान ऊपर रहे और देखें कि कीड़ा बाहर निकला या नहीं।
यदि कीड़ा अपने से नहीं निकल रहा, तो कान में सरसों का तेल या नारियल तेल या ओलिव आयल या बेबी आयल या मिनरल आयल डालें। तेल डालने पर कान के पिन्ना को आगे पीछे हिलाते रहें। इससे कीड़ा डूब जाएगा और तेल के साथ बाहर आ जायेगा। इसे किसी चिमटी से पकड़ कर निकाल लें।
कीड़े के अलावा और किसी भी वस्तु के कान में जाने पर तेल का इस्तेमाल नहीं करें क्योंकि इससे वस्तु और अधिक फंस सकती है या फूल सकती है। यदि कीड़े को निकालने में असमर्थ हैं तो तुरंत ही अस्पताल जाएँ।
यदि इस प्रकार से कीड़ा निकल गया हो तो भी डॉक्टर से सलाह लें, कीड़े के कुछ छोटे पार्ट कान में जलन पैदा कर सकते हैं।
डॉक्टर किसी भी तरह के बैक्टीरियल इन्फेक्शन को न होने देने के लिए एक सप्ताह के लिए एंटीबायोटिक्स दे सकते हैं।
कान के मामले में किसी तरह की लापरवाही न करें। किसी भी तरह वस्तु के कान में चले जाने पर डॉक्टर से सलाह ज़रूर लें। डॉक्टर्स के पास कान के अंदर देखने के उपकरण होते हैं और वे सही प्रकार से इलाज कर सकते हैं। कान में किसी भी बाहरी चीज के पड़े होने से दर्द, सूजन, स्राव आदि हो सकता है। कान में कॉटन बुड्स, ऊँगली आदि डाल कर किसी वस्तु को निकालने की कोशिश नहीं करें। ENT स्पेशलिस्ट को दिखा कर सही राय और इलाज़ प्राप्त करें।
kya kaan se kida under ja sakta heain
haan, lekin mar jaayega