इसबगोल का कब्ज और दूसरी बिमारियों में उपयोग

साइलियम हस्क को मुख्य रूप से कब्ज़ में लिया जाता है। इसे पाइल्स, अधिक कोलेस्ट्रोल, अतिसार, लूज़ मोशन, किडनी ब्लैडर के रोगों में भी दिया जाता है।

इसबगोल, सत इसबगोल, इस्पघुला, साइलियम हस्क आदि नाम प्लांटैगो ओवाटा नामक पौधे के बीजों के बाहरी कवर से बनता है। इसमें माइल्ड लेक्सेटिव और मूत्रवर्धक गुण होते हैं।

साइलियम हस्क को मुख्य रूप से कब्ज़ में लिया जाता है। इसे पाइल्स, अधिक कोलेस्ट्रोल, अतिसार, लूज़ मोशन, किडनी ब्लैडर के रोगों में भी दिया जाता है।

इसबगोल भूसी में प्राकृतिक रूप से पाया जाने वाला जेलैटिनस पदार्थ होता है जो पानी में भिगोने पर जेल बनाता है। पानी को सूख लेने पर यह फूल जाता है और बल्क लेक्सेटिव का काम करता है। यह आँतों के रास्ते को फैलाने में मदद करता है और आंत्र आंदोलन को बढ़ावा देता है। इस तरह से कब्ज़ में कठोर स्टूल को आगे बढ़ाता है जिससे कब्ज़ से राहत होती है। पानी सोखने के कारण इसे लूज़ मोशन में भी पतले दस्त से राहत पाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।

यह पेज इसबगोल के बारे में हिंदी में जानकारी देता है जैसे कि दवा का कम्पोज़िशन, उपयोग, लाभ/बेनेफिट्स/फायदे, कीमत, खुराक/ डोज/लेने का तरीका, दुष्प्रभाव/नुकसान/खतरे/साइड इफेक्ट्स/ और अन्य महत्वपूर्ण ज़रूरी जानकारी। यह दवा का प्रचार नहीं है। इस पेज का उद्देश्य दवा सम्बंधित सही जानकारी देना है। दवा का इस्तेमाल डॉक्टर की राय पर ही करें।

  • दवा का नाम/उपलब्ध ब्रांड नाम: इसबगोल, इस्पघुला, साइलियम हस्क
  • जेनेरिक: Psyllium Husk
  • मुख्य प्रयोग: कब्ज़, लूज़ मोशन

इसबगोल की संरचना क्या है?

Isabgol Psyllium Husk Composition/Ingredients

इसमें साइलियम हस्क है।

ईसबगोल (Isabgol) का पौधा प्लांटैगो ओवाटा, एक प्रकार की झाड़ी है जिसके पत्ते धान के पत्तों जैसे और डालियाँ पतली होती हैं। डालियों के सिरे पर गेंहू जैसी बालें लगती है जिनमें बीज रहते हैं। बीज छोटे-छोटे नोकाकृति के होते हैं । यह कुछ बादामी रंग के होते हैं।

प्रत्येक बीज के ऊपर एक पतला श्वेत वर्ण का आवरण होता है जिसे औषधीय प्रयोग के लिए अलग कर लिया जाता है। इसी को ईसबगोल की भूसी कहा जाता है।

इसे भी पढ़ें -  बाल के लिए नारियल के तेल के 5 लाभ

इसबगोल को किन रोगों में प्रयोग करते हैं?

इसबगोल के चिकित्सीय उपयोग निम्न हैं:

Isabgol Psyllium Husk Indications

इसबगोल का मुख्य गुण मूत्रल और विरेचक है। यह हाइग्रोस्कोपिक है, और आंत से पानी को अवशोषित करता है।

ईसबगोल की भूसी का सेवन निम्न रोगों में लाभप्रद है:

  • आंतो को साफ़ करने के लिए
  • इरीटेबल बाउल सिंड्रोम
  • कब्ज़, बवासीर
  • कोलेस्ट्रोल की अधिकता
  • डायबिटीज
  • पाइल्स, गुदा में दरारें
  • पित्त की अधिकता
  • पेचिश, अतिसार, लूज़ मोशन
  • फास्टिंग शुगर ज्यादा होना
  • बहुत प्यास लगना
  • मधुमेह, शुक्रमेह
  • वज़न कम करना
  • शरीर में अधिक गर्मी
  • शरीर में यूरिया की अधिकता
  • स्वप्नदोष

इसबगोल की डोज़ क्या है?

Isabgol Psyllium Husk Dose

  • वयस्क: ईसबगोल की भूसी को 5-10 ग्राम की मात्रा में एक गिलास पानी / दही / दूध के साथ मिला कर लेने चाहिए।
  • इसके सेवन के दौरान पानी प्रयाप्त मात्रा में लेना ज़रूरी है।
  • इसे हमेशा 1 गिलास पानी या इतनी ही मात्रा के तरल के साथ लें।

इसबगोल का अन्य किन दवाओं से इंटरैक्ट कर सकती है?

Isabgol Psyllium Husk Drug Interactions

इसबगोल से कुछ दवाओं का अवशोषण इसके सेवन से कम हो सकता है। इसलिए इसे लेने के दौरान अगर कोई और दवा भी लेनी है तो कुछ घंटों का गैप रखें।

इसबगोल खाने से कुछ खनिजों (कैल्शियम, मैग्नीशियम, तांबे और जस्ता), विटामिन (बी 12), कार्डियक ग्लाइकोसाइड्स और क्यूमरिन डेरिवेटिव के अवशोषण को कमहो सकता है।

इसबगोल के साइड इफ़ेक्ट क्या हो सकते हैं?

Isabgol Psyllium Husk Adverse Effects

इसमें फाइबर की उच्च मात्रा है जिससे पेट फूलना, गैस अधिक बनना, और फाइबर की अधिकता के अन्य लक्षण हो सकते हैं।

  • कुछ दवाओं का अवशोषण इसके सेवन से कम हो सकता है।
  • लगातार लेने से भूख कम हो सकती है, पेट में भारीपन लगता है और पेट भरा हुआ सा लगता है।
  • मुर्गियों पर किये गए प्रयोग दिखाते हैं इसका नियमित डाइट के साथ सेवन बढ़वार को कम करता है।
  • कुछ मामलों में इससे पेट में मरोड़ हो सकती है।
  • यदि इसे कम पानी के साथ लेते हैं तो निगलने में दिक्कत हो सकती है।
इसे भी पढ़ें -  झंडू पंचारिष्ट Pancharishta Uses, Benefits, Side Effects, Dosage, Warnings in Hindi

यह साइड इफेक्ट की पूरी सूची नहीं है।

हमारा लक्ष्य आपको सही जानकारी प्रदान करना है। क्योंकि दवाएं प्रत्येक व्यक्ति को अलग तरह से प्रभावित करती हैं, हम इस बात की गारंटी नहीं दे सकते हैं कि इस जानकारी में सभी संभावित दुष्प्रभाव शामिल हैं। यह जानकारी चिकित्सा सलाह के लिए एक विकल्प नहीं है। हमेशा डॉक्टर से संभावित दुष्प्रभावों पर चर्चा करें।

इसबगोल को कब नहीं लेना चाहिए?

Isabgol Psyllium Husk Contraindications

इसबगोल को संभावित या मौजूदा आंतों के अवरोध, मेगाकोलन, अनियंत्रित डायबिटीज, या ज्ञात अतिसंवेदनशीलता होने पर नहीं लिया जाना चाहिए।

  • पानी की कमी है, डिहाइड्रेशन है तो इसे नहीं लें।
  • ज्यादा मात्रा में या शरीर में पानी की कमी होने पर देने से यह गले या आंत को चोक कर सकता है।
  • समस्या अधिक है, तो डॉक्टर की राय प्राप्तकर सही उपचार कराएं जिससे रोग बिगड़े नहीं।
  • एपेंडिसाइटिस में इसे बिना डॉक्टर की सलाह के नहीं लें।
  • अगर साईलियम से एलर्जी हो तो इसे न लें।

इसबगोल किन लोगों को सावधानी से लेनी चाहिए?

Isabgol Psyllium Husk Precautions

जो लोग अन्य दवाएं लेते हैं उन्हें इसके सेवन के दौरान सावधानी रखनी चाहिए कि वे दवा और इसबगोल को साथ में नहीं लें।

जिनके शरीर में पानी की कमी है उन्हें इसे सावधानी से इत्सेमाल करने की ज़रूरत है।

क्या इसबगोल प्रेगनेंसी में ले सकते हैं?

हाँ, यह बल्क लेक्सेटिव है। इसे प्रेगनेंसी में ले सकते हैं।

इसबगोल किन रूपों में उपलब्ध है?

Isabgol Availability

  • यह भूसी Psyllium Husk और कैप्सूल Isabgol Psyllium Husk Capsule में उपलब्ध है।
  • लेकिन भूसी या पाउडर ज्यादा फायदेमंद है।

इसबगोल कैसे स्टोर करें?

Isabgol Psyllium Husk Storage

  • दवा को निर्देशों के अनुसार ही स्टोर करें। इसे रौशनी और नमी से दूर रखें। दवा को अँधेरे में सूखे स्थान पर रखें।
  • दवा के सेवन से पहले एक्सपायरी डेट चेक करें।
  • खराब दवा को ठीक तरह से डिस्पोज करें।
  • दवा को बच्चों की दृष्टि और पहुँच से दूर रखें।
  • गलती से दवा का ओवरडोज़ हो गया हो तो डॉक्टर से संपर्क करें।
इसे भी पढ़ें -  अमलतास (कैसिया फिस्टुला) लाभ, गुण और चेतावनियां

DEFINITION

Isabgol Bhusi is Herbal medicine obtained from the seeds of plant, Plantago ovata.

THERAPEUTIC USES

It is indicated in chronic constipation, temporary constipation due to illness or pregnancy, irritable bowel syndrome, constipation related to duodenal ulcer or diverticulitis and for stool softening in the case of hemorrhoids, or after anorectal surgery, dietary supplement in the management of hypercholesterolaemia, to reduce the risk of coronary heart disease and reduce the increase in blood sugar levels after eating and in short-term for symptomatic treatment of diarrhoea.

DOSAGE

5-10 grams with one glass of water, curd or milk.

SIDE EFFECTS

Bulking agents may diminish the absorption of some minerals (calcium, magnesium, copper and zinc), vitamins (B12), cardiac glycosides and coumarin derivatives.

CONTRAINDICATIONS

Isabgol should not be used by patients with faecal impaction, undiagnosed abdominal symptoms, abdominal pain, nausea or vomiting unless advised by their health-care provider and in patients with constrictions of the gastrointestinal tract, potential or existing intestinal blockage, megacolon, diabetes mellitus that is difficult to regulate, or known hypersensitivity to the seed coats.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.