ओटाइटिस मीडिया (कान की सूजन) Otitis media in Hindi

जानिये कान का इन्फेक्शन ओटाइटिस मीडिया क्या है और कान की सूजन के अलावा इसके क्या लक्षण होते हैं? ओटाइटिस मीडिया के क्या कारण हो सकते हैं और इसका ट्रीटमेंट कैसे किया जाता है?

ओटाइटिस मीडिया, मध्य कान में होने वाली सूजन के लिए मेडिकल भाषा में नाम है। इसमें मिडिल इयर में इन्फेक्शन हो जाता है जिसके कारण दर्द होता है। कान की सूजन शिशुओं में अधिक देखी जाने वाली समस्या है लेकिन यह बड़ों में भी पायी जाती है।

मध्य कान में इन्फेक्शन, जुखाम, फ्लू, या किसी अन्य श्वशन के रोग से हो सकता है। ऊपरी श्वशन अंगों के बैक्टीरियल या वायरल इन्फेक्शन होने से कान में भी इन्फेक्शन होने का रिस्क बढ़ जाता है। ऐसा इसलिए है कि मध्य कान का निचला हिस्सा, गले को जा रही यूस्टेकी / यूस्टेचिअन eustachian tube ट्यूब से जुड़ा होता है। इस प्रकार गला और कान आपस में जुड़े हुए हैं। यूस्टेचिअन ट्यूब कान से तरल पदार्थ निकालने में सहायक होती है तथा कान में हवा के दबाव के सही स्तर को बनाएं रखती है।

कान की सूजन, कान में संक्रमण से दर्द, सुनाई कम देना और बुखार हो सकता है। कुछ मामलों में इयर ड्रम में छेद भी हो सकता है।  कान में संक्रमण से अधिक गंभीर जटिलताएं हो सकती हैं, जिसमें मास्टोइडाइटिस mastoiditis (कान के आस-पास की हड्डी की सूजन), सुनाई नहीं देना , कान में छेद, मेनिन्जाइटिस , चेहरे की तंत्रिका पक्षाघात आदि शामिल है।

इसे भी पढ़ें: कान बहना (Otorrhoea) in Hindi

ओटाइटिस मीडिया क्या है?

ओटाइटिस मीडिया मध्य कान का इन्फेक्शन है।

मध्य कान, बाहरी कान और अंतर कान के बीच स्थित होता है। इसमें हैमर, अन्विल, और स्टिरप नाक तीन हड्डियाँ होती है। ये आपस में मिली हुई होती हैं। मध्य कान में वायु रहती है और इस भाग का निचला हिस्सा गले को जा रही यूस्टेकी / यूस्टेचिअन eustachian tube ट्यूब से जुड़ा होता है। इस ट्यूब से मध्यकान गले से जुड़ता है। यूस्टेचिअन ट्यूब कान से तरल पदार्थ निकालने में सहायक होती है तथा कान में हवा के दबाव के सही स्तर को बनाएं रखती है।

इसे भी पढ़ें -  पित्ताशय की पथरी की सर्जरी Gallbladder removal और उसका प्रभाव

मध्य कानों में मौजूद कोशिकायें तरल पदार्थ बनाती हैं, जिससे अन्य चीजों के अलावा ओर्गेनिजम दूर रहें। सामान्यतः यह तरल पदार्थ यूस्टेचिअन ट्यूब के माध्यम से और गले में निकल जाता है।

लेकिन अगर यूस्टेचिअन ट्यूब में सूजन या ब्लॉकेज या कान की सूजन हो जाती है तो यह तरल पदार्थ मध्य कान में फंस सकता है, जिससे बैक्टीरिया और वायरस की संख्या बढ़ जाती है और मध्य कान में सूजन और संक्रमण हो सकता है। यह ट्यूब लेटी हुई स्थिति में होती होती और बच्चों में इसकी लम्बाई कम होती है, जिससे संक्रमण की संभावना बढ़ जाती है।

ओटाइटिस मीडिया होने पर संक्रमित व्यक्ति के कान का इयर ड्रम लाल और उभरा हुआ सा दिखता है।

कान की सूजन (ओटाइटिस मीडिया) के क्या कारण हो सकते हैं?

ओटाइटिस मीडिया या कान के संक्रमण का सबसे आम कारण ऊपरी श्वसन वायरल संक्रमण है, जैसे कोल्ड या फ्लू। इन वायरल इन्फेक्शन से यूस्टेचिअन ट्यूब इतने सूज सकते हैं कि मध्य कान का तरल पदार्थ नहीं निकल पाता।

इसके अतिरिक्त पराग, धूल, जानवरों या भोजन से एलर्जी, धुएं, और अन्य पर्यावरणीय विषाक्त पदार्थ भी समान प्रभाव पैदा कर सकते हैं।

कान के इन्फेक्शन के लिए जिम्मेदार बैक्टीरिया भी निमोनिया और अन्य श्वसन संक्रमण के कई मामलों के लिए जिम्मेदार बैक्टीरिया की किस्म के होते हैं।

कान में संक्रमण गंभीरता के विभिन्न डिग्रीकी हो सकती है। एक्यूट इयर इन्फेक्शन में इन्फेक्शन ठीक हो जाता है। लेकिन छह महीने की अवधि (या एक साल में चार बार) में तीन बार होने पर इसे आवर्तक कान संक्रमण recurrent ear infection कहा जाता है। यही संक्रमण बाद में क्रोनिक इयर इन्फेक्शन कहलाता है।

किन लोगों में ओटाइटिस मीडिया/कान के संक्रमण की संभावना अधिक रहती है?

पुरुषों, आनुवंशिकी, दूध पीने वाले बच्चे, कमजोर इम्युनिटी वाले लोग, अस्थमा के मरीजों और लंबी अवधि (क्रोनिक) से श्वसन रोग होने पर इस रोग की संभावना बढ़ जाती है।

इसे भी पढ़ें -  एन्सेफलाइटिस Encephalitis जानकारी हिंदी में

ओटिटिस मीडिया / कान के संक्रमण के लक्षण क्या हैं?

वयस्कों में:

  1. कान का दर्द (या तो एक तेज, अचानक दर्द या एक सुस्त, निरंतर दर्द)
  2. कान बहना
  3. कान में भारी लगना
  4. ठीक से सुनाई नहीं देना
  5. बुखार और ठंड लगना
  6. मतली और कान में दर्द
  7. कान की सूजन

बच्चों में:

  1. कान बहना
  2. कान बार बार खींचना
  3. चिड़चिड़ापन, बेचैनी
  4. ठीक से दूध नहीं पीना या खाना नहीं खाना
  5. ठीक से नहीं सोना
  6. नाक बहना
  7. बुखार
  8. लेटने पर रोना
  9. कान की सूजन

कान के संक्रमण में यदि बुखार 100.4 F आता है ती यह गंभीर संक्रमण (विशेष रूप से बच्चों और युवा बच्चों में) की संभावना को बताता है। बच्चे में बार-बार होए वाले कान के संक्रमण से कम सुनाई देना या बहरापन हो सकता है।

कान के संक्रमण का निदान diagnosis कैसे किया जाता है?

यदि कान में दर्द के साथ-साथ बुखार, नाक बहना, आदि लक्षण हैं तो यह कान में इन्फेक्शन के कारण हो सकता है।

डॉक्टर ओटोस्स्कोप नामक एक उपकरण से कान के अंदर देखते हैं जिससे कान के इन्फेक्शन के बारे में पता लगे। कभी-कभी अस्पताल के कान विशेषज्ञ न्युमेटिक ओट्सस्कोप का उपयोग करके मध्य कान के रुकावट और कान की सूजन की जांच कर सकते हैं।

कान के संक्रमण के लिए एक अन्य परीक्षण है टाइम्पेनेट्री tympanometry है जो मध्य कान में तरल पदार्थ की जांच के लिए ध्वनि और वायु दबाव का उपयोग करता है। यदि आवश्यक हो, ऑडियोलॉजिस्ट हियरिंग टेस्ट कर सकता है।

कान के संक्रमण के उपचार क्या हैं?

कान के संक्रमण के उपचार में आमतौर पर कारणों को नष्ट करने, बैक्टीरिया नष्ट करने, प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने, और सूजन को कम करना शामिल होता है।

कान के संक्रमण के दर्द को कम करने के लिए, दर्द निवारक , आमतौर पर पैरासिटामोल या आईबुप्रोफेन दी जा सकती है, जो बुखार को कम करने में भी मदद करती है।

इसे भी पढ़ें -  ब्रोंकाइटिस क्या है (BRONCHITIS in Hindi)

वायरस के कारण होने वाले संक्रमण में लक्षणों को कम करना लक्ष्य होता है।

एंटीबायोटिक दवाओं को नियमित रूप से ओटिटिस मीडिया के इलाज के लिए नहीं दिया जाना चाहिए क्योंकि ज्यादातर कान के संक्रमण वायरल से होते हैं और इसलिए एंटीबायोटिक दवाओं के इस्तेमाल से कुछ ख़ास लाभ नहीं होता।

लेकिन कुछ परिस्थितियों में एंटीबायोटिक्स High-dose amoxicillin (80 to 90 mg per kg per day) दिए जा सकते हैं, जैसे कि लक्षणों में 3 दिनों के बाद भी सुधार नहीं हो रहा है या कोई जटिलता हो सकती है।

कान में संक्रमण और कान की सूजन के लिए घरेलू उपचार क्या हो सकते है?

  1. कान पर गर्म सेंक लगाएं।
  2. सावधानी से स्टीम को सांस में लें।
  3. नमक वाले पानी से कुल्ले करें।
  4. इम्युनिटी को बढ़ाएँ जिससे बार-बार होने वाले संक्रमण नहीं हो।
  5. बच्चों को दूध पिलाते समय उनका सिर ऊँचा रखें।
  6. लेट के नहीं खाएं पिएं।

Otitis media is middle ear inflammation or infection. Acute otitis media or acute ear infection occurs when there is bacterial or viral infection of the fluid of the middle ear, causing production of fluid or pus. Chronic otitis media occurs when the eustachian tube becomes blocked repeatedly due to allergies, multiple infections, ear trauma, or swelling of the adenoids.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.