कान में दर्द Earache का कारण और इलाज

जानिये कान में दर्द के क्या कारण हो सकते हैं और कान में दर्द होने पर क्या करना चाहिए? कान में दर्द किस कारण से होता है?

कान में दर्द को इंग्लिश में ईयरएक कहते हैं। यह एक आम समस्या है, खासकर बच्चों में। यह चिंता का विषय हो सकता है, लेकिन आम तौर पर ऐसा मामूली संक्रमण के कारण होता है और इलाज के बिना भी कुछ दिनों में बेहतर हो जाता है।

कान में दर्द, तेज़ या धीमा हो सकता है। यह लगातार हो सकता है या ठीक होकर फिर से हो सकता है। कान के दर्द में हमेशा डॉक्टर को दिखाने की ज़रूरत नहीं होती। ज्यादातर मामलों में यह कुछ दिनों में अपनेआप ठीक हो जाता है।

लेकिन अगर कान के दर्द के साथ बुखार, उलटी, गला खराब, सूजन या कान से कोई स्राव हो रहा हो तो डॉक्टर से सलाह ले लेनी चाहिए। कुछ मामलों में बच्चे अपने कान में कुछ डाल लेते हैं जिससे भी कान में दर्द होना शुरू हो जाता है। कान के दर्द का इलाज़ इसके कारण पर निर्भर करता है। यदि केवल कान में दर्द है तथा अन्य कोई लक्षण नहीं है तो कुछ दिनों में कंडीशन अपनेआप ठीक हो जाती है।

कान में दर्द हो रहा हो तो घर पर आप निम्न कर सकते हैं:

  • दर्द के लिए पेरेसिटामोल या इबुप्रोफेन दे सकते हैं। 16 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को एस्पिरिन नहीं देना चाहिए।
  • प्रभावित कान पर एक गर्म फलालैन कपड़ा रखने से दर्द को दूर करने में मदद मिल सकती है।
  • कान में इयर ड्राप या ओलिव आयल डाला जा सकता है। लेकिन, कान के पर्दे के फट जाने पर कोई भी इयर ड्राप इस्तेमाल नहीं की जानी चाहिए।
  • कान में पानी नहीं जाने दें।
  • कान को किसी चीज से रगड़ें नहीं।

इसे भी पढ़ें

  1. कान बहना (Otorrhoea) in Hindi
  2. ओटाइटिस एक्सटर्ना (बाहरी कान में सूजन) Otitis externa in Hindi
  3. ओटाइटिस मीडिया (कान की सूजन) Otitis media in Hindi

कान के दर्द causes of earache के सामान्य कारण क्या है?

कान में संक्रमण

इसे भी पढ़ें -  मल में खून आने की समस्या का कारण और उपचार

यदि कान में संक्रमण से कान का दर्द हो रहा है, तो हो सकता है कि कान से डिस्चार्ज हो जिसमें पानी या मवाद की तरल पदार्थ हो।

बाह्य कान के संक्रमण Otitis externa (बाहरी कान और कानदंड को जोड़ने वाली ट्यूब के संक्रमण) और मध्य कान के संक्रमण Otitis media (कान के पीछे के कान के हिस्सों के संक्रमण) कान के दर्द के बहुत सामान्य कारण हैं।

कान के संक्रमण अक्सर कुछ दिनों या हफ्तों के बाद उपचार के बिना अपने आप ठीक हो जाते हैं। लेकिन कुछ मामलों में डॉक्टर एंटीबायोटिक ओरल और ड्रॉप्स का इस्तेमाल कर सकते हैं ।

ग्लू ईयर Glue Ear

ग्यू ईयर जिसे जो ओटिटिस मीडिया विथ एफ्यूजन otitis media with effusion के नाम से भी जाना जाता है, में कान के अंदर आहूत फ्लूइड बन जाता है। ज्यादा फ्लूइड से पड़ने वाले दबाव से कान में दर्द होने लगता है। इसमें दर्द के साथ, सुनाई देना भी कम हो जाता है।

ग्यू ईयर अक्सर अपने आप ठीक हो जाता है, लेकिन इसमें कुछ महीनों लग सकते हैं। यदि समस्या विशेष रूप से लगातार होती है, तो छोटे ट्यूब grommets को कान में डालने को कहा जा सकता है ताकि तरल पदार्थ से निकलने में मदद मिल सके।

कान में चोट

कान के अंदर की चोट के कारण भी दर्द हो सकता है। ईयर कैनाल बहुत सेंसिटिव होती है और आसानी से इसमें चोट लग सकती है। कॉटन बड्स के प्रयोग से इसमें इरिटेशन हो सकता है।

कान में ज्यादा वैक्स Ear wax

कान में ज्यादा वैक्स होने से भी दर्द हो सकता है। यदि कान में वैक्स अधिक है, तो ऐसी ईयर ड्राप डाली जा सकती है जिससे वैक्स नरम हो जाए और यह स्वाभाविक रूप से बाहर निकल जाए।

कान में कुछ डाल लेना

यदि बच्चे ने कान में डाल लिया है जिससे दर्द हो रहा है, तो इसे आप निकालने का प्रयास न करें क्योंकि आप इसे अंदर आगे बढ़ा सकते हैं, जो ईयर ड्रम को नुकसान पहुंचा सकता है। इसके लिए तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

इसे भी पढ़ें -  जापानी बुखार Japanese encephalitis क्या होता है?

 गले में संक्रमण Throat infections

कान का दर्द, यदि  गले में दर्द के साथ हो रहा है तो यह थ्रोट इन्फेक्शन का लक्षण हो सकता है। वायरल इन्फेक्शन से जब टोंसिल में सूजन हो जाती है, यह गले में फोड़ा हो जाता है तो भी कान में दर्द हो सकता है। ऐसे में एंटीबायोटिक्स को खाने से आराम हो सकता है।

जबड़े में दिक्कत Jaw problem

कान में दर्द जबड़े की हड्डी (जहां जबड़े खोपड़ी से मिलता है) के जोड़ के साथ समस्या से हो सकता है। यह गठिया या दांत पीसने जैसी समस्याओं के परिणामस्वरूप हो सकता है।

इसमें दर्द निवारक, गर्म और ठंडा सेंक से लाभ हो सकता है।

दांत का फोड़ा Dental abscess

दांत में फोड़ा, दांत या मसूड़े में हुआ फोड़ा है। यह बैक्टीरियल इन्फेक्शन से हो सकता है। इसमें दांत के साथ साथ कान में भी दर्द होने लगता है।

इस केस में आपको डेंटिस्ट से मिलना चाहिए और दांत का इलाज़ कराना चाहिए।

कान में दर्द, होने के बहुत से अलग-अलग कारण हो सकते हैं। यदि कारण ठीक से पता हो तो ही ठीक से इलाज़ किया जा सकता है। कुछ दिन तक यदि कान में दर्द हो रहा है और ठीक नहीं हो पा रहा और इसके साथ अन्य लक्षण भी है तो डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। यदि कान के पर्दे के फट जाने की आशंका हो तो कान में किसी भी तरह के ईयर ड्राप या तेल का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए। इससे जटिलताएं बढ़ सकती हैं।

ईयर ache is a common problem, particularly in children. It can be worrying, but it’s usually only caused by a minor infection and will often get better in a few days without treatment.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.