ओवुलेशन किट या ओव्यूलेशन होम टेस्ट, का इस्तेमाल ovulation को पता करने के लिए किया जाता है। इस टेस्ट किट के इस्तेमाल से महिला में फर्टिलिटी विंडो पता हो सकती है। यह किट्स ल्यूटिनाइजिंग हार्मोन (एलएच) के उत्पादन में वृद्धि का पता लगाती हैं, जो ओवुलेशन से करीब 36 घंटे पहले होता है। यह शायद महिलाओं में ओवेरी से एग निकलने की भविष्यवाणी का सबसे अच्छा तरीका है।
ओवुलेशन किट, का प्रयोग गर्भावस्था को प्लान करने में हो सकता है। महिला प्लान कर सकती है की उसे बच्चा करने के लिए महीने में किन दो दिनों में सेक्स करना चाहिए। ऐसा प्लान करने से महीने में केवल एक या दो बार ही सेक्स करने पर गर्भ ठहरने के उच्च संभावना रहती है। यह उन पति-पत्नी के लिए अच्छा विकल्प हो सकता है जो किन्ही कारणों से दूर रहते हैं और महीने में कुछ बार ही मिल पाते हैं।
ओवुलेशन किट के इस्तेमाल से महिला की अधिकतम प्रजनन क्षमता की अवधि, जब उन्हें गर्भवती होने के लिए उच्चतम संभावनाएं होती हैं, को जाना जा सकता है। यह गर्भधारण की संभावनाओं को बढ़ाने का सबसे आसान तरीका है।
ओवुलेशन किट में मूत्र की कुछ बूंदे डालने पर लाइन्स की उपस्थिति या अनुपस्थिति से फर्टिलिटी हॉर्मोन का पता लगता है। यदि केवल एक कण्ट्रोल लाइन (सी) दिखती हैं तो परिणाम नकारात्मक है और यदि किट दो लाइन्स, कण्ट्रोल और टेस्ट (सी एंड टी) दर्शाता है तो यह सकारात्मक परिणाम है और शिरर में एलएच हार्मोन का उच्च स्तर है।
टेस्ट करने के लिए सुबह का पहला मूत्र प्रयोग न करें क्योंकि उस समय शरीर में एलएच संश्लेषण हो रहा होता है। इसलिए, मूत्र के सैंपल को संग्रह करने के लिए सबसे उपयुक्त समय सुबह के आठ से शाम के दस के बीच में कभी भी होता है। सर्वोत्तम परिणाम के लिए, लगभग 12 बजे दोपहर या बाद में, प्रत्येक दिन एक ही समय मूत्र को इकट्ठा करें। नमूना संग्रह से करीब 2 घंटे पहले तरल सेवन कम करें क्योंकि इससे यूरिन में हॉर्मोन की मात्रा डाईल्यूट हो जाती है।
ओव्यूलेशन होम टेस्ट की सामान्य जानकारी
गर्भवती होने के लिए महीने के दो- तीन दिन की फर्टिलिटी विंडो होती है। यदि पति-पत्नी में सभी चीजे ठीक हैं तो इस समय सेक्स करने से लगभग 99 प्रतिशत चांस होते हैं की गर्भ ठहर जाएगा।
ओव्यूलेशन होम टेस्ट का क्या इस्तेमाल है?
ओव्यूलेशन टेस्ट महिलाओं द्वारा ओव्यूलेशन का पता लगाने के लिए घर पर किया जा सकने वाला टेस्ट है। यह मासिक धर्म चक्र में, उन दिनों को पता करने में मदद करता है जब गर्भवती होने की संभावना सबसे ज्यादा होती है।
ओव्यूलेशन टेस्ट से क्या पता करते हैं?
ओव्यूलेशन टेस्ट/परीक्षण से मूत्र में लूटिनाइजिंग हार्मोन (एलएच) में वृद्धि का पता चलता है। इस हार्मोन में वृद्धि अंडाशय से अंडा निकलने का संकेत है। अंडे के फैलोपियन ट्यूब में आ जाने पर गर्भावस्था के होने की संभावना सबसे ज्यादा होती है। ये किट दवा दुकानों में उपलब्ध हैं।
क्या ओव्यूलेशन होम टेस्ट और होम फर्टिलिटी मॉनिटर समान हैं?
नहीं। एलएच मूत्र परीक्षण और home fertility monitors अलग हैं।
होम फर्टिलिटी मॉनिटर home fertility monitors डिजिटल हैं और डिवाइस हैं जोकि लार में इलेक्ट्रोलाइट स्तर, मूत्र में एलएच स्तर, या बेसल शरीर का तापमान में बदलाव से ओव्यूलेशन के बारे में संकेत देते हैं। ये डिवाइस कई मासिक चक्रों के लिए ओवुलेशन जानकारी स्टोर कर सकते हैं।
ओवुलेशन परीक्षण कैसे काम करता है?
ओवुलेशन परीक्षण मूत्र में ल्यूटिनाइजिंग हार्मोन (एलएच) में वृद्धि को नापता है जोकि ओव्यूलेशन से एक या दो दिन पहले होता है ।
ओवुलेशन किट कैसे यूज़ करे?
Ovulation परीक्षण किट अक्सर पांच से सात स्ट्रिप के साथ आते हैं।
एलएच में वृद्धि का पता लगाने के लिए आपको कई दिनों तक परीक्षण करना पड़ सकता है।
महीने का विशिष्ट समय जब आप परीक्षण शुरू करते हैं वह आपके मासिक धर्म चक्र की लंबाई पर निर्भर करता है। उदाहरण के लिए, यदि आपका सामान्य चक्र 28 दिनों का है, तो आपको मासिक के 11वें दिन से टेस्ट करने की आवश्यकता होगी, यानी, पीरियड शुरू होने से के 11 वें दिन से टेस्ट करने पर ओवुलेशन हुआ या नहीं यह जाना जा सकता है।
टेस्ट स्ट्रिप या स्टिक पर मूत्र की बूंदे इस्तेमाल की जाती हैं। टेस्ट स्ट्रिप पर मूत्र की बूंदे डालते हैं या स्टिक को कंटेनर में एकत्रित किए गए मूत्र में डुबाते हैं। टेस्ट से स्ट्रिप पर एक निश्चित रंग आता है जिससे हॉर्मोन वृद्धि का पता चलता है।
एक सकारात्मक परिणाम का अर्थ है कि आपको अगले 24 से 36 घंटों में ऑव्यूलेट होना चाहिए, लेकिन यह सभी महिलाओं के लिए समान नहीं है। किट में शामिल की गई पुस्तिका आपको बताती है कि परिणाम कैसे पढ़ें।
ओव्यूलेशन किट के सामान्य परिणाम
एक सकारात्मक परिणाम “एलएच वृद्धि” दर्शाता है। यह एक संकेत है कि ovulation जल्द ही हो सकता है।
परीक्षण का उपयोग करने से पहले बड़ी मात्रा में तरल नहीं पीने चाहिए।
एस्ट्रोजेन, प्रोजेस्टेरोन, और टेस्टोस्टेरोन एलएच स्तर कम कर सकते हैं। इस तरह की दवाओं में शामिल हैं एस्ट्रोजेन और प्रोजेस्टेरोन गर्भनिरोधक गोलियां और हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी।
दवा क्लॉम्फेनी सिट्रेट (क्लॉमिड) एलएच स्तर बढ़ा सकते हैं। इस दवा का उपयोग ओविलेशन को ट्रिगर करने में किया जाता है।
ओव्यूलेशन टेस्ट क्यों किया जाता है
यह परीक्षण अक्सर यह निर्धारित करने के लिए किया जाता है कि महिला में अंडा ओवरी से कब निकलता है जिससे उसकी गर्भवती होने में कठिनाई दूर की जा सके।
28 दिवसीय मासिक धर्म चक्र वाली महिलाओं के लिए, यह रिलीज सामान्यतः 11 से 14 दिनों के बीच होता है।
यदि आपके पास अनियमित माहवारी चक्र है, तो किट से पता लगाया जा सकता है ओवुलेशन कब हो रहा है। लेकिन अनियमित माहवारी चक्र में टेस्ट अधिक दिनों तक किए जाने की ज़रूरत हो सकती है।
ओविलेशन होम टेस्ट का इस्तेमाल कुछ दवाइयों जैसे कि बांझपन दवाओं की खुराक समायोजित करने में आपकी सहायता करने के लिए भी किया जा सकता है।
डॉक्टर से मिलें अगर आप कई महीनों तक किट का उपयोग करने के बाद भी हॉर्मोन में वृद्धि का पता लगाने में असमर्थ हैं या गर्भवती नहीं होती हैं। ऐसे में आपको एक बांझपन विशेषज्ञ से सलाह लेने की आवश्यकता हो सकती है।
ओवुलेशन किट के अन्य नाम
ल्यूटिनाइजिंग हार्मोन मूत्र परीक्षण (होम टेस्ट); ओवुलेशन भविष्यवाणी परीक्षण; ओव्यूलेशन भविष्यवक्ता किट; मूत्र एलएच प्रतिरक्षण; घर में ओवुलेशन भविष्यवाणी परीक्षण; एलएच मूत्र परीक्षण Luteinizing hormone urine test (home test); Ovulation prediction test; Ovulation predictor kit; Urinary LH immunoassays; At-home ovulation prediction test; LH urine test
ओवुलेशन किट के नाम और प्राइस
i-Know ovulation test kit, (पहले i-Sure नाम से जाना जाता था, Piramal Healthcare)
M.R.P.: Rs 549.00
Pregaplan One Step Ovulation (Fertility) Test, 1 Box, Pack Of 5 Tests (Nectar)
Price: Rs. 499.00
Innovita Ovulation Kit Test Strips (Pack Of 10 Strips) Lh Test
Price: Rs. 499.00
ओवुलेशन परीक्षण कितना सही होता है?
जब सही तरीके से लिया जाता है, तो ओव्यूलेशन से पहले एल्यूएच बढ़ने का पता लगाने में लगभग 99% सटीक परीक्षण होता है । हालांकि, ये परीक्षण यह पुष्टि नहीं कर सकते कि क्या ओव्यूलेशन वास्तव में एक या दो दिन बाद होता है। कुछ महिलाओं में बिना ओवुलेशन के एलएच हार्मोन में वृद्धि दिख सकती हैं.
एक दिन मैं कितनी बार एक ovulation परीक्षण लेना चाहिए?
अधिकांश डॉक्टरों का सुझाव है कि रेगुलर साइकिल में महिला को प्रति दिन कम से कम एक बार परीक्षण करना चाहिए । हालांकि, अन्य डॉक्टरों का सुझाव है कि ओव्यूलेशन के एक्सपेक्टेड दिन के पास होने पर, उन्हें दो बार प्रति दिन, कम से कम दस घंटे बाद परीक्षण करना चाहिए ।
मुझे कब ओव्यूलेशन टेस्ट स्ट्रिप्स का उपयोग करना चाहिए?
टेस्ट से पहले टेस्ट किट के साथ दी गई सभी जानकारी पढ़ें। जब तक आप परीक्षण शुरू करने के लिए तैयार न हो जाएं, तब तक पाउच न खोलें । प्रत्येक महिला पीरियड केबीच में ओवुलेट नहीं होती, इसलिए, परीक्षण कई दिन तक करना हो सकता है।
ओवुलेट होने के बाद गर्भवती होने की संभावना कितनी अधिक है?
ओव्यूलेशन होने के बाद अंडा फैलोपियन ट्यूब में चला जाता है और करीब 12 से 24 घंटे तक रहता है। इसलिए, गर्भवती होने का सबसे अच्छा मौका, ओवुलेशन के बाद एक दिन या उससे पहले सेक्स करना है।
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