टाइफाइड Typhoid Fever जानकारी और उपचार

टाइफाइड Typhoid बुखार क्या है? टाइफाइड बुखार Typhoid के लक्षण क्या हैं? टाइफाइड वाहक Typhoid Carrier क्या है? टाइफाइड Typhoid का एलोपैथिक इलाज़ क्या है? टाइफाइड बुखार न हो इसके लिए क्या कर सकते हैं?

टाइफाइड Typhoid, बैक्टीरिया सलमोनेल्ला टायफी द्वारा होने वाला एक रोग है जो दूषित खाने-पीने से होता है। इसके लक्षण व्यक्ति से व्यक्ति अलग हो सकते हैं और ज्यादातर मामलों इसमें सिर में दर्द, मांसपेशियों में दर्द, चक्कर आना और लम्बे समय तक रहने वाला बुखार देखा जाता है। इसका समय रहते इलाज़ कराना ज़रूरी हैं जिससे कोम्प्लिकेशन को रोका जा सके। बिना ईलाज के रोग बहुत अधिक बढ़ जाता है और आँतों समेत कई अंगों को जानलेवा नुकसान कर सकता है।

टाइफाइड बुखार को मोतीझरा, मौक्तिक ज्वर, मधुरक ज्वर, दाने वाला बुखार, मंथर ज्वर, मोतीझला मुबारकी, आंतरिक ज्वर, और एन्टरिक फीवर Typhoid fever, Motijhara, Mauktik fever, Madhurak Jwar, Manthar Jwar, Moti jhala mubarki, entric fever भी कहते है।

टाइफाइड Typhoid में मुख्य रूप से आँतों में विकार होता है। इसमें प्लीहा बढ़ जाती और शरीर पर मोती जैसे समान आकार के दाने निकल आते हैं। बुखार लम्बे समय तक बना रहता है। यह बुखार एक महीने तक आ रहता है। इस बुखार से सिर के बाल झड़ जाते है।

टाइफाइड एक जीवाणु के कारण होने वाला संक्रमंक रोग है। इसके जीवाणु पेट से होते हुए आँतों में जाता है और ग्रहणी के पित्त में बढ़ने लगता है। फिर यह छोटी आंत में सूजन पैदा करता है और इसके बाद बड़ी आंत में पहुँच जाता है। टाइफाइड का जीवाणु, खून में मिल लीवर और स्प्लीन में जाकर बहुत तेजी से बढ़ने लगता है। इसके जीवाणु मल में 15 दिनों तक जीवित रहते हैं। संक्रमित व्यक्ति से यह रोग अन्य स्वस्थ्य लोगों में जा सकता है। टाइफाइड के बुखार की अवधि 3 सप्ताह की है और दवाओं के साव से यह 21 वें दिन से उतरने लगता है।

टाइफाइड Typhoid बुखार क्या है?

टाइफाइड ज्वर, दूषित भोजन और पानी से फैलने वाली एक गंभीर बीमारी है। टाइफाइड साल्मोनेला एंटिका सीरोटाइप टायफी बैक्टीरिया की वजह से होता है । यह साल्मोनेला पैराटायफी के कारण भी हो सकता है, जोकि एक संबंधित जीवाणु है और आमतौर पर कम गंभीर बीमारी का कारण बनता है।

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टाइफाइड के लक्षणों में लम्बे समय तक रहने वाला उच्च बुखार, कमजोरी, पेट दर्द, सिरदर्द, और भूख न लगना आदि शामिल हैं। कुछ रोगियों में कब्ज और चमड़ी पर रैशेस भी देखे जाते हैं।

बीमारी के बाद लगभग 3% -5% लोग बैक्टीरिया के वाहक बन जाते हैं। कुछ अन्य लोगों टाइफाइड के कुछ लक्षण नहीं उभरते लेकिन उनमें बैक्टीरिया लम्बे समय तक रह सकता है और वे कई सालों तक इस रोग से परेशान रहते है।

टाइफाइड बुखार गर्म जलवायु के देशों जैसे एशिया, अफ्रीका और लैटिन अमेरिका, में पाया जाता है।

टाइफाइड बुखार Typhoid के लक्षण क्या हैं?

टाइफाइड का इन्क्यूबेशन पीरियड 1-2 सप्ताह है, और बीमारी की अवधि लगभग 3-4 सप्ताह है। लक्षणों में शामिल हैं:

  1. पेट दर्द Abdominal pain
  2. दस्त या कब्ज Diarrhea or constipation
  3. सूखी खाँसी Dry cough
  4. अत्यधिक सूजन पेट Extremely swollen abdomen
  5. बुखार जो कम शुरू होता है और दैनिक बढ़ता है, संभवतः 104.9 एफ (40.5 सी) Fever that starts low and increases daily, possibly reaching as high as 104.9 F (40.5 C)
  6. सामान्यीकृत दर्द और दर्द Generalized aches and pains
  7. सिरदर्द Headache
  8. सुस्ती Lethargy
  9. भूख और वजन घटाने के नुकसान Loss of appetite and weight loss
  10. स्नायु एचेस Muscle aches
  11. खराब भूख Poor appetite
  12. लाल चकत्ते Rash
  13. पसीना Sweating
  14. कमजोरी और थकान Weakness and fatigue

छाती का जकड़ना, कई लोगों में देखा जाता है। पेट में दर्द और दस्त भी होना आम है। स्थिति में सुधार तीसरे और चौथे सप्ताह में होता है। एक से दो सप्ताह के लिए बेहतर महसूस करने के बाद लगभग 10% लोगों के पुनरावृत्त लक्षण होते हैं। ऐसा एंटीबायोटिक दवाओं के साथ इलाज किये जाने वाले व्यक्तियों में अधिक देखा जाता है।

टाइफाइड वाहक Typhoid Carrier क्या है?

एंटीबायोटिक दवाओं के उपचार के बाद भी, टाइफाइड बुखार ठीक होने वाले कुछ लोगों में यह बैक्टीरिया आंतों के इलाकों या गालब्लैडर में कई सालों तक रह जाता है। इन लोगों को, जिन्हें क्रोनिक कैरीयर कहा जाता है, उनके मल में यह बैक्टीरिया पाया जाता है और वे दूसरों को संक्रमित करने में सक्षम होते हैं, हालांकि उनमें इस रोग के अब संकेत या लक्षण नहीं देखे जाते।

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लक्षणों के दूर हो जाने पर भी, आपको आपके मल की जांच करवानी चाहिए जिससे टाइफी बैक्टीरिया अभी भी मौजूद है या नहीं, यह जाना जा सके।

यदि बैक्टीरिया हैं, तो आप टाइफाइड संक्रमण का वाहक बन सकते हैं, और आपको जीवाणुओं को फ्लश आउट करने के लिए एंटीबायोटिक दवाओं का एक और 28 दिन का कोर्स करने की आवश्यकता हो सकती है। फिर से किये गए स्टूल टेस्ट के परीक्षण के परिणाम बताते हैं कि बैक्टीरियाअब आपके शरीर में हैं या नहीं।

दस आतंरिक टाइफाइड वाहक का एम्पीसिलीन के साथ इलाज किए गया और उनको 4 से 9 वर्ष के लिए स्टडी किया गया है और पाया गया कि रोग दुबारा नहीं हुआ

टाइफाइड Typhoid बुखार का निदान कैसे किया जाता है?

दूषित भोजन-पानी खाने से यह बैक्टीरिया शरीर में घुस जाता है। यह आँतों में पहुँचता है और खून में शामिल हो जाता है। यह लीवर, स्प्लीन और बोने मेरो में घुसता है, और मल्टीप्लाई करता है। इसकी संख्या के अचानक बढ़ जाने पर बुखार आ जाता है। इसके बाद बक्टेरिया गालब्लैडर, बाइल सिस्टम और बोवेल के लिम्फ टिश्यू में चला जाता है और फिर मल्टीप्लाई करता है। यह आँतों में जाता और स्टूल सैंपल के द्वारा शरीर में इसकी मौजूदगी का पता लगाया जाता है।

ब्लड और यूरिन से भी इसकी डायग्नोसिस की जाती है।

टाइफाइड Typhoid का एलोपैथिक इलाज़ क्या है?

टायफाइड बुखार का इलाज एंटीबायोटिक दवाओं के साथ किया जाता है जो साल्मोनेला बैक्टीरिया को मारता है। एंटीबायोटिक दवाओं के उपयोग से पहले, मृत्यु दर 20% थी ऐसा भारी संक्रमण से होने वाले निमोनिया, आंतों में रक्तस्राव, या आंत्र में छेद होने से होता था। एंटीबायोटिक का प्रयोग बैक्टीरिया को आगे बढ़ने नहीं देता और संख्या को कण्ट्रोल करता है।

एंटीबायोटिक दवाओं और अच्छी देखभाल से मृत्यु दर 1% -2% है। उपयुक्त एंटीबायोटिक उपचार के साथ, आमतौर पर एक से दो दिनों के भीतर सुधार होता है और सात से 10 दिनों के भीतर स्वास्थ्य बेहतर होने लगता है।

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टाइफाइड बुखार के उपचार के लिए कई एंटीबायोटिक प्रभावी हैं।

एंटीबायोटिक दवाओं का चुनाव भौगोलिक क्षेत्र के आधार पर किया जाता है। इस रोग में एमोक्सीसीलिन, एम्पिसिलिन, ट्राईमेथोप्रिन दी जा सकती है।

क्लोरैम्फेनेनिक कई वर्षों तक टाइफाइड के इलाज़ के लिए प्रयोग की जाती थी। दुर्लभ गंभीर साइड इफेक्ट्स के कारण, क्लोरैम्पनेनिक को अन्य प्रभावी एंटीबायोटिक्स द्वारा प्रतिस्थापित किया गया है।

इसके लिए पहले क्लोरम्फेनिकोल दी जाती है।

  1. Chloramphenicol
  2. Adult 500mg 6 hourly for 14 days
  3. Children above 1 years 12।5mg/kg/dose, 6 hourly for 14 days
  4. Alternatively
  5. Ciprofloxacin
  6. Adult and children over 15 years 500mg 12 hourly for 10 days
  7. Ciprofloxacin is not given to children below 15 years and pregnant women.

Chloramphenicol is must not be given in the third trimester of pregnancy। The use of medicine may cause irreversible aplastic anaemia.

लगभग 3% -5% लोगों में यह रोग बार-बार होता है। उन्हें लंबे समय तक एंटीबायोटिक दवाएं दी जा सकती हैं। बहुत से लोगों में पित्ताशय की थैली / gallbladder को हटा देने से बार-बार होने वाला संक्रमण रोका जा सकता है।

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टाइफाइड Typhoid में घर पर क्या किया जा सकता है?

  1. रोगी को हवादार और साफ़ कमरे में रखें।
  2. उसे शारीरिक और मानसिक रूप से आराम करने दें।
  3. खाने में हल्का खाना और मौसमी आहार दें।
  4. दूध का सेवन कराएं। अतिसार होता हो तो दूध नहीं दें। छाछ और चावल का पानी दें।
  5. बुखार आने पर स्पंज करें। नियमित कुल्ले करने को कहें।
  6. खूबकला 12 ग्राम और मुनक्का 10 ग्राम को मिलाकर काढ़ा बनाकर सुबह पिलायें।

टाइफाइड बुखार न हो इसके लिए क्या कर सकते हैं?

टाइफाइड के लिए टीका लगवाया जा सकता हैं लेकिन यह केवल केवल 50% -80% प्रभावी है। इसे लगवा लेने के बाद भी आपको यह रोग हो सकता है।

  1. खाने-पीने में सावधानी रखना ही बचाव है।
  2. गर्म और अच्छे से पका खाना ही खाएं।
  3. पाश्चरियरेड डेयरी उत्पादों का प्रयोग ही करें।
  4. फलों और सब्जियां को अच्छे से साफ पानी से धोएं।
  5. सड़क किनारे मिलाने वाले चाट-पकौड़े, गोलगप्पे आदि न खाएं।
  6. कच्चे या अंडरकुक्कड मांस या मछली का सेवन नहीं करें।
  7. कच्चे, ठीक से न पके अंडे नहीं खाएं।
  8. घर के बाहर बोतलबंद पानी ही पियें।
  9. गर्म कॉफी या चाय ही पियें।
  10. पाश्चुरीकृत दूध ही पियें।
  11. नल का पानी न पियें।
  12. बोतलबंद जूस, पानी को होटल आदि में बर्फ मिलाकर न पियें।
  13. अक्सर अपने हाथ साबुन से धोएं।
  14. यदि साबुन और पानी उपलब्ध नहीं हैं, तो अपने हाथों को साफ करने के लिए कम से कम 60% अल्कोहल युक्त सैनीटाइज़र का प्रयोग कर हाथों को साफ करें।
  15. जो बीमार हैं, उनसे निकट संपर्क जैसे चुंबन, गले लगना, या खाने वाले बर्तन या उन कपड़ों को साझा करने से नहीं करें।
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Typhoid is an acute systemic disease resulting from infection by Salmonella typhi. It is a bacterial infection. This infection is acquired through ingestion of contaminated food and water. Main symptoms of disease include high fever, headache, abdominal pain, and either constipation or diarrhea.

It is a bacterial infection and vaccines are available for the disease but these vaccine does not give 100 % protection against the disease. Also, such vaccines are not recommended for common population but are reserved for those who may be exposed to the disease or are traveling to areas where typhoid fever is common.

The best way of prevention is to maintain proper hygiene and avoid intake of unhygienic food.

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