डीएनए की फुलफॉर्म डीऑक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड है। यह जीवों की सभी कोशिकायों में मौजूद होता है। डीएनए टेस्ट से किसी व्यक्ति के बायोलॉजिकल फादर या मदर का पता लगा सकते हैं। ज्यादतर मामलों में यह बच्चे का पिता लगाने के लिए इस्तेमाल होता है। कुछ केस जैसे की एग डोनेशन या सही माँ पता नहीं होने आदि में इसे इस्तेमाल किया जा सकता है।
डीएनए क्या है?
डीऑक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड या डीएनए Deoxyribonucleic acid (DNA) जीवों में पाया जाने वाला जेनेटिक मटेरियल है। यह डबल हेलिकल संरचना है जिसे 1953 में जेम्स वाटसन और फ्रांसिस क्रीक ने प्रस्तुत किया और इसके बारे में बताया। यह पोलीन्यूक्लेयोटाइड चेन से बना है। डीएनए के प्रत्येक अणु डबल हेलिकल है। जी-सी और ए-टी बेस के बीच हाइड्रोजन बांड से यह दो हेलिक्स को जुड़ते हैं।
यह प्राणियों में अनुवांशिक या जेनेटिक पदार्थ का काम करता है। इसमें जीवित चीजों के विकास और कार्य के लिए आनुवंशिक निर्देश होते हैं। आनुवंशिक जानकारी डीएनए में न्यूक्लियोटाइड के रैखिक अनुक्रम में की जाती है डीएनए को एक ब्लूप्रिंट की तरह समझा जा सकता है। डीएनए निर्धारित करता है कि व्यक्ति कैसा दिखेगा और शरीर कैसे काम करेगा।
- डीएनए, डीओक्सीरिबोन्यूक्लिक एसिड का संक्षिप्त नाम है।
- डीएनए शरीर की सभी कोशिकाएं में मौजूद है और इसमें बुनियादी आनुवंशिक जानकारी है।
- डीएनए, शरीर में हर घटक की संरचना और कार्य को नियंत्रित करता है।
- सभी में डीएनए पैटर्न अलग होता है, सिवाय आनुवंशिक रूप से समान जुड़वाँ छोड़ कर।
- आधा डीएनए जैविक मां से मिलता है और आधा जैविक पिता से।
डीएनए टेस्ट क्या है?
डीएनए विश्लेषण से किसी व्यक्ति के माता-पिता होने का सटीक पता लग सकता है। उन मामलों में जहाँ बच्चे या वयस्क के सही पिता या माता का पता लगाना हो पितृत्व या मातृत्व परीक्षण किए जा सकते हैं।
यह फोरेंसिक और आनुवांशिक स्टडी में भी इस्तेमाल किया जा रहा है। डीएनए प्रोफाइलिंग (जिसे डीएनए फिंगरप्रिंटिंग, डीएनए टेस्टिंग या डीएनए टाइपिंग भी कहा जाता है ) एक फोरेंसिक तकनीक है जो क्रिमिनल इन्वेस्टिगेशन में किसी बिना पहचान के यक्ति को पहचान सकने और उसकी आइडेंटिटी को कन्फर्म करती है ।
क्योंकि शरीर के सभी कोशिकाओं में एक ही डीएनए होता है इसलिए नमूने की तरह त्वचा, बाल रक्त और अन्य शारीरिक तरल पदार्थों सहित शरीर में लगभग किसी भी हिस्से से नमूने लिए जा सकते हैं।
नमूना प्राप्त करने के लिए कोई न्यूनतम उम्र नहीं होती है। पितृत्व या पहचान के परीक्षण के लिए डीएनए नमूनों का संग्रह, बकल स्वैब्स या रक्त के नमूनों का उपयोग सभी उम्र के लिए सुरक्षित है।
डीएनए टेस्ट में जेनेटिक प्रोफाइल को स्टडी किया जाता है और समानता या असामनता देखी जाती है। एक जैसे डीएनए प्रोफाइल सम्बन्ध बताते हैं।
डीएनए पैटर्निटी टेस्ट या डीएनए परीक्षण क्या है?
डीएनए पैटर्निटी टेस्ट या पितृत्व परीक्षण, एक वैज्ञानिक परीक्षण है जो एक बच्चे के डीएनए का उसकी माँ और कथित पिता से तुलना करता है और यह निर्धारित करने में मदद करता है कि क्या वह पुरुष उस बच्चे का जैविक पिता नहीं है या नहीं ।
डीएनए पैटर्निटी टेस्ट से किसी बच्चे के सही बायोलॉजिकल / जैविक पिता का पता लगाया जा सकता है। पितृत्व परीक्षण, किसी भी अन्य की तरह परीक्षण 99।99% सही होते हैं। गलती की गुंजाइश इसमें कम होती है।
यह टेस्ट कराने के लिए डॉक्टर के आदेश आम तौर पर आवश्यक नहीं होते है।
डीएनए पैटर्निटी टेस्ट में बच्चे की जैविक मां से डीएनए नमूना लेना ज़रूरी नहीं है लेकिन यदि उसका भी नमूना लिया जाता है तो अधिक ठीक रहता है।
यदि दो संबंधित पुरुष एक बच्चे के संभावित पिता हैं, तो दोनों संभव पिता के डीएनए जांच होनी चाहिए। यदि यह संभव नहीं है, तो प्रयोगशाला को बताना चाहिए कि कथित पिता से संबंधित अन्य संभावित पिता भी हैं।
क्या आयु या नशीली दवाओं के सेवन के परिणामों को प्रभावित किया जा सकता है?
नहीं। आयु और नशीली दवाओं के सेवन के परिणामों से रिजल्ट प्रभावित नहीं होते। डीएनए समय के साथ बदलता नहीं है।
जिस तरह से डीएनए पैटरनिटी टेस्ट किया जाता है, उसी तरह से बच्चे की बायोलॉजिकल मदर का पता लगाने के लिए मैटरनिटी टेस्ट भी किया जा सकता है। मैटरनिटी टेस्ट कम ही किया जाता है।
A paternity testing is to determine paternity, i।e।, whether a man is the biological father of another person.Similarly, a maternity testing can be done to prove whether a woman is the biological mother of another person.
डीएनए टेस्ट कैसे होता है?
डीएनए टेस्ट के लिए, अंदरूनी गाल से cheek swab specimens नमूना लिया जाता है।
टेस्ट के पहले खाना खाने से टेस्ट रिजल्ट पर असर नहीं होता लेकिन डीएनए नमूना संग्रह के लिए इस्तेमाल किए गए बकल स्वाब buccal swab दूषित हो सकता है।
एक कॉटन swab को अंदरूनी गाल के अस्तर पर रगड़ कर नमूना लिया जा सकता है। आमतौर पर, प्रत्येक परीक्षण के लिए चार स्वाब एकत्र किए जाते हैं।
डीएनए टेस्ट के लिए नमूने शरीर की अन्य कोशिकायों से भी लिए जा सकते हैं, जैसे नाखून, बॉल, खून आदि। लेकिन बकल swab को लेना बहुत आसान है और इसमें दर्द नहीं होता इसलिए यह एक प्रेफर्ड तरीका है। भारत में डीएनए टेस्ट की कास्ट 10, 000 से ऊपर है। कई लैब हैं जो यह टेस्ट करती हैं।