बादाम एक ड्राई फ्रूट है और हर घर की रसोई में होता है। इसे पानी में भिगो कर खाते हैं, खीर, हलवे ,में डालते हैं और ऐसे भी खा लेते हैं। इसे बच्चों को देते हैं, बड़े भी खाते हैं और प्रेगनेंसी में भी देते हैं।
बादाम दिमाग के लिए कितना गुणकारी है सभी जानते हैं। यह पौष्टिक होता है और शरीर और दिमाग के सही काम करने में मदद करता है।
बादाम में प्रोटीन, वसा, लोहा, कैल्शियम, फोस्फोरस और कैल्शियम होता है। बच्चे, बड़े सभी के लिए यह बहुत लाभप्रद है।
बादाम को अँग्रेजी मे आलमंड Almond भी कहा जाता है। आयुर्वेद में इसे वाताम नाम से जाना जाता है और इसे अकेले ही या अन्य घटक के साथ आंतरिक दुर्बलता, एनीमिया कमजोरी को दूर करने के लिए और शारीरिक शक्ति को बढ़ाने के लिए प्रयोग किया जाता है । बादाम का सेवन शक्ति और वीर्य को बढ़ाता है। यह नसो के गुणकारी माना जाता है।
बादाम का सेवन हमे रोज करना चाहिए लेकिन पर्याप्त मात्रा में। बहुत अधिक सेवन का अधिक फायदा तो नहीं होगा लेकिन पाचन पर जोर पड़ेगा। साथ ही गैस आदि की समस्या हो सकती है। जिन लोगो को मोटापे की टेंडेन्सी है वे और मोटे हो सकते हैं।
बादाम कहाँ पाया जाता है? इसका वानस्पतिक नाम क्या है?
बादाम का वैज्ञानिक नाम प्रूनस अमाईगडैलस Prunus amygdalus या Amygdalus communis अमाईगडैलस कम्युनिस है और यह गुलाब-कुल का पेड़ है।
बादाम ठंडी जगहों पर उगता है। इसका पेड़ आड़ू के पेड़ जैसा होता है। यह कभी कभी 12.2 मीटर की ऊंचाई का भी हो सकता है। कच्चे बादाम के फल अपरिपक्व आड़ू जैसा दिखते है और समूहों में पाया जाता है। बादाम शीतोष्ण क्षेत्र जहाँ शुष्क गर्मी पड़ती हैं का एक पेड़ है। इसकी कश्मीर (भारत), बलूचिस्तान (पाकिस्तान), अफगानिस्तान, ईरान, साइप्रस, तुर्की, स्पेन और कैलिफोर्निया (यूएसए) में खेती की जाती है।
बादाम के प्रकार
बादाम कितने प्रकार के होते हैं? बादाम की दो प्रजातियाँ होती है, मीठे बादाम और कड़वे बादाम। दोनों के पेड़ों को अंतर नहीं होता।
- मीठे बादाम
- कड़वे बादाम
मीठे बादाम को ही खाने के लिए प्रयोग किया जाता है।
कड़वे बादाम में साईनोजेनिक ग्लाइकोसाइड- अमाईगडेलिन amygdalin पाया जाता है, जिस कारण यह जहरीला होता है।
कड़वे बादाम से तेल निकाला जाता है जो लगाने काम आता है।
बादाम खाने के तरीके? How to Eat Almond? What is the right way to eat Almonds?
बादाम को कुछ घंटे भिगोकर उसके छिलके उतार कर खाना चाहिए क्योंकि इसमें टेनिन नामक एंजाइम होता है जो बादाम के आवश्यक पोषण तत्वो को रोकता है लेकिन बादाम भिगो देने पर यह दूर हो जाता है।
बादाम भिगो देने से सॉफ्ट और सुपाच्य हो जाते हैं।
बादाम खाने के लिए:
- खाने से पहले इसे रात भार पानी में भिगो दें। सुबह बाहरी भूरा छिलका हटा दें और पत्थर पर घिस कर इसका सेवन करें।
- शुरू में बादाम का पेस्ट करीब आधा चम्मच की मात्रा में, दिन में दो बार दूध के साथ लें। धीरे धीरे मात्रा को बढ़ाएं।
बादाम के फायदे क्या क्या हैं? What are the health benefits of Almonds?
बादाम खाने के अनेकों लाभ हैं जिस में से कुछ नीचे दिए गए हैं:
बादाम के औषधीय गुण
दिमागी ताकत के लिए
बादाम दिमाग के लिए फायदेमंद है। यह दिमाग की कोशिकाओ कों हानिकराक केमिकल से बचाता है।
कब्ज़ में लाभकारी
बादाम खाने से आंतरिक ड्राईनेस में फायदा होता है और फाइबर होने से आँतों में स्टूल भी ठीक से आगे बढ़ता है।
अच्छी त्वचा देने में लाभप्रद
बादाम में विटामिन्स होते हैं। खनिज होते हैं। तेल होता है जिससे त्वचा पोषित होती है। साथ ही पेट ठीक से साफ़ होने से त्वचा का स्वास्थ्य सुधरता है।
पेशाब की जलन करे दूर
रात को 5-6 बादाम पानी में भिगो दें और सुबह छील कर छोटी इलाइची के पाउडर और मिश्री के साथ खाएं।
शीघ्र पतन permature ejaculation में लाभप्रद
शीघ्र पतन में बादाम को खाने से फायदा होता है। बादाम के पेस्ट में 4-5 काली मिर्च, दो ग्राम सोंठ और मिश्री मिलाकर चाटें। ऐसा २-३ महीने करें। अथवा बादाम के पेस्ट के साथ पांच ग्राम अश्वगंधा का चूर्ण और पिप्पली, दूध, व मिश्री के साथ लें।
सुजाक में लाभप्रद
बादाम की गिरियाँ 6 + चन्दन का बुरादा 3 ग्राम + मिश्री 10 ग्राम को पत्थर पर रगड़ें और दिन में दो बार, सुबह-शाम खाएं।
कोलेस्ट्रॉल कम करना
बादाम नियमित रूप से खाने से कोलेस्ट्रॉल का स्तर नियंत्रण मे रहता है।ऐसा शोध भी दिखाते हैं।
हृदय के लिए लाभप्रद
बादाम रक्तप्रवाह और रक्तचाप( मे सुधार लाता है। बादाम में मैग्नीशियम भरपूर मात्रा में पाई जाती है। साथ ही इसमे असंतृप्त वसा होता है जो ह्रदय के स्वास्थ्य को बनाए रखता है।
डायबिटीज में फायदेमंद
बादाम, टाइप-२ मधुमेह में शुगर लेवेल को कम करता है और मधुमेह के कारण होने वाली अन्य समस्याओ से बचाता है।
बादाम में फाइबर, मिनरल और विटामिन्स होते है,जो शुगर को ठीक से इस्तेमाल करने में उपयोगी है। ब्लड शुगर लेवेल को ठीक रखने के लिए बादाम खाना चाहिए।
प्रेगनेंसी में फायदेमंद
प्रेगनेंसी में इसके सेवन से गर्भवती महिला और उसके बच्चे को ताकत मिलती है। पेट ठीक से साफ़ होता है और शरीर को पोषण मिलता है।
बादाम खाएं वज़न बढायें
वज़न बढाने के लिए, दुबलापन, कम वज़न में बादाम खा कर देखें। बादाम के पेस्ट को मक्खन के साथ कुछ महीने खाएं।
बादाम खाने के नुकसान क्या क्या हैं?
क्या बादाम खाने से साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं? What are the Side Effects / Adverse effects of Almonds?
बादाम खाने से कुछ नुक्सान हो सकते हैं जिनमें से कुछ निम्न हैं:
- बादाम खाने से मोटापा बढ़ सकता है।
- बादाम में विटामिन ई होता है। विटामिन ई की अधिक मात्रा आलस, सिर दर्द, डायरिया, खराब आंखों का कारण बन सकती है।
- बादाम स्वाद में मीठा और वात पित्त और कफ को बढ़ाने वाला है।
- बादाम मे फ़ाइबर की उच्च मात्रा होती है जिससे गैस हो सकती है,पाचन ठीक से नहीं होता, पेट में भारीपन लग सकता है।
- बादाम में मैग्नीशियम भी होता है। ज़्यादा बादाम खाने से ली जाने वाली दवाइयों के का असर कम या ज्यादा हो सकता है। खून में ज़्यादा मात्रा में मैग्नीशियम एंटाएसिड, लैक्सेटिव, ब्लड प्रेशर की दवाइयों और कई एंटीबायोटिक्स जैसे एंटीसाइकोटिक ड्रग्स का असर कम कर सकती है।
- लेकिन घबराए नहीं, ये साइड ईफ्क्ट्स केवाल ज्यादा मात्रा में बादाम खाने से ही होगी।
- मुट्ठीभर बादाम से लगभग 170 ग्राम फाइबर मिलता है जबकि शरीर को सिर्फ 25 से 40 ग्राम फाइबर चाहिए। इसलिए रोजाना केवल 7-8 बादाम ही खाएं। अगर पाचन कमजोर है तो इससे कम खाएं।
- बादाम को अपनी पाचन शक्ति के अनुसार खायेंगे तो साइड इफेक्ट्स नहीं होंगे।