उम्र के साथ कम सुनाई देना Age-Related Hearing Loss कारण, लक्षण और उपचार

प्रेसबिक्युसिस सुनाने की शक्ति की कमी को कहते हैं जो धीरे-धीरे ज्यादातर उम्र बढ़ने के साथ बढ़ती जाती है, जानिये क्या उम्र के साथ कम सुने देने को रोका जा सकता है और क्यों उम्र के साथ सुनाने की शक्ति कम होती जाती है।

उम्र के साथ बहुत से लोगों में सुनाई कम देना लगता है। इसे ऊँचा सुनना कहते हैं। इसके लिए मेडिकल टर्म प्रेसबिक्युसिस presbycusis है।

उम्र के बढ़ने के साथ-साथ जैसे अन्य बहुत सारी समस्याएं होने लगती वैसे ही ठीक से सुनाई देने में भी दिक्कत हो जाती है। यह एक बहुत ही कॉमन कंडीशन है और अक्सर 65 साल के बाद शुरू हो सकती है। सुनने की परेशानी से चीजों को समझने और लोगों से बातचीत में दिक्कत शुरू होने लगती है। इस समस्या के होने पर व्यक्ति का सामजिक संपर्क कम होने लग सकता है। वह दूसरों से बात करने में दिक्कत महसूस करता है और इसलिए वह लोगों से दूरी बनाने लगता है।

आयु से संबंधित सुनाई देने की समस्या अक्सर दोनों कानों में एक साथ होती है और दोनों कानों को समान रूप से प्रभावित करती है। क्योंकि यह नुकसान धीरे-धीरे होता है, इसलिए व्यक्ति को नहीं पता चल पाता कि कब उसने सुनने की क्षमता खो दी है।

उंचा सुनना, के कई कारण हैं। यह उम्र के साथ मध्य कान या आंतरिक कान में होने वाले बदलावों से हो सकता है। यह कान से तंत्रिका पथ में बदलाव से भी हो सकता है। कुछ मेडिकल कंडीशन और दवाएं भी इस समस्या के होने को बढ़ावा डे सकती हैं।

प्रेसबिक्युसिस क्या है?

प्रेसबिक्युसिस श्रवण शक्ति का ह्रास है जो धीरे-धीरे ज्यादातर उम्र बढ़ने के साथ साथ देखा जाता है।

यह सभी में नहीं होता। 65 वर्ष से अधिक आयु के लगभग 30-35 प्रतिशत वयस्कों की श्रवण शक्ति कम हो जाती है। यह अनुमान लगाया गया है कि 75 वर्ष तथा उससे बड़े लोगों में से 40-50 प्रतिशत सुनाई देना कम हो जाता है।

प्रेसबिक्युसिस से संबंधित सुनाई नही देने में आमतौर पर हाई पिच या ज्यादा फ्रीक्वेंसी की आवाजें सुनने में दिक्कत आने लगती है। उदाहरण के लिए, व्यक्ति को पास आस-पास की आवाजें सुनना मुश्किल हो सकता है। उसे पक्षियों की चहचहट सुनने में, टेलीफोन की घंटी सुनने में या किसी महिला की आवज़ को सुनने में दिक्कत हो सकती है। हालांकि, उसे लो पिच आवाजें जैसे ट्रक की आवाज़ आदि ठीक से सुनाई दे सकती हैं।

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प्रेसबिक्युसिस के कई कारण हैं। सबसे अधिक आम कारण है व्यक्ति के मध्य कान या भीतरी कान में में होने वाले जटिल बदलाव। Sensorineural hearing loss is caused by disorders of the inner ear or auditory nerve. Presbycusis is usually a sensorineural hearing disorder.

प्रेसबिक्युसिस बीच के कान में होने नर्व के ठीक से काम नहीं करने से भी हो सकता है।

जिन लोगों के पास प्रेस्बिस्कसस हैं वे महसूस नहीं करते हैं कि उनकी हियरिंग कम हो रही है।

प्रेस्बिस्क्यूसिस के लक्षण क्या हैं?

  • प्रेस्बिस्क्यूसिस में ध्वनियाँ कम स्पष्ट और कम वॉल्यूम में लगती हैं। इससे वाक्य समझने में दिक्कत होंने लगती है।
  • दूसरों के भाषा में गड़बड़ी लगती है।
  • श और थ सुनना मुश्किल लगता है और दोनों में अंतर नहीं पता लगता।
  • बातचीत को समझना मुश्किल हो जाता है,विशेषकर जब यह बातचीत शोर वाली जगह पर हो।
  • पुरुष की आवाज से सुनना आसान लगता है बजाय महिला की आवाज़ के।
  • कुछ ध्वनियां परेशान करती हैं यह अत्यधिक ज़ोर से आती हैं।
  • टिन्निटस (कान में गड़गड़ाहट, हिस्सिंग) भी हो सकते हैं।

उम्र के साथ हियरिंग लोस क्यों होता है?

सभी में उम्र के साथ सुनाई देने की समस्या नहीं होती। बहुत से कारक हैं जो इसके होने की संभावना को बढ़ा सकते हैं। शोर से प्रेरित हियरिंग लोस में लंबी अवधि तक बहुत शोर और तेज़ आवाज़ में रहने से हो सकती है।

तेज आवाज़ें कान में मौजूद सेंसरी हेयर सेल्स sensory hair cells को डैमेज कर देती हैं। सेंसरी हेयर सेल्स, सुनने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इस सेल्स के डैमेज से सुनाई कम देने लगता है। एक बार नष्ट हुई सेल्स दुबारा नहीं बन सकती और इसलिए डैमेज परमानेंट हो जाता है।

उच्च रक्तचाप या मधुमेह जैसी क्रोनिक बीमारियाँ भी हियरिंग लॉस के लिए जिम्मेदार हो सकती है। कुछ दवाएं भी कान के सेल्स को खराब कर देती हैं।

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कुछ मामलों में उम्र से संबंधित हियरिंग लॉस बाहरी कान या मध्य कान की असामान्यताओं के कारण हो सकता है। इस प्रकार की असामान्यताओं में ईयरड्रम tympanic membrane या मध्य कान की तीन छोटी हड्डियों का सही से कान नहीं कर पाना शामिल हो सकता है।

क्या उम्र से संबंधित हियरिंग लॉस को रोक सकते हैं?

ठीक से नहीं बताया जा सकता कि उम्र से संबंधित हियरिंग लॉस कैसे रोकें।

लेकिन आपको शोर से प्रेरित हियरिंग लॉस से अपने कानों को बचाना चाहिए। बहुत अधिक समय तक तेज आवाजों के बीच नहीं रहना चाहिए। अगर काम की वज़ह से ऐसा करना पड़ता हो तो कान में ईयर प्लग लगा सकते हैं।

सुनने में परेशानी हो तो क्या करना चाहिए?

यदि हियरिंग प्रॉब्लम हो तो डॉक्टर से सलाह ले सकते हैं। आपका उपचार आपकी समस्या की गंभीरता पर निर्भर करेगा, इसलिए कुछ उपचार दूसरों के मुकाबले आपके लिए बेहतर तरीके से काम करेंगे।

आपके पास कई तरह के उपकरणों और मशीने हैं जो आपकी सुनवाई के दौरान बेहतर सुनते हैं। सबसे आम हैं:

कान की मशीन Hearing aids: यह कानों में या उसके पीछे पहनने वाले इलेक्ट्रॉनिक उपकरण हैं। ये आवाज़ को तेज़ करते हैं। एक अच्छी डिवाइस के चयन के लिए आपको कई डिवाइस लगा आकर देखनो पड़ सकती है। आपको इन डिवाइस को लगाना-निकालना, बैटरी बदलना, वॉल्यूम एडजस्ट करना देखना पड़ेगा।

कोक्लिअर इम्प्लान्ट Cochlear implants: कोक्लेयर प्रत्यारोपण छोटे इलेक्ट्रॉनिक उपकरण हैं जो शल्य चिकित्सा के द्वारा भीतर के कानों में प्रत्यारोपित होते हैं। यह उन लोगों को ध्वनि सुनने की क्षमता देते हैं जो गंभीर रूप से बहरे होते हैं या जिन्हें बहुत ही कम सुनाई देता है।

यदि आपको ऊँचा सुनाई देता है तो अपने परिवार के सदस्यों और दोस्तों को इस बारे में बताएं। वे इस समस्या को समझ आपकी मदद कर सकते हैं। वे आपके पास बैठ कर बात कर सकते हैं अथवा चीजों को समझा सकते हैं। अगर उन लोगों को यह बात पता नहीं होगी तो बातचीत के समय आको अधिक समस्या का सामना करना पड़ सकता है और सामजिक कटाव भी हो सकता है। अपनी समस्या को समझाएं और मदद लें।

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Age related hearing loss is known as Presbycusis (or presbyacusis, from Greek presbys old + akousis hearing) in medical term. Presbycusis is considered a sensorineural hearing disorder. It is most commonly caused by gradual changes in the inner ear.

Age related hearing loss is associated with aging and occurs due to various reasons such as chronic diseases, medicines, live in loud and continuous noise for long time, tumors, injury to head and normal ageing. In case, hearing problem is suspected person should consult doctor.

The most commonly prescribed treatment involves use of hearing aids.

3 Comments

  1. Keshav shing ahirwar

    Kam sunai deta hai

  2. संतोष प्ंडर

    कया ऊंचा सुनने का कोई घरेलू उपचार है

    • नहीं, आप को डॉक्टर को ही दिखाना चाहिए, अगर कान में वाक्स की वजह से कम सुने दे रहा है तो कान किसी डॉक्टर से एक बार साफ़ करा लें.

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