अल्कोहल के लिए शराब, बीयर, मदिरा, वाइन, या एथिल अल्कोहल आदि नाम हैं। यह वो ड्रिंक है जो चेतना, मूड और भावनाओं में परिवर्तन कर सकता है। इसका नशीला, मादक और मनोवैज्ञानिक प्रभाव होता है।
अल्कोहल का सेवन स्वास्थ्य पर, सामजिक स्थिति पर, वित्तीय स्थिति सभी पर प्रभाव डालता है। यह बहुत सी दुर्घटनाओं, चोटों, और बीमारियों कारण बनता है। इसके कारण परिवार में तनाव रहता है और पारिवारिक संबंधों में बिखराव आता है। अल्कोहल का सेवन व्यक्ति से ठीक से समझने और व्यवहार करने की क्षमता को नष्ट कर देता है। कुछ लोग शराब का सेवन नियमित और अधिक मात्रा में करते हैं जिससे उनका लीवर खराब हो सकता है। वे रोज ही जाम और चखना ले कर घर में ही बैठ जाते हैं और ड्रिंक करते हैं।
कुछ इसे कभी कभी और कम मात्रा में पीते हैं। किसी पार्टी में जब उन्हें ऐसा अवसर मिलता है तो वे मदिरा को कम मात्रा में ले लेते हैं। जब सभी इसका आनन्द ले रहे होते हैं तो वे भी इस माहौल में ड्रिंक कर लेते हैं।
शराब पीना आजकल फैशन बन चुका है। मॉडर्निटी के नाम पर हाई स्टेटस के लोग इसे स्टेटस सिम्बल की तरह ले रहे हैं। फ़िल्में हो या टीवी सभी जगह इसे ऐसे दिखाया जा रहा जैसे कि यह एक अच्छा शौक है और अगर आप भी ऐसा कर रहें हैं तो कोई बात नहीं। लेकिन शराब एक नशा है जो आदत बनाता है। पता भी नहीं चलता और कोई व्यक्ति सब जानते बूझते इसका आदी बन जाता है।
शराब एक सम्स्या है। सबसे अच्छा तो मदिरा नहीं पीना है। लेकिन यदि कभी कभार इसे पी रहें तो कुछ बातों का ध्यान व्यक्ति को हमेशा रखना चाहिए। शराब से होने वाले नुकसान को कम करने के लिए, कुछ बातों का एक व्यक्ति को हमेशा ध्यान रखना चाहिए।
इसमें शामिल है:
- अपने लिए सीमा निर्धारित करें और उससे ज्यादा नहीं पियें।
- मदिरा धीरे धीरे पिएं।
- ऐसे लोगों के साथ कम बैठें जो अल्कोहल नियमित पीते हैं।
- मदिरा पी कर गाड़ी नहीं चलाएं।
शराब (अल्कोहल) क्या है?
एथिल अल्कोहल, या इथेनॉल, बीयर, वाइन और अल्कोहल में पाया जाने वाला एक मादक पदार्थ है। शराब का उत्पादन खमीर, शर्करा, और स्टार्च के किण्वन द्वारा होता है।
शराब एक व्यक्ति को कैसे प्रभावित करता है?
अल्कोहल शरीर में हर अंग प्रभावित करता है। यह एक केंद्रीय तंत्रिका तंत्र अवसादक sedative है जो तेजी से पेट और छोटी आंत से रक्त धारा में अवशोषित होता है। शराब को एंजाइम द्वारा यकृत में चयापचय किया जाता है। हालांकि, यकृत केवल एक समय में एक छोटी मात्रा में अल्कोहल का चयापचय कर सकता है, जिससे पूरे शरीर में फैलाने के लिए अधिक मदिरा निकल सकता है। शरीर पर अल्कोहल के प्रभाव की तीव्रता सीधे उपभोग की गई मात्रा से जुड़ी होती है।
क्यों कुछ लोग दूसरों की तुलना में शराब के लिए अलग तरह से प्रतिक्रिया करते हैं?
अल्कोहल की व्यक्तिगत प्रतिक्रिया अलग-अलग होती है, और कई कारकों से प्रभावित होती है, जैसे:
- उम्र
- लिंग
- रेस या जातीयता
- शारीरिक स्थिति (जैसे वजन, फिटनेस स्तर)
- पीने से पहले खाए गए भोजन की मात्रा
- कितनी जल्दी शराब का सेवन किया गया था
- दवाओं या पर्चे वाली दवाइयों का प्रयोग
- अल्कोहल समस्याओं का पारिवारिक इतिहास
स्टैण्डर्ड ड्रिंक की मात्रा करीब 14.0 ग्राम (0।6 औंस) शुद्ध अल्कोहल के बराबर है। 14.0 ग्राम शुद्ध अल्कोहल निम्न में पायी जाती है:
- बियर की 12 औंस (5% शराब सामग्री)
- माल्ट शराब के 8 औंस (7% शराब सामग्री)
- 5 औंस वाइन (12% शराब सामग्री)
- 1।5 औंस (40% शराब सामग्री) जिन, रम, वोदका, व्हिस्की
क्या बीयर या वाइन, शराब की तुलना में पीने के लिए सुरक्षित है?
नहीं। 354 ml बीयर, 150 ml वाइन और 40 ml शॉट में एक की मात्रा में अल्कोहल होता है।
अल्कोहल की सेवन की मात्रा व्यक्ति को सबसे ज्यादा प्रभावित करती है, न कि शराबी पेय का प्रकार।
क्या यह शराब पीने के बाद ड्राइव करना सुरक्षित है?
नहीं। अल्कोहल का उपयोग प्रतिक्रिया के समय को धीमा कर देता है और निर्णय और समन्वय बिगड़ता है, जो एक कार को सुरक्षित रूप से चलाने के लिए आवश्यक है।
शराब के साथ क्या कभी मिक्स नहीं किया जाना चाहिए?
एनर्जी ड्रिंक
अल्कोहल के साथ एनर्जी ड्रिंक नहीं मिक्स किए जाने चाहिए। एनर्जी ड्रिंक्स तो वैसे भी इस्तेमाल नहीं करने चाहिए और बच्चों को तो बिलकुल ही नहीं दिए जाने चाहिए।
200 ml एनर्जी ड्रिंक्स में 100 मिलीग्राम कैफीन होता है। वयस्कों को एक दिन में केवल 400 मिलीग्राम कैफीन लेना चाहिए। एनर्जी ड्रिंक्स पीने से रक्तचाप में 6.4% तक वृद्धि हो सकती हैं। इससे किडनी के गंभीर क्षति हो सकती है और हृदय पर काफी प्रभाव पड़ सकता है। इसे अल्कोहल के साथ मिलाने पर आप ज्यादा शर्करा, कैलोरी और कैफीन का सेवन करते हैं।
इससे आपको अधिक नशा और जोखिम पैदा हो सकता है। शराब के साथ ऊर्जा पेय मिलाकर पीने से ज्यादा नशा होता है।
शराब के साथ कैफीन मिलाकर पीने से व्यक्ति अधिक अल्कोहल पीता है। इससे शराब के विषाक्तता, अधिक नशे और जोखिम पैदा हो सकते है।
वोडका और रेड बुल, एस्प्रेसो मार्टिनिस और जेगरबॉम्स आदि में ऊर्जा पेय मिलाकर पीने से शराब पीना और अधिक खतरनाक हो सकता है। अल्कोहल मिश्रित कैफीन पेय के उच्च स्तर से चूहों के मस्तिष्क रसायन पर कोकीन जैसे प्रभाव देखे गए।
अल्कोहल और कैफीनेटेड एनर्जी ड्रिंक के मिश्रण से नकारात्मक स्वास्थ्य प्रभाव पड़ता है, इसलिए अल्कोहल के साथ एनर्जी ड्रिंक नहीं मिलाएं।
मारिजुआना Marijuana
शराब और मारिजुआना, दोनों को एक साथ लेने से नशा और उसके साथ जुड़े जोखिम बढ़ जाते है। रक्तचाप काफी और बढ़ता है और मोटर स्किल खराब हो जाते हैं। मतली, उल्टी और चक्कर आना, समेत बहुत से लाक्षण हो सकते हैं।
दवाएं
अल्कोहल के साथ कोई भी दवा नहीं ली जाए तो बेहतर है।
सभी परिस्थितियों में पेन किलर Opiate Painkillers को अल्कोहल के साथ नहीं लेना चाहिए। यह जीवन को खतरा पैदा कर सकता है। इससे सांस की समस्याओं के कारण श्वसन धीमा होने का जोखिम को बढ़ सकता है। वे आपकी याददाश्त को भी प्रभावित कर सकते हैं और भ्रम पैदा कर सकते हैं।
कभी भी एंटीबायोटिक दवाओं और एंटासिड दवाओं के साथ अल्कोहल नहीं मिलाएं। इससे चक्कर आना, मतली, अधिक शराब पीना और शरीर पर काबू नहीं रख पाना आदि हो सकता है।
स्लीपिंग पिल्स में सेडेटिव असर होता है और जब अल्कोहल के साथ संयोजित होती है, तो यह प्रभाव और अधिक बढ़ जाता है। दोनों मिश्रणों का परिणाम घातक हो सकता है।
सेडेटिव, एंटी-अवसाद दवा लेने के दौरान शराब से बचा जाना चाहिए।
मोरेल मशरूम
मोरेल्स अमेरिका के मशरूम हैं। यह देखने में सुंदर और मिट्टी के स्वाद के होते हैं। शराब के साथ इसे खाने से मतली, एलर्जी प्रतिक्रिया होए की संभावना बढ़ जाती है।
कसरत करना
शराब पीने के बाद काम करना एक अच्छा विचार नहीं है क्योंकि यह आपके समन्वय को प्रभावित कर सकता है और कसरत करते समय चोट के जोखिम को बढ़ा सकता है।
तैरना
शराब का उपयोग 70% पानी के खेल की मौतों से जुड़ा हुआ है। इससे आपके डूबने की संभावना बढ़ जाती है क्योंकि आपका संतुलन और समन्वय दोनों ठीक से काम नहीं कर रहे हैं।
गाड़ी चलाना
अल्कोहल पीने के बाद गाड़ी नहीं चलानी चाहिए। संतुलन और समन्वय नहीं होने से एक्सीडेंट का खतरा बढ़ जाता है।
बीयर, वाइन, स्पिरिट और सीडर के रूप में अल्कोहल का सेवन किया जाता है। यदि आप इनमें से कोई भी ले रहें हैं तो इसके साथ चोकलेट, संतरे, खट्टे फल, हॉट सॉस, टमाटर आदि भी नहीं खाना चाहिए। इससे एसिडिटी बढ़ सकती है। उच्च प्रोटीन खाद्य पदार्थ जैसे पनीर और मूंगफली खाने के लिए अच्छा है, जो अल्कोहल के अवशोषण को धीमा करने में मदद करता है। पार्टी में अगर कोई आप को ड्रिंक के लिए मजबूर करने की कोशिश कर रहा है, तो बर्फ डाल कर पियें या नॉन-अल्कोहल पेय पीयें। खाली पेट अल्कोहल पीने से हाइपोग्लाइसीमिया उत्पन्न हो सकता है, जिससे चक्कर आना, कमजोरी और मूड में परिवर्तन हो सकता है। यदि आप जानते हैं कि आपको शराब पीने के बाद ड्राइव करना होगा, तो एक ड्रिंक से ज्यादा नहीं पियें।
शराब को नहीं पीना ही सबसे बेहतर है। लेकिन अगर पी रहें हैं तो किसी नुकसान से बचने के लिए पहले से जागरूक रहें।